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Meerut Loksabha Election 2019 : मेरठ में शाम छह बजे तक 63 प्रतिशत मतदान

Meerut Lok Sabha Election 2019 Polling Updates मेरठ में सर्वाधिक भीड़ कैलाश प्रकाश स्पोर्ट्स स्टेडियम में है। यहां पर लंबी लाइन लगी है।

By Dharmendra PandeyEdited By: Published: Thu, 11 Apr 2019 07:18 AM (IST)Updated: Thu, 11 Apr 2019 08:13 PM (IST)
Meerut Loksabha Election 2019  : मेरठ में शाम छह बजे तक 63 प्रतिशत मतदान
Meerut Loksabha Election 2019 : मेरठ में शाम छह बजे तक 63 प्रतिशत मतदान

मेरठ, जेएनएन। लोकसभा चुनाव 2019 में आज मेरठ में पहले चरण के मतदान को लेकर मतदाता खासे उत्साहित हैं। मेरठ में दो घंटे में 11 प्रतिशत मतदान हो गया है। इसके बाद मतदान की गति में इजाफा हो गया। 11 बजे तक 21.80 प्रतिशत व दोपहर एक बजे तक 37.60 प्रतिशत, तीन बजे तक 51 प्रतिशत, शाम पांच बजे तक 59.40 प्रतिशत और फिर शाम छह बजे तक 63 प्रतिशत मतदान हुआ। तहसील रोड स्थित 146 बूथ पर 6:00 बजे के बाद परिसर में रह गए वोटरों का वोट डालने को लेकर हंगामा। एसडीएम ने मौके पर पहुंचकर समझाकर शांत किया।

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मेरठ शहर विधानसभा में 61, मेरठ दक्षिण में 60.1 मेरठ कैंट में 56.7, किठौर विधानसभा में 65.83 सरधना में 64.44 सिवालखास में 65  व हस्तिनापुर 65% मतदान हुआ है। मतदान शाम 6:00 बजे तक चलेगा। मेरठ में विधानसभा की 7 सीटें हैं। इनमें सिवालखास, सरधना, हस्तिनापुर, किठौर, मेरठ कैंट, मेरठ शहर, व मेरठ दक्षिण शामिल हैं। मेरठ में लोकसभा चुनाव के लिए कुल 1198 मतदान केंद्र बनाए गए हैं। जबकि 2740 मतदेय स्थल बनाए गए हैं। मेरठ जिले की सातों विधानसभा में कुल 25,36,837 वोटर हैं। इनमें से 13,90484 पुरुष व 1146155 महिला वोटर हैं। जबकि मेरठ में दिव्यांग वोटरों की संख्या 11926 है। कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच पूरे जिले में मतदान चल रहा है। इसके लिए जिला प्रशासन ने 22 जोनल ऑफिसर व 234 सेक्टर ऑफिसर नियुक्त किए हुए हैं।

जिले के 304 ऐसे मतदेय स्थल ऐसे हैं जहां से वेबकास्टिंग की जा रही है। मेरठ में हर विधानसभा में एक-एक सखी बूथ बनाया गया है। जबकि सातों विधानसभा में 26 आदर्श मतदेय स्थल बनाए गए हैं। इनमें सबसे अधिक आदर्श मतदान स्थल हस्तिनापुर सीट पर 14 बनाए गए हैं। दोपहर 1:00 बजे तक 6 घंटे का मतदान हो चुका है। जिले की सातों विधानसभा में अब तक 42.13% मतदान हुआ है। जबकि अभी 5 घंटे मतदान के और बाकी हैं। दोपहर तक ही 42 से अधिक मतदान हो जाने के कारण शाम 6:00 बजे तक अच्छे मतदान का प्रतिशत रहने की संभावना है। 2014 के लोकसभा चुनाव में कुल 63.11 फीसद मतदान हुआ था। जबकि वर्ष 1977 में अब तक सबसे अधिक 67. 86 फीसद मतदान हुआ था जो आज तक मेरठ जिले का रिकॉर्ड बना हुआ है। ऐसे में पिछले लोकसभा चुनाव का रिकॉर्ड भी इस बार टूट सकता है।

सुबह 7:00 बजे जिले के सभी मतदान केंद्रों पर एक साथ मतदान हुआ प्रारंभ हुआ। प्रारंभ में ईवीएम खराब होने व न चलने की शिकायत मिली। जिस पर दर्जनों ईवीएम को जिला प्रशासन के निर्देश पर बदला जा चुका है। इसके अलावा शहर में देहात के कई क्षेत्रों में हंगामा आदि भी हुआ। कुछ लोगों ने अपने वोट डालने व वोटर लिस्ट में नाम न होने की भी शिकायतें की। उधर जिला प्रशासन मतदान के हर 2 घंटे बाद जिले की सातों विधानसभा सीटों का मतदान प्रतिशत जारी कर रहा है। पूरे जिले से मतदान की सूचनाएं एकत्र करने के लिए कलक्ट्रेट परिसर में कंट्रोल रूम बनाया गया है। उप जिला निर्वाचन अधिकारी व एडीएम प्रशासन रामचंद्र की देखरेख में पूरे जिले से मतदान की सूचना एकत्र की जा रही हैं।

कासमपुर के प्रेरणा पब्लिक स्कूल में तारापुर एन्क्लेब, बीसी लाइन व विक्रम बत्रा एन्क्लेव में सैनिकों के करीब 50 वोट हैं। इनमें से 15 अफसर अपने परिवार के साथ मतदान करने पहुंचे। काजीपुर गांव में प्राथमिक विद्यालय पर बने मतदान केंद्र पर लंबी लाइनों में लगकर लागों ने मतदान किया। लावड़ कस्बे में बूथ नंबर 252 पर ईवीएम खराब होने की वजह से सुबह साढ़े 8 बजे तक एक भी वोट नहीं डाली गई है। ईवीएम बदलने में कर्मचारी जुटे हैं। इसी मतदान केंद्र में बूथ संख्या 250 पर ईवीएम की खराबी के चलते एक घंटा देरी से मतदान शुरू हुआ। जिसके चलते मतदाताओं की लंबी कतार लग गई। कुछ मतदाता इंतजार करने के बाद बिना वोट डाले वापस लौट गए।

भाजपा के पश्चिमी उत्तर प्रदेश अध्यक्ष अश्वनी त्यागी ने बूथ नंबर 314 आरजी इंटर कालेज पर अपना वोट डाला। स्वामी पांडा में मेरठ लोकसभा चुनाव के लिए पत्नी के साथ पूर्व प्रदेश अध्यक्ष डाक्टर लक्ष्मीकान्त वाजपेयी ने लाइन में लगकर मतदान किया। भाजपा सांसद डॉ. राजेंद्र अग्रवाल ने मास्टर्स स्कूल ऑफ मैनेजमेंट में बने केंद्र में अपना वोट डाला। 

कंट्रोल रूम में जिले से ईवीएम में आ रही दिक्कतों की शिकायतें आ रही हैं। जिनकी शिकायतों का का निस्तारण करने के साथ कलक्ट्रेट में बने कंट्रोल रूम में लोग लगे हैं। अब तक 791 लोगों ने अपनी वोट के बारे में जानकारी प्राप्त की है। तहसील रोड के प्राथमिक विद्यालय नंबर 1 के बूथ नंबर 146 के साथ सरूरपुर के पांचली बुजुर्ग गाँव मे बाद नंबर 29 पर ईवीएम मशीन में खराबी के कारण यहां मतदान बाधित हुआ। टीम ने जाकर मशीन बदली।

मतदान अधिकारी चोटिल

इस्माइल बालिका इंटर कॉलेज में ड्यूटी पर जाते रोहटा रोड विमल श्री हॉस्पिटल के सामने समय मतदान अधिकारी बबली का एक्सीडेंट हो गया। उनके सिर पर चोट लगी है। इसके बाद पट्टी करा कर पहुंची ड्यूटी पर। कंधे में भी आई चोट।

4 मतदान केंद्रों पर कई घंटे खराब रही ईवीएम मशीन लगी लंबी लाइन

ईवीएम मशीन कई घंटे खराब नहीं। कौन गांव में एक बूथ पर करीब 1 घंटे खराब रहने से मतदान प्रभावित रहा। वहीं अलीपुर गांव में 457 बूथ संख्या पर ईवीएम मशीन करीब 2 घंटे खराब है। जिस कारण मतदान केंद्र पर लंबी लाइन लग गई। पीपली खेड़ा गांव में बूथ नंबर 307 308 पर मशीन खराब रही जिस कारण मतदाताओं की लंबी लाइन लगी। लोगों का आरोप है कि 1 घंटे देरी से मतदान शुरू हुआ।

कैलास प्रकाश स्टेडियम में बूथ संख्या 342 से 345 तक विविपेट और ईवीएम की सेटिंग से देरी। पहला वोट बूथ 342 पर सात बजकर दस मिनट पर और यही पर 346 बूथ में 7 बजकर 12 मिनट पर पड़ा पहला वोट। दिन में भीषण गर्मी की वजह से वोट डालने के लिए लोग आज सुबह जल्दी बूथों की ओर निकल रहे हैं। इसके अलावा शहर में अन्य केंद्रों पर लोग मतदान कर रहे हैं। कंकरखेड़ा के सरस्वती शिशु मंदिर में मतदान के लिए लगी लंबी कतार लगी है।

मेरठ संसदीय सीट से 18.88 लाख मतदाताओं में महिला मतदाताओं की संख्या 8.59 लाख है। मेरठ-हापुड़ लोकसभा सीट पर प्रथम चरण में भाजपा के राजेंद्र अग्रवाल, कांग्रेस के हरेंद्र अग्रवाल और गठबंधन के याकूब कुरैशी सहित 11 प्रत्याशी अपना भाग्य आजमाएंगे। यहां बूथों की संख्या 2740 हैं, जबकि मतदान केंद्र 1198 और पोलिंग पार्टियां 3015 हैं। 2014 में चुनाव जीते राजेन्द्र अग्रवाल को भाजपा ने प्रत्याशी बनाया है। अग्रवाल को 48 प्रतिशत मत मिले थे।

बसपा ने शाहिद अखलाक को प्रत्याशी बनाया था। जिन्हें 27 प्रतिशत और सपा के शाहिद मंसूर को 19 प्रतिशत तथा कांग्रेस की नगमा को 4 प्रतिशत मिले थे। धार्मिक ध्रुवीकरण और सपा, बसपा के बीच मुस्लिम मत विभाजन से अग्रवाल 2009 और 2014 चुनाव जीते थे। 2019 में स्थितियां बदल गयी हैं। कांग्रेस ने पूर्व मुख्यमंत्री रहे बनारसी दास के बेटे हरेन्द्र अग्रवाल को प्रत्याशी बनाया है जबकि गठबंधन से हाजी मोहम्मद यूसूफ मैदान में है। कांग्रेस और भाजपा के प्रत्याशी व्यापारी वर्ग से है ऐसे में अगर व्यापारी कांग्रेस की तरफ मुड़े और मुस्लिम तथा भाजपा से नाराज अन्य वर्गो का समर्थन मिला तो लड़ाई त्रिकोणात्मक होगी और इसमें कोई भी चुनाव जीता सकता है। 


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