केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी की शैक्षणिक योग्यता पर फिर विवाद, कांग्रेस कोर्ट में जाने का इरादा
कांग्रेस एमएलसी दीपक सिंह ने अपने ट्विटर एकाउंट पर ट्वीट कर कहा कि 2004 में लोकसभा चुनाव के दौरान शपथ पत्र में स्मृति ईरानी ने अपने को बीए पास स्नातक दिखाया था।
अमेठी, जेएनएन। लोकसभा चुनाव में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के खिलाफ अमेठी में एक बार फिर से मैदान में उतरीं केंद्रीय मंत्री स्मृति जुबिन ईरानी की शैक्षणिक योग्यता एक बार फिर चर्चा में हैं। अमेठी निवासी कांग्रेस एमएलसी दीपक सिंह ने भाजपा प्रत्याशी स्मृति ईरानी की डिग्री को लेकर बड़ा सवाल उठाया है।
कांग्रेस एमएलसी दीपक सिंह ने अपने ट्विटर एकाउंट पर ट्वीट कर कहा कि 2004 में लोकसभा चुनाव के दौरान शपथ पत्र में स्मृति ईरानी ने अपने को बीए पास स्नातक दिखाया था। 2019 में दिए शपथ में बी काम पार्ट एक तक पढ़ी बता रही है। वह अपनी डिग्री क्यों छुपा रही है। उन्होंने कहा कांग्रेस इसके खिलाफ कोर्ट जाएगी। 2004 में स्मृति ईरानी दिल्ली के चांदनी चौक से कांग्रेस के कपिल सिब्बल के खिलाफ भाजपा की प्रत्याशी थीं।
दीपक सिंह ने कहा कि शिक्षा को लेकर श्रीमती स्मृति ईरानी हर बार जनता से और चुनाव आयोग से झूठ बोल रही हैं। अब एक बार फिर से उनका झूठ सामने आया है। भाजपा ने उनको कैबिनेट बनाया है। पहले वह मानव संसाधन विकास मंत्रालय में कैबिनेट मंत्री थीं और अब कपड़ा मंत्रालय उनके पास है। इनकी शैक्षिक योग्यता पर हमेशा संदेह बना रहा और हकीकत निकलकर सामने आ गई है कि वह स्नातक भी नहीं है।
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स्मृति ईरानी कभी अपने को बीए पास तो कभी बी कॉम की छात्रा बताती रहीं। इस बार के चुनाव आयोग को दिए हलफनामे में अपने झूठ को स्वयं प्रमाणित किया है कि वह बी.काम भी पास नहीं हैं। दीपक सिंह ने कहा कि हम चुनाव आयोग से मांग करते हैं कि स्मृति ईरानी का नामांकन खारिज करें। ऐसे लोगों की जगह जनता और संसद में नहीं बल्कि जेल में है। कांग्रेस इनके खिलाफ मामला कोर्ट में रखेगी।
केंद्रीय मंत्री और अमेठी लोकसभा सीट से भाजपा उम्मीदवार स्मृति ईरानी ने चुनाव आयोग को बताया कि उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय से स्नातक की पढ़ाई पूरी नहीं की है। अपने नामांकन के दौरान दायर हलफनामे में ईरानी ने कहा कि उन्होंने 1991 में सेकेंडरी स्कूल परीक्षा और 1993 में सीनियर सेंकेडरी स्कूल परीक्षा पास की। ईरानी ने कहा है कि उन्होंने 1994 में दिल्ली यूनिवर्सिटी के स्कूल ऑफ ओपन लर्निंग से तीन साल के डिग्री कोर्स में अपना बैचलर ऑफ कॉमर्स (पार्ट- वन ) पूरा नहीं किया है। 2004 के चुनावों के लिए दिए अपने हलफनामे में उन्होंने कथित तौर पर कहा था कि उन्होंने 1994 में यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएशन किया था। उनके इस दावे की सत्यता पर विपक्षी दलों ने सवाल उठाते हुए उनके ग्रेजुएट न होने की बात कही थी।
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स्मृति की संपत्ति में पांच वर्ष में 57 लाख का इजाफा
केंद्रीय मंत्री व अमेठी से भाजपा प्रत्याशी स्मृति ईरानी की कुल संपत्ति पिछले पांच वर्ष में 57 लाख से अधिक बढ़ गई है। स्मृति ईरानी के नामांकन के दौरान कल दाखिल किए गए शपथ पत्र से यह जानकारी सार्वजनिक हुई। वर्ष 2014 में स्मृति ईरानी ने जब अमेठी सीट से पहली बार कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के मुकाबले अपना नामांकन करते हुए जो हलफनामा दाखिल किया था, उसके मुताबिक इन पांच वर्ष में उनकी संपत्ति में इजाफा हुआ है। वहीं उनके पति जुबिन ईरानी कुल संपत्ति 2014 के मुकाबले 47 लाख कम हो गई है। दाखिल हलफनामे पर गौर करें तो वर्तमान में स्मृति ईरानी के पास कुल संपत्ति चार करोड़ 71 लाख एक हजार नौ सौ 48 रुपये है, जबकि यह वर्ष 2014 में चार करोड़ 14 लाख 98 हजार छह सौ 21 रुपये थी। वहीं उनके पति जुबिन ईरानी की 2014 में कुल संपत्ति पांच करोड़ 14 लाख 56 हजार नौ सौ 49 रुपये थी, जो वर्तमान में घटकर चार करोड़ 67 लाख 57 हजार आठ सौ 14 रुपये हो गई है।
स्मृति के पास वर्तमान में कुल नकद पूंजी छह लाख 24 हजार 78 रुपये ही है, जबकि उनके पति के पास आठ लाख 53 हजार दो सौ 88 रुपये नकद है। स्मृति के पास 21 लाख दस हजार नौ सौ 83 रुपये के आभूषण हैं तो उनके पति के पास 45 हजार नौ सौ 81 रुपये के आभूषण होने की बात हलफनामे में बताई गई है। केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी के पास 13,14,853 व उनके पति के पास 6,83,867 रुपये कीमत के वाहन भी मौजूद हैं। शपथ पत्र में स्मृति के बेटे जोहर के पास वर्तमान समय में एक लाख 71 हजार 552 रुपये की संपति हैं व बेटी जोइश के पास दो लाख पैंतीस सौ 82 रुपये की संपत्ति है।