Loksabha Election 2019 :प्रियंका का गेम प्लान, यूपी में सात सीट पर प्रत्याशी नहीं उतारेगी कांग्रेस
समाजवादी पार्टी का चुनाव चिन्ह साइकिल जरूर है लेकिन लोकसभा चुनाव के लिए पार्टी के वॉर रूम की रफ्तार जेट सरीखी है।
लखनऊ [अमित मिश्र]। बहुजन समाज पार्टी व राष्ट्रीय लोकदल के साथ गठबंधन के बाद समाजवादी पार्टी के हौसले जहां बढ़े हुए हैं, वहीं विरोधियों को जवाब देने के लिए हर मोर्चे पर उसकी तैयारी है। पार्टी के वॉर रूम ने सोशल मीडिया पर भी मोर्चा खोल रखा है।
समाजवादी पार्टी का चुनाव चिन्ह साइकिल जरूर है लेकिन, लोकसभा चुनाव के लिए पार्टी के वॉर रूम की रफ्तार जेट सरीखी है। गठबंधन के बाद प्रदेश में पार्टी प्रत्याशियों का चुनाव मैदान आधी से कम सीटों पर सिमट गया है जबकि वॉर रूम के कामकाज का दायरा बढ़ गया है। अब यह वॉर रूम केवल फेसबुक और ट्विटर पर दूसरे दलों की पोस्ट पढऩे और प्रतिक्रिया तक सीमित नहीं है, हर कटाक्ष पर जवाब देने को भी तैयार है।
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव की प्रेस कॉन्फ्रेंस हो या ऐसा ही पार्टी का कोई और महत्वपूर्ण कार्यक्रम हो, अब मोबाइल पर कहीं से भी लाइव देखा जा सकता है। फेसबुक पर लाइव स्ट्रीमिंग के साथ सपा अपनी बात को एक साथ करोड़ों लोगों तक वॉर रूम के जरिए ही पहुंचा रही है। सपा का वॉर रूम इस बार मुख्यालय से कुछ अलग हटकर काम कर रहा है। वॉर रूम में एक ओर टीवी चैनलों पर पल-पल बदल रहे समाचारों पर नजर है तो उधर सोशल मीडिया की भी निगरानी की व्यवस्था है। दूसरे दल या उनके बड़े नेता कहां क्या बोल रहे हैैं, क्या ट्वीट कर रहे हैैं या अपनी पार्टी के लिए मीडिया में कहीं कोई बात वायरल हो रही है तो वॉर रूम को एक साथ कई मोर्चों पर सक्रिय किए जाने का तंत्र विकसित किया गया है।
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एक ओर पार्टी के खिलाफ बन रहे माहौल या फैल रही खबर को नियंत्रित करने और काउंटर करने के लिए साइबर दुनिया के माहिर खिलाडिय़ों के साथ राजनीति के जानकारों का तालमेल बनाया गया है तो साथ ही पार्टी नेतृत्व तक ऐसी सभी जरूरी जानकारियां पहुंचाने की भी व्यवस्था है। सपा ने इस बार चुनाव की रणनीति के तौर पर बूथ रक्षक इकाइयों का गठन किया है। इन इकाइयों को जमीनी तौर पर समन्वित और निर्देशित करने के साथ ही ऑनलाइन प्रणाली से भी जोड़ा गया है। समाजवादी पार्टी ने अपने कार्यकर्ताओं तक तेजी से संदेश पहुंचाने के लिए भी वॉर रूम का इस तरह प्रयोग शुरू किया है।
डिंपल ने भी बढ़ाया कदम
सांसद डिंपल यादव ने भी महिलाओं को सपा से जोडऩे के लिए ऑनलाइन कैंपेन शुरू किया है। इसमें जहां महिलाओं से संघर्ष के अपने अनुभव साझा करने की अपील की गई है, वहीं उनसे यह सुझाव भी मांगे गए हैैं कि महिलाओं के मुद्दों और समस्याओं को लेकर सपा से उनकी अपेक्षा क्या है।
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अखिलेश खुद करते हैैं ट्वीट
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव अपने ट्विटर हैैंडल से खुद ही ट्वीट करते हैैं। उन्हें वॉर रूम से विभिन्न मुद्दों पर लगातार अपडेट किया जाता है।
तेजी से ऑनलाइन हो रही पार्टी
लाल टोपी पहन सड़क पर संघर्ष करने का दम भरने वाले समाजवादी नेता अब जिलों से लेकर तहसीलों और ब्लॉकों तक में तेजी से ऑनलाइन हो रहे हैैं। इन नेताओं के मुताबिक सोशल मीडिया पर अपनी बात कहने से ज्यादा ललक उन्हें पार्टी और अध्यक्ष के संदेशों को जानने की है।