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Loksabha Election 2019 : वाराणसी में मोदी के खिलाफ ताल ठोक सकते हैं तोगड़िया

विश्व हिंदू परिषद के पूर्व अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ.प्रवीण तोगड़िया ने मंगलवार को लखनऊ में अपनी पार्टी के उत्तर प्रदेश में 26 उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है।

By Umesh TiwariEdited By: Published: Tue, 26 Mar 2019 01:36 PM (IST)Updated: Wed, 27 Mar 2019 10:19 AM (IST)
Loksabha Election 2019 : वाराणसी में मोदी के खिलाफ ताल ठोक सकते हैं तोगड़िया
Loksabha Election 2019 : वाराणसी में मोदी के खिलाफ ताल ठोक सकते हैं तोगड़िया

लखनऊ, जेएनएन। विश्व हिंदू परिषद के पूर्व अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कट्टर विरोधी डॉ. प्रवीण तोगड़िया ने कहा है कि वह वाराणसी से चुनाव लड़ सकते हैैं।

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मंगलवार को लखनऊ में पत्रकारवार्ता में डॉ. तोगड़िया ने अपनी पार्टी हिंदुस्थान निर्माण दल (चुनाव चिन्ह पानी की टंकी) के प्रत्याशियों की घोषणा की। पहली सूची में कुल 48 प्रत्याशियों के नाम हैं। इसमें से 26 उप्र के और बाकी में गुजरात, ओडीसा, असम और हरियाणा और गुजरात के हैं। पूरे देश में पार्टी 100 लोकसभा सीटों पर लड़ेगी।

उन्होंने कहा कि मोदी और भाजपा के लिए राम मंदिर और राष्ट्रवाद सिर्फ चुनावी मुद्दा है। पठानकोट में हुए आतंकवादी हमले के बाद इनको राष्ट्रवाद की याद क्यों नहीं आयी? किसानों को उनको वाजिब दाम दिलाने के लिए स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट को क्यों भूले रहे? चाय वाला भी चुनावी था और चौकीदार भी।

हम ही देंगे अयोध्या में राम मंदिर

उन्होंने कहा कि हम ही देंगे अयोध्या में राम मंदिर, युवाओं को काम, किसानों को दाम के साथ काम और सैनिकों को सम्मान। मोदी के कार्यकाल में 1000 सैनिक शहीद हुए, पर उनका राष्ट्रवाद चुनाव के ठीक पहले ही जागा। इसके पहले पाकिस्तान को मोस्ट फेवर्ड नेशन का दर्जा था। प्रियंका गांधी के अयोध्या जाने के सवाल पर कहा कि वहां कोई जा सकता है। मैं तो यह जानना चाहता हूं कि पांच साल में मोदी वहां क्यों नहीं गए? क्या वहां जाने वह डरते हैं।

पार्टी के एजेंडे के बारे में डॉ.तोगडिय़ा ने कहा कि कश्मीर के पत्थरबाजों पर कार्पेट बमबार्डिंग, दो बच्चों की नीति और आर्थिक नीति में बदलाव प्रमुख एजेंडा होगा। मोदी सरकार की आर्थिक नीतियों से 115 करोड़ लोगों का सत्यानाश हो गया। यह कुछ कार्पोरेट घरानों और 10 करोड़ अमीरों के हित में है। न विकास है न नौकरियां। अर्थव्यवस्था को सर्जरी की जरूरत है।

जो मार्ग दर्शक थे उनको मूक दर्शक बना दिया

लालकृष्ण आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी को टिकट न देने के सवाल पर कहा कि क्या आप अपने माता-पिता को बुजुर्ग होने पर उपेक्षित कर देते हो। यहां क्या हुआ, मार्गदर्शक से मूकदर्शक बना दिया। मैंने 22 साल इनके साथ गुजारे हैं। साथ आएं तो स्वागत करूंगा।

कौन कहां से है प्रत्याशी

फैजाबाद-हरिशंकर मौर्या, अंबेडकर नगर-परशुराम, खलीलाबाद-राजेंद्र ढोला, मछलीशहर-ललई सरोज, कौशांबी-धीरेंद्र सरोज, कन्नौज-लोधी ऋषि, आंवला-दिनेश कश्यप, रामपुर-चंद्रिका प्रसाद, मोहनलालगंज-
रामचेत गौड़, धौरहरा-बलजीत कौल, चंदौली रामखिलावन राजभर्र, अलीगढ़-विपेंद्र प्रताप सिंह, कैराना-रेखा गुर्जर, फिरोजाबाद-मानवेंद्र प्रताप सिंह, बरेली-भानु प्रताप गंगवार, लखीमपुर खीरी- एडवोकेट महेश वर्मा, उन्नाव-नीलिमा गजेंद्र पटेल, झांसी-धर्मेंद्र कुशवाहा, हमीरपुर-नंदकिशोर प्रजापति, बांदा-भूपेंद्र निषाद, प्रतापगढ़- रामखिलावन पटेल, बस्ती-रोहित पाठक, लालगंज- जगधारीराम कनोजिया, जौनपुर-शेषमणि मौर्य, भदोही-विनोद सम्राट कुशवाहा, सलेमपुर-आरपी जिज्ञासु।


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