Loksabha Election 2019 : मायावती ने कहा- CM योगी आदित्यनाथ को गोरखपुर ने ठुकराया, अब पीएम मोदी की बारी
बीएसपी प्रमुख ने एक के बाद एक ट्वीट किए और कहा कि वाराणसी सीट पर पीएम मोदी की ऐतिहासिक हार होगी। उन्होंने सवाल उठाया कि क्या वाराणसी 1977 का रायबरेली दोहराएगा।
लखनऊ, जेएनएन। लोकसभा चुनाव 2019 में कल सातवें तथा अंतिम चरण के मतदान से पहले बहुजन समाज पार्टी की मुखिया मायावती ने बड़ी घोषणा कर दी है। मायावती ने ट्वीट किया है कि गोरखपुर ने सीएम योगी आदित्यनाथ को ठुकरा दिया है।
बीएसपी प्रमुख ने एक के बाद एक ट्वीट किए और कहा कि वाराणसी सीट पर पीएम मोदी की ऐतिहासिक हार होगी। उन्होंने सवाल उठाया कि क्या वाराणसी 1977 का रायबरेली दोहराएगा। अब बारी पीएम नरेंद्र मोदी की है। लगता है कि वाराणसी में भी 1977 के रायबरेली जैसा परिणाम होगा। वहां इंदिरा गांधी को प्रधानमंत्री रहते शिकस्त झेलनी पड़ी थी। 1977 में रायबरेली सीट से इंदिरा गांधी को जय प्रकाश नारायण ने हरा दिया था।
बसपा मुखिया मायावती ने आज बुद्ध पूर्णिमा पर गौतम बुद्ध की जयंती पर लोगों को शुभकामना देने के साथ पीएम मोदी पर निशाना साधा। आज मायावती ने ट्वीट किया है जिसमें उन्होंने मोदी के वाराणसी में हार की बात कही है। उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा है कि योगी आदित्यनाथ को तो गोरखपुर ने ठुकरा दिया है और अब क्या वाराणसी 1977 का रायबरेली दोहराएगा। लगता है पीएम मोदी को यहां से ऐतिहासिक हार का सामना करना पड़ेगा।
पूर्वांचल के साथ यह वादाखिलाफी व विश्वासघात तब हुआ है जब पीएम व यूपी के सीएम इसी क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हैं। योगी को तो गोरखपुर ने ठुकरा दिया है तो क्या ऐसे में पीएम श्री मोदी की जीत से ज्यादा वाराणसी में उनकी हार ऐतिहासिक नहीं होगी? क्या वाराणसी 1977 का रायबरेली दोहराएगा?— Mayawati (@Mayawati) May 18, 2019
उन्होंने कहा भाजपा डबल इंजन वाली सरकार है। उन्होंने इशारों-इशारों में पीएम मोदी और सीएम योगी आदित्यनाथ को भाजपा का इंजन बताया। मायावती ने कहा कि मोदी की जीत से ज्यादा वाराणसी में उनकी हार ऐतिहासिक नहीं होगी। मायावती लगातार ट्विटर के भाजपा को आड़े हाथों ले रही हैं। मायावती ने ट्वीट करके आरोप लगाया कि पीएम ने पूर्वांचल के साथ वादाखिलाफी की है। उन्होंने लिखा कि पूर्वांचल के साथ यह वादाखिलाफी व विश्वासघात तब हुआ है जब पीएम मोदी व यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हैं। योगी आदित्यनाथ को तो गोरखपुर ने ठुकरा दिया है तो क्या ऐसे में पीएम नरेंद्र मोदी की जीत से ज्यादा वाराणसी में उनकी हार ऐतिहासिक नहीं होगी। क्या वाराणसी 1977 का रायबरेली दोहराएगा।
उन्होंने लिखा कि पीएम मोदी का गुजरात मॉडल यूपी के पूर्वांचल की भी अति-गरीबी, बेरोजगारी व पिछड़ेपन को दूर करने में थोड़ा भी सफल नहीं हो सका, जो घोर वादाखिलाफी है। मोदी-योगी की डबल इंजन वाली सरकार ने विकास के बजाए केवल जाति व साम्प्रदायिक उन्माद, घृणा व हिंसा ही देश को दिया है, जो अति दु:खद है।
मायावती ने इससे पहले यह ट्वीट भी किया- मानवतावाद के मसीहा तथागत गौतम बुद्ध का शान्ति, अहिंसा, करुणा और दया का संदेश सम्पूर्ण मानवता के लिए ऐसी अमूल्य निधि है जिसकी बदौलत अपने देश में ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया में शान्ति व सद्भाव का वातावरण सृजित किया जा सकता है, जिसकी आज सख्त जरूरत भी है। उन्होंने लोगों को बुद्ध पूर्णिमा की शुभकामनाएं देते हुए लिखा कि बुद्ध पूर्णिमा के शुभ अवसर पर देशवासियों व ख़ासकर यूपी के लोगों को हार्दिक बधाई व शुभकामनाएं। तथागत गौतम बुद्ध के शान्ति, अहिंसा, करुणा व दया के सम्बंध में राजनीतिक बयानबाजी से कहीं अधिक उन्हें राष्ट्रजीवन में उतारने की सबसे ज्यादा जरूरत है, जिसके बिना समाज व देश बिखर रहा है।
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