सपा ने चुनाव आयोग से की शिकायत, साइकिल का बटन दबाने पर कमल को पड़ रहा वोट
लोकसभा चुनाव 2019 के चौथे चरण में भी सपा ने ईवीएम को मुद्दा बनाते हुए बड़े पैमाने पर गड़बड़ी की शिकायत की है।
जेएनएन, लखनऊ। लोकसभा चुनाव के चौथे चरण में भी सपा ने ईवीएम को मुद्दा बनाते हुए बड़े पैमाने पर गड़बड़ी की शिकायत की है। खास तौर पर कन्नौज में सपा ने इवीएम को निशाने पर रखा और ज्यादातर मुस्लिम क्षेत्रों में ही वोटिंग मशीनें खराब होने की बात कही। प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी एल.वेंकटेश्वर लू के पास पहुंचे सपा के प्रतिनिधिमंडल ने पुलिस-प्रशासन और भाजपा कार्यकर्ताओं द्वारा मतदान प्रभावित किए जाने की भी शिकायत की है।
तीसरे चरण की तरह चौथे चरण के मतदान में भी सपा ने साइकिल का बटन दबाने पर कमल को वोट पडऩे का आरोप लगाया। सपा ने कन्नौज के साथ हरदोई, उन्नाव, कानपुर, झांसी और लखीमपुर खीरी सहित कई जगह ईवीएम खराब होने के पीछे साजिश की आशंका जताई है। कन्नौज के भाजपा प्रत्याशी सुब्रत पाठक पर पोलिंग एजेंट को पीटने, मतदाताओं को डराने और आचार संहिता के उल्लंघन का आरोप लगाया।
सपा सचिव राजेंद्र चौधरी नेे डीजीपी ओपी सिंह को हटाने और निष्पक्ष चुनाव कराने की मांग की है। मुख्य निर्वाचन अधिकारी को सौंपे ज्ञापन में सपा नेताओं ने बताया कि कन्नौज के छिबरामऊ में बूथ संख्या 482 व 483 में साइकिल का बटन दबाने पर वीवी पैट पर कमल का फूल निकल रहा है। सपा ने इसके लिए प्रशासन को जिम्मेदार ठहराया। कहा गया कि सपा के सैकड़ों कार्यकर्ताओं को रेड कार्ड जारी कर मतदान में व्यवधान किया जा रहा है। सपा नेताओं ने कन्नौज लोकसभा क्षेत्र के सभी विधानसभा क्षेत्रों में गड़बड़ी किए जाने की शिकायत दर्ज कराई।
रसूलाबाद विधानसभा क्षेत्र में 25 से 30 ईवीएम खराब होने, छिबरामऊ में गुरसहायगंज कोतवाली प्रभारी द्वारा मतदाताओं को डराने व लाठीचार्ज करने, तिर्वा के इंस्पेक्टर द्वारा भाजपा के पक्ष में खुलेआम काम करने, छिबरामऊ में ही भाजपा कार्यकर्ताओं द्वारा राज्यमंत्री के पास ले जाकर बीएलओ की पिटाई करने और कन्नौज सदर में दलितों को वोट डालने से रोकने सहित अन्य क्षेत्रों में भी ईवीएम न चलने की शिकायत की। सपा सचिव राजेंद्र चौधरी ने डीजीपी ओपी सिंह के इशारे पर एसएसपी अमरेंद्र प्रताप सिंह व कन्नौज कोतवाली प्रभारी विनोद कुमार मिश्र पर भाजपा के पक्ष में सक्रिय होने का भी आरोप लगाया। सपा नेताओं ने चुनाव आयोग की व्यवस्था पर भी असंतोष जताया है।