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Loksabha Election 2019 : मीरजापुर में मायावती ने कहा- ' यह सामाजिक परिवर्तन का महागठबंधन'

पडऱी थानाक्षेत्र के अघवार में सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव बसपा सुप्रीमो मायावती व रालोद के चौधरी अजीत सिंह चुनावी जनसभा को संबोधित करेंगे।

By Abhishek SharmaEdited By: Published: Fri, 17 May 2019 12:10 PM (IST)Updated: Fri, 17 May 2019 01:54 PM (IST)
Loksabha Election 2019 : मीरजापुर में मायावती ने कहा- ' यह सामाजिक परिवर्तन का महागठबंधन'
Loksabha Election 2019 : मीरजापुर में मायावती ने कहा- ' यह सामाजिक परिवर्तन का महागठबंधन'

मीरजापुर, जेएनएन। सातवें व अंतिम चरण के मतदान के लिए पूर्वांचल में चुनाव प्रचार का आज शुक्रवार को अंतिम दिन है। लोकसभा चुनाव के प्रचार के अंतिम दिन पार्टियों की ओर से दिग्‍गज नेताओं को चुनावी मैदान में उतारकर पूरी ताकत झोंक दी है। मीरजापुर में सपा-बसपा गठबंधन की ओर से पडऱी थानाक्षेत्र के अघवार में सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव, बसपा सुप्रीमो मायावती व रालोद के चौधरी अजीत सिंह ने चुनावी जनसभा को संबोधित किया। कार्यक्रम दोपहर 12 बजे शुरु हुआ तो सभास्‍थल पर लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा।

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बसपा सुप्रीमो ने कांग्रेस व भाजपा पर साधा निशाना

मीरजापुर में सपा बसपा गठबंधन के प्रत्याशी रामचरित्र निषाद और राबटर्सगंज से भाईलाल कोल के समर्थन में जनसभा को संबोधित करते हुए बसपा सुप्रीमो मायावती ने कहा कि- कांग्रेस देश की सत्ता में लंबे समय से रही है। देश और राज्यों में कांग्रेस की वजह से फिर उसे केंद्र व राज्यों की सत्ता से दूर रहना पड़ा है। आजादी के बाद लंबे अरसे तक कांग्रेस बहुमत में रही मगर देश का सही दिशा में विकास नहीं हो सका। कानून का भी लाभ दलितों और पिछडों को नहीं मिल सका। डा. आंबेडकर ने कहा था कि सही मायनों में कानून का फायदा लेना है तो केंद्र में सत्ता की चाबी अपने हाथ में लेना होगा। इसके बाद बसपा का गठन हुआ और फिर सपा का गठन हुआ है। आज भाजपा जो कर रही है उसके लिए कांग्रेस जिम्मेदार है। भाजपा भी केंद्र में आरएसएस वादी सांप्रदायिक व पूंजीवादी पार्टी सत्ता से दूर चली जाएगी।

पीएम मोदी ने पिछले लोकसभा चुनाव में गरीब, कमजोर व मध्यम वर्ग के लिए वादे किए उसका काम नहीं हो सका। बडे पूंजीपतियों व धन्ना सेठों को बचाने के लिए उनकी चौकीदारी करनी पड रही है। देश के किसान समस्याओं को लेकर दुखी हैं। आवारा जानवरों ने इनको और परेशान किया है। भाजपा सरकार में भी जातिवादी व पूंजीपति सोच की वजह से गरीबों दलितों और आदिवासियों का कोई विकास नहीं हो सका है। पूरे देश में दलितों आदिवासियों व पिछडों का आरक्षण का कोटा अधूरा है। केंद्र व राज्यों में कांग्रेस भाजपा व विरोधी दल प्राइवेट सेक्टर में आरक्षण की व्यवस्था किए ही ठेका दिया जा रहा है। जिससे आरक्षण का लाभ नहीं मिल रहा है। इन वर्गों के साथ अल्पसंख्यक समाज की हालत दयनीय बनी हुई है जिसका खुलासा सच्चर कमेटी की रिपोर्ट में किया गया है। 

हमने सोनभद्र को विकास कार्यों से जोड़ा, सड़कें स्कूल बनाए, रोजी रोटी की व्यवस्था की। अधिकतर नौकरियों में सोनभद्र और मीरजापुर में काफी काम किया है। गठबंधन काम में यकीन रखता है। भाजपा की तरह हवा हवाई काम नहीं करते। भाजपा के लोग सत्ता से जा रहे हैं तो यह लोगों को गुमराह कर रहे हैं। कुछ यही कांग्रेस भी कर रही है। लोगों को लुभाने के लिए छह हजार देने की बात कही है मगर गठबंधन सरकार आई तो यहां देश में गरीब परिवारों को स्थाई रोजगार दिया जाएगा। भाजपा की तरह कांग्रेस के भी बहकावे में नहीं आना है। आप लोगों को अपने प्रदेश और देश हित में गठबंधन को देना है। सर्वजन हिताय सर्वजनसुखाय की नीतियों पर काम करना है। अखिरी चरण में अखिलेश ने अपने गठबंधन के लिए पार्टी के लोगों को लगाया है। बसपा के लोगों से कहना है कि सपा के उम्मीदवारों को भी जिताना है। अपने लोगों से कहना है कि इस बार केंद्र में सरकार बनाएं तो अपने गठबंधन की एक एक सीट को जिताना है। 

अब आखिरी चरण और बेहतर होगा, अब बीजेपी चिंतित है। इनके लटके चेहरे बता रहे हैं कि भाजपा और मोदी सरकार जा रही है। बीजेपी एंड कंपनी के बुरे दिन 23 मई से आ रहे हैं। इसके बाद योगी के भी मठ जाने की तैयारी शुरु हो जाएगी। इन्होंने गठबंधन को कमजोर करने के लिए भ्रम पैदा करने की कोशिश की है। इसमें इनको सफलता नहीं मिली है जिससे यह दुखी हैं। अब गठबंधन में फूट डालो राज करो की नीति नहीं चलेगी। यह लंबा चलने वाला सामाजिक परिवर्तन का महा गठबंधन है।

अखिलेश यादव ने भाजपा पर साधा निशाना

मीरजापुर में सपा बसपा गठबंधन के प्रत्याशी रामचरित्र निषाद और राबटर्सगंज से भाईलाल कोल के समर्थन में जनसभा को संबोधित करते हुए सपा मुखिया अखिलेश यादव ने कहा कि- देश ने पांच साल दिल्ली और दो साल यूपी का देखा है। लोगों ने तकलीफ और परेशानी झेली है। आप इसी दिन का इंतजार कर रहे थे कि कब मौका आएगा। माताएं-बहनें बैठी हैं इनको पेंशन मिलती थी सरकार ने छीन ली। सरकार ने देश को धोखा दिया है। व्यापारी हों या छोटे कारोबारी, नोटबंदी के बाद पैसा जमा दिया अब पुराना पैसा किसी के पास नहीं। नोटबंदी के बहाने धोखा दिया। नोटबंदी से कहा आतंकवाद और नक्सलवाद बंद होगा मगर नहीं हुआ। भाजपा एक जवान से घबरा गई। चुनाव लडने नहीं दिया। सरकार जवाब नहीं देना चाह रही। उनके लिए बुलेट प्रूफ जैकेट चाहिए बुलेट ट्रेन नहीं।

आप पीएम के पडोसी जिले के लोग हैं आप मगर विकास के अधूरे हैं। संविधान से आपको जो हासिल था वह मंत्री और पीएम ने छीन लिया। नौकरी रोजगार जो मिलता था वह नहीं मिल रहा। उच्च शिक्षा के लिए मौका मिलता था। मगर मंत्री और पीएम ने छीन लिया। इन्होंने धोखा दिया चायवाला बनकर आए थे अब चौकीदार बन गए। पांच साल में चाय का स्वाद पता लग गया होगा। अब वही धोखा देने के लिए चौकीदार बनकर आए हैं। वही सुविधाएं सौ नंबर की मिलती थी वह सुविधा खत्म कर दी। कभी कोई परेशानी में होता था तो एंबुलेंस मिलती थी मगर 102 और 108 बंद कर दी और बुराई 100 नंबर में भर दी। जानवर पर राजनीति करते थे मगर इनकी सरकार में जानवर भी दुखी हैं। भरोसा दिलाया था कि जानवरों के लिए इंतजाम करेंगे।

यूपी के तमाम हिस्से में किसानों को चौकीदार बनकर अपनी फसल की रखवाली करनी पड रही है। लागत का डेढ़ गुना मुनाफा नहीं मिला। आय दोगुनी करना चाहते थे मगर सरकार कोई जवाब नहीं दे रही। खाद की बोरी में पांच किलो चोरी हो गई। गैस चूल्हा महंगा हो गया। हालात ऐसे हैं जिस भी परिवार में गैस पहुंचा दोबारा नहीं भरवा पाया। हमारे पीएम शौचालय पर पैसा खर्च किए मगर कांग्रेस सरकार थी तो शौचालय एक गडढे का था भाजपा में दो गडढे का बना मगर पानी दोनों ने नहीं दिया। गरीबों को संपन्न कर दो वह शौचालय और घर बना लेंगे। लोहिया आवास योजना में घर बने तो सब सुविधा मिलती थी। हमारे कथनी करनी में कोई भेद नहीं। पीएम जो कहते हैं वो कभी नहीं करते। भाषण से पता लग रहा है कि उनकी सरकार जाने वाली है।

इस बार गठबंधन को जिताना है। आपसे अपील करने आए हैं तो सड़क बनानी होगी तो हमने दीं, सुविधाएं दीं मगर पांच साल में सब रोक दिया। नोटबंदी जीएसटी से अर्थव्यवस्था प्रभावित हुई। देश का कर्जा दोगुना बढ़ गया। किन लोगों के पास यह कर्ज पहुंचा है। कर्जे का 35 लाख करोड़ किसके पास पहुंच गया। वही लोग भारत छोड़कर चले गए। देश बचाने का यह चुनाव है। एक फीसद संपन्न लोगों के यह पीएम हैं। केवल प्रचार करके प्रचार मंत्री बन गए। झूठ और नफरत की दीवार को गिराना है। गठबंधन टूटेगा कहने वाले जान लें केंद्र और राज्य दोनों जगह परिवर्तन करेगा। नया भारत बनेगा मगर नया छह दिन में प्रधानमंत्री बनेगा। आखिरी दिन भी आपसे निवेदन हैं लोकतंत्र बचाने का मौका है। 

तैयारियां एक दिन पहले ही पूरी

अखिलेश व माया की संयुक्त रैली के लिए अघवार में मंच-पंडाल बनाने का काम तेजी से चल रहा था और देर रात तक काम पूरा कर लिया गया। सपा जिलाध्यक्ष आशीष यादव ने बताया कि प्रत्याशी रामचरित्र निषाद के विशेष आग्रह पर अखिलेश यादव एक सप्ताह के भीतर दूसरी बार जनसभा करेंगे। जनसभा की सफलता के लिए दाेनों ही दलों की ओर से पार्टी कार्यकर्ताओं की भीड़ सुबह से ही जनसभा स्‍थल पर उमड़ने लगी। 

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