Lok Sabha Elections 2019 : मध्यप्रदेश में युवाओं को रोजगार के मुद्दे पर होगा चुनाव
लोकसभा चुनाव में दोनों प्रमुख राजनीतिक दल भाजपा व कांग्रेस युवा मतदाताओं पर फोकस कर रहे हैं। दोनों ही दल उन्हें रिझाने के लिए रोजगार को मुद्दा बनाकर चुनाव लड़ेंगे।
भोपाल। लोकसभा चुनाव में दोनों प्रमुख राजनीतिक दल भाजपा व कांग्रेस युवा मतदाताओं पर फोकस कर रहे हैं। दोनों ही दल उन्हें रिझाने के लिए रोजगार को मुद्दा बनाकर चुनाव लड़ेंगे। कांग्रेस कौशल विकास केंद्रों और खाद्य प्रसंस्करण उद्योगों पर जोर देने के वादे लेकर कांग्रेस युवा मतदाताओं के बीच जाने की तैयारी कर रही है तो भाजपा विवेकानंद युवा प्रोत्साहन योजना तैयार कर रही है, जिसमें युवाओं को कई तरह के फायदे दिए जा सकते हैं।
कांग्रेस
लोकसभा चुनाव में कांग्रेस घोषणा पत्र तैयार कर रही है, जिसके लिए सभी राज्यों की प्रदेश कांग्रेस कमेटियों से सुझाव आमंत्रित किए गए। पीसीसी ने इसकी जिम्मेदारी राजेंद्र सिंह को सौंपी थी। पीसीसी की तरफ से केंद्रीय चुनाव घोषणा पत्र समिति को सुझाव सौंप दिए गए हैं। इसमें युवा मतदाताओं को आकर्षित करने के लिए पार्टी ने रोजगार पर ध्यान दिया है। पीसीसी ने कौशल विकास केंद्रों को जिला स्तर के बजाय ब्लॉक स्तर तक ले जाने पर जोर दिया है। इन कौशल विकास केंद्रों में युवाओं को ट्रेनिंग देकर उन्हें रोजगार पाने लायक बनाने का वादा करने का सुझाव दिया है।
इसी तरह हर ब्लॉक में छोटे-छोटे सेमी ऑटोमैटिक हैंडलूम लगाकर वहां बेरोजगार युवाओं को ट्रेनिंग देने और भारत सरकार के विभिन्न् मंत्रालयों के माध्यम से उन्हें बाजार उपलब्ध कराने की योजना तैयार करने का चुनावी वादा सुझाया है। मप्र विधानसभा के पूर्व उपाध्यक्ष राजेंद्र सिंह का कहना है कि युवाओं को स्वावलंबी बनाने के लिए कौशल विकास केंद्रों को जिला से लेकर ब्लॉक स्तर तक ले जाया जाएगा। इससे युवा वहां कुछ सीखकर रोजगार पाने लायक बन सकें।
भाजपा: सशक्त नेतृत्व होगा तो भविष्य भी उज्ज्वल होगा
भारतीय जनता पार्टी पहली बार वोट डालने वाले युवाओं को भरोसा दिलाना चाहती है कि देश के पास सशक्त नेतृत्व होगा तो युवाओं का भविष्य उज्ज्वल होगा। पार्टी युवाओं के लिए रोजगार के अवसर ज्यादा से ज्यादा बढ़ाने की कार्ययोजना अपने घोषणा पत्र में लाने वाली है पर इससे इतर वह युवाओं को यह संदेश देगी कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के रूप में जो देश को आक्रामक नेतृत्व मिला है, उससे देश की अर्थव्यवस्था सुधरी है।
मनमोहन सरकार में देश की विकास दर साढ़े छह फीसदी थी, जो अब 7.3 है। पार्टी इस तैयारी में है कि युवाओं के दिलो-दिमाग में ये बात बैठाई जाए कि चाहे जीएसटी लागू करने का मामला हो या सर्जिकल स्ट्राइक अथवा नोटबंदी का मुद्दा हो, मोदी ने दमदारी से फैसले लेकर बता दिया कि ऐसे फैसले अन्य कोई नेतृत्व नहीं ले सकता था।
पार्टी सूत्रों के मुताबिक भारतीय जनता युवा मोर्चा ने देशभर से युवाओं के विचार जाने हैं, जिन्हें घोषणा पत्र में शामिल किया जाएगा। इसके अलावा मप्र की मेधावी योजना की तर्ज पर नए मतदाताओं के लिए भी आकर्षक योजना भाजपा घोषणा पत्र में लाएगी। कांग्रेस की युवा स्वाभिमान योजना की काट के लिए पार्टी का थिंक टैंक विवेकानंद युवा प्रोत्साहन योजना तैयार करने पर विचार कर रहा है, जिसमें युवाओं को कई तरह के फायदे दिए जा सकते हैं।