West Bengal: कड़ी सुरक्षा में होगा छठे चरण का मतदान, केंद्रीय बलों की 713 कंपनियां होंगी तैनात
Lok Sabha Election 2019 पश्चिम बंगाल में कड़ी सुरक्षा के बीच छठे चरण का चुनाव होगा। इसके लिए केंद्रीय बलों की 713 कंपनियों को तैनात किया जाएगा।
कोलकाता, जेएनएन। रविवार को होने जा रहे छठे चरण के चुनाव में पश्चिम बंगाल में केंद्रीय बलों की 713 कंपनियों को सुरक्षा के लिए तैनात किया जाएगा। यह कदम पिछले हर चरण में मतदान के दौरान हो रही हिंसक घटनाओं को देखते हुए लिया गया है। पांचों चरणों में राज्य से हिसंक घटनाएं सुनने को मिली थीं। बावजूद इसके अब तक पश्चिम बंगाल में सबसे ज्यादा वोटिंग दर्ज की गई है।
विपक्ष की मांग पर गौर करते हुए सभी आठ संसदीय सीटों के 100 फीसद बूथों पर केंद्रीय बलों की तैनाती करने के साथ ही सुरक्षा के अन्य पुख्ता इंतजाम भी किए गए हैं। छठे चरण के तहत शांतिपूर्ण चुनाव कराने के लिए केंद्रीय बलों की कुल 713 कंपनियां मुस्तैदी से तैनात रहेंगी। वहीं 500 क्विक रेसपांस टीम (क्यूआरटी) के साथ ही 547 क्विक एक्शन टीम (क्यूएटी) सक्रिय रहेंगी। इस टीम में कमांडरों को भी शामिल किया गया है। वहीं एंटी लैंड माइंस वाहन के अलावा हेलीकाप्टर की मदद से भी चुनावी सुरक्षा पर आकाश से नजर रखी जाएगी। मतदाताओं के साथ ही चुनावकर्मियों की सुरक्षा को भी गंभीरता से लिया जा रहा है। पड़ोसी राज्य झारखंड और ओडिशा की सीमा से सटे इलाकों में सघन तलाशी अभियान चलाए गए हैं। इस दिन तमलुक, कांथी, घाटाल, झाडग़्र्राम (एसटी), मेदिनीपुर, पुरुलिया, बांकुड़ा और विष्णुपुर (एससी) संसदीय सीटों के लिए चुनाव होना है। बता दें कि इन सभी सीटों पर तृणमूल का कब्जा है।
बता दें कि पांचवें चरण में बंगाल की बैरकपुर सीट पर सबसे ज्यादा हिंसा की घटनाएं सामने आई थीं। चुनाव आयोग ने बैरकपुर और आरमबाग लोकसभा सीटों के दो बूथों पर हुई वोटिंग को अमान्य करार देते हुए फिर से वोटिंग कराने का एलान किया है। यहां भाजपा उम्मीदवार अर्जुन सिंह पर हमला हुआ था, जिसमें वह जख्मी हो गए थे। इसी तरह अन्य बूथों पर भी भाजपा और टीएमसी कार्यकर्ताओं के बीच मारपीट की खबरें आई थीं। इस दौरान दर्जनों कार्यकर्ता जख्मी हुए थे। इसके अलावा चुनाव आयोग ने 15-बैरकपुर रास निर्वाचन क्षेत्र में 116-कंचरापारा उदबोधिनी मध्य विद्यालय और अरामबग लोकसभा सीट में 110-लस्करपुर नेताजी प्रथम विद्याालय पोलिंग बूथ पर दोबारा मतदान कराने फैसला किया है।
इससे पहले चौथे फेज में आसनसोल में टीएमसी कार्यकर्ताओं और सुरक्षाबलों में झड़प हुई थी। इस दौरान टीएमसी कार्यकर्ताओं ने सांसद बाबुल सुप्रियो की कार का शीशा तोड़ दिया था। इसके अलावा तीसरे चरण में बमबारी की खबरें सामने आईं थीं। इस चरण में मुर्शिदाबाद में 56 वर्षीय कथित कांग्रेस समर्थक की टीएमसी समर्थकों द्वारा पीट-पीटकर हत्या कर दी गई थी।इस मामले में 60 लोगों की कार्रवाई हुई थी। इसी तरह दूसरे चरण में अलीपुरदुआर और कूच बिहार में लेफ्ट फ्रंट के उम्मीदवार गोविंदा राय पर हमला किया गया। वहीं पहले चरण के चुनाव में रायगंज के इस्लामपुर में सीपीआई-एम सांसद मो. सलीम की कार पर तोड़-फोड़ की गई थी।
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