LokSabha Elections 2019 : अब बांसगांव नहीं देवरिया में होगी बसपा प्रमुख मायावती की चुनावी सभा
गोरखपुर के बांसगांव में बसपा प्रमुख मायावती की एकल सभा अब नहीं होगी। मायावती गोरखपुर में अब गठबंधन की संयुक्त रैली को ही संबोधित करेंगी।
गोरखपुर, जेएनएन। गोरखपुर के बांसगांव संसदीय क्षेत्र में बसपा प्रमुख मायावती की एकल सभा अब नहीं होगी। हाल ही में सभा को निरस्त करने का निर्णय लिया गया। मायावती गोरखपुर में अब गठबंधन की संयुक्त रैली को ही संबोधित करेंगी।
महानगर के चंपा देवी पार्क में सपा, बसपा व रालोद के गठबंधन की संयुक्त रैली होनी है। 13 मई को प्रस्तावित इस रैली में तीनों पार्टियों के राष्ट्रीय अध्यक्ष भाग लेंगे। बांसगांव से जब दूधराम को प्रभारी बनाया गया था तो संसदीय सीट में बसपा प्रमुख की एक अलग रैली कराने का निर्णय लिया गया था। 14 मई को उसकी तिथि तय थी और स्थान के रूप में चौरीचौरा के माईधिया पोखरी का चयन किया गया था, लेकिन बाद में जमीनी रिपोर्ट के आधार पर यहां से बसपा ने अपना प्रभारी बदल दिया। पूर्व मंत्री सदल प्रसाद को प्रत्याशी बनाया गया। इस बदलाव के साथ ही मायावती की एकल रैली का कार्यक्रम भी स्थगित कर दिया गया।
उम्मीद है कि मायावती की एकल रैली देवरिया में 15 मई को होगी। बसपा के जिलाध्यक्ष घनश्याम राही का कहना है कि गठबंधन की संयुक्त सभा 13 मई को आयोजित होगी। 14 मई को प्रस्तावित बसपा राष्ट्रीय अध्यक्ष की सभा अब नहीं होगी।
रोड शो के जरिये समर्थकों ने दिखाया उत्साह
गोरखपुर सदर से कांग्रेस प्रत्याशी मधुसूदन तिवारी के समर्थन में आयोजित रोड शो की शुरुआत गोरखपुर क्लब से हुई। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश सिंह बघेल ने झंडी दिखाकर समर्थकों को रोड शो को रवाना किया। इसके बाद मुख्यमंत्री निकल गए। कड़ी धूप में हरिओम नगर तिराहे पर प्रत्याशी का गर्मजोशी से समर्थकों ने अभिवादन किया। आंबेडकर चौराहे के पास भी भीड़ ने उनका स्वागत किया। काफिला आगे बढ़ा तो शास्त्री चौक पर प्रत्याशी ने रुककर अधिकांश लोगों से हाथ मिलाया।
इसके बाद रोड शो टाउनहाल पहुंचा। प्रत्याशी ने समर्थकों संग गांधी प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। रोड शो में शामिल कार्यकर्ता इंदिरा तिराहा पर पहुंचे और इंदिरा गांधी प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। इसके बाद रोड शो का औपचारिक समापन हो गया। रोड शो के दौरान कोआर्डिनेटर शिशुपाल सिंह राजपुरोहित, राष्ट्रीय सचिव सचिन नाइक, जिलाध्यक्ष राकेश यादव, इं. एसएस पांडेय, अनवर हुसैन समेत बड़ी संख्या में कार्यकर्ता मौजूद थे।