Loksabha Election 2019 :मैनपुरी में नामांकन के बाद सभा में नहीं पहुंचे मुलायम सिंह यादव, लोग मायूस
मुलायम सिंह परिवार के साथ इटावा से समाजवादी पार्टी के रथ में सवार होकर मैनपुरी निकले हैं। इस दौरान मैनपुरी में हाई-वे पर निष्क्रिय हैंड ग्रेनेड मिलने से सनसनी फैल गई।
मैनपुरी, जेएनएन। समाजवादी पार्टी के संरक्षक मुलायम सिंह यादव ने आज मैनपुरी से अपना नामांकन किया। इसके बाद उनको सभा को संबोधित करना था, लेकिन वह मंच पर नहीं पहुंचे। इसके बाद जनसभा में उनको सुनने पहुंचे लोग मायूस हो गए।
अखिलेश यादव के साथ ही प्रोफेसर राम गोपाल मंच पर आए, लेकिन लोग वहां पर मुलायम सिंह यादव को बुलाने की मांग करने लगे। सपा मुखिया अखिलेश यादव, प्रो. रामगोपाल, तेज प्रताप व धर्मेंद्र यादव ने मंच से बताया कि नेताजी आज तो अपना नामांकन कर इटावा वापस लौट गए हैं। अखिलेश यादव ने कहा कि सबसे पहले मैं आज मैनपुरी के एक-एक नेता तथा कार्यकर्ता का धन्यवाद करता हूं। उन्होंने हालांकि नेताजी मंच पर नहीं आए, लेकिन उन्होंने सभी दलों को निर्देश दिए हैं कि भाजपा का सफाया करो। यह चुनाव भाजपा का सफाया करने वाला है। अब तो होली के बाद यह नया रंग है। हरे लाल के साथ नीला रंग भी है। यहां सपा हमेशा मजबूत रही है। इस बार भी हमे पूरी ताकत दिखानी है।
अखिलेश यादव ने कहा-भाजपा ने देश को बर्बाद कर दिया
अखिलेश यादव ने कहा कि यहां के लोगों का जोश देखकर खुशी हो रही है। लोकतंत्र में बहुत बड़ी जीत हो चुकी हैं, लेकिन इस बार पूरी दुनिया देखेगी यहाँ कितनी बड़ी जीत हुई। भाजपा ने देश को बर्बाद कर दिया। इतना कोई झूठ नहीं बोलता, जितना भाजपा बोलती है। कोई वादा पूरा नहीं किया। रोजगार नहीं दिए, कारोबार और ठप कर दिए। अकाउंट खुलवा लिए, लेकिन 15 लाख नहीं आए। किसान को कुछ नहीं मिला।
भाजपा ने किसान की बोरी की चोरी कर ली। किसानों का एक किलो आलू तक नहीं खरीदा। उन्होंने कहा कि अभी तो कार्यकर्ताओं की रैली हुई है। अभी तो 19 को यहां पर सपा-बसपा की रैली होनी है। तब विचारों का संगम होगा। भीड़ देखकर विरोधियों को पता चल जाएगी हमारी ताकत। रामगोपाल यादव ने इस मंच से सपा सरंक्षक मुलायम को 85 फीसद वोट दिलाने की अपील की। उन्होंने कहा कि इस बार दिल्ली के बाद उत्तर प्रदेश में भी गठबंधन की सरकार आएगी।
मुलायम सिंह ने किया नामांकन, कहा-पीएम पद के दावेदार नहीं
लोकसभा चुनाव 2019 में मुलायम सिंह यादव ने आज समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी के रूप में अपना नामांकन किया। मुलायम सिंह यादव ने चार सेट में अपना नामांकन पत्र दाखिल किया।
नामांकन दाखिल करने के बाद समाजवादी पार्टी के सरंक्षक मुलायम सिंह यादव ने कहा कि मैंने अपना नामांकन दाखिल कर दिया है। उन्होंने कहा कि वह प्रधानमंत्री पद के दावेदार नहीं हैं। अब तो देश के प्रधानमंत्री का फैसला लोकसभा चुनाव के बाद ही होगा। मैं तो एक बार फिर मैनपुरी से मैदान में हूं। समाजवादी पार्टी के संरक्षक मुलायम सिंह यादव ने नामांकन के समय मैनपुरी कलेक्ट्रेट में समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव, प्रमुख राष्ट्रीय महासचिव प्रो. रामगोपाल यादव और सांसद तेजप्रताप यादव व धर्मेंद्र यादव भी साथ थे।
सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव यहां पर समाजवादी पार्टी के रथ में अपना नामांकन कराने कलेक्ट्रेट पहुंचे थे। यहां पर मुलायम सिंह यादव के साथ चल रहे सुरक्षाकर्मियों की पुलिस झड़प हो गई। पुलिस ने इसके बाद एनएसजी कमांडो को तो जाने दिया लेकिन मुलायम के साथ पानी व दवा लेकर जा रहे सुरक्षाकर्मियों को रोक दिया। मुलायम के साथ सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव भी थे। यहां पर मुलायम के प्रस्तावकों में बसपा जिला अध्यक्ष शुभम सिंह भी शामिल थे।
मुलायम सिंह यादव अपने परिवार के सदस्यों के साथ इटावा से पार्टी के रथ में सवार होकर मैनपुरी के लिए निकले। बड़ी संख्या में कार्यकर्ताओं के जोशीले नारों के बीच मुलायम सिंह यादव पुत्र पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव, भतीजे सांसद धर्मेंद्र यादव, सांसद तेजप्रताप सिंह यादव, अनुराग यादव, पूर्व पर्यटन मंत्री ओम प्रकाश सिंह, नाती अर्जुन व नातिन टीना के साथ इटावा से रवाना हुए। इस दौरान मुलायम सिंह यादव ने रथ के अंदर से कार्यकर्ताओं का हाथ हिलाकर अभिवादन किया।
इससे पहले सुबह 10.30 बजे पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव उन्हें लेने के लिए समाजवादी पार्टी के रथ में सैफई से सवार होकर इटावा में उनके आवास सिविल लाइन पहुंचे। करीब आधा घंटे बाद वह मुलायम सिंह यादव को साथ लेकर निकल गये। इससे पहले आज सुबह प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया) के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव ने अग्रज मुलायम सिंह यादव से उनके आवास पर जाकर मुलाकात की थी और इनके बीच आधा घंटे तक उनके साथ चर्चा की। मुलायम सिंह के स्वागत के लिए शहर में जगह-जगह कार्यकर्ता खड़े हुए थे। काफी दिनों बाद दोनों नेताओं के एक साथ शहर में आने को लेकर कार्यकर्ताओं में खासा जोश था।
मुलायम सिंह यादव के आवास से मैनपुरी रेलवे फाटक तक नामांकन काफिले को निकालने में पुलिस पसीना-पसीना हो गई। दोनों नेताओं की निजी सुरक्षा कर्मियों को भी काफी मशक्कत करनी पड़ी। इस दौरान मीडिया से दोनों नेताओं ने कोई वार्ता नहीं की।