यहां चुनाव नतीजे देख कांग्रेस जिलाध्यक्ष की हार्ट अटैक से मतगणना स्थल पर हुई मौत
Madhya Pradesh Lok Sabha Election 2019 Result चुनावी नतीजे वास्तव में चौंकाने वाले हैं। अभी तक रुझानों में भाजपा को एग्जिट पोल से ज्यादा सीटें मिलती दिख रही हैं।
भोपाल, जेएनएन। लोकसभा चुनाव 2019 के परिणाम इतने चौंकाने वाले हैं कि बड़े बड़ों को भी झटका लग जाए। मतगणना के रुझानों ने एग्जिट पोल के रुझानों को भी पीछे छोड़ दिया। एग्जिट पोल में कांग्रेस नेतृत्व वाले यूपीए को 120 सीटे मिलने का अनुमान दिखाया था। मतगणना की शुरूआत में कांग्रेस इस आकंड़े के करीब दिख रही थी, लेकिन अब वह बहुत नीचे जा चुकी है। दोपहर करीब एक बजे तक के रुझानों में यूपीए मात्र 85 सीटों पर आगे थी। वहीं भाजपा ने एग्जिट पोल के अनुमानों से ज्यादा 344 सीटों पर बढ़त हासिल कर ली है।
एग्जिट पोल पर सवाल खड़ा कर रही विपक्षी पार्टियों के लिए ये रुझान वास्तव में झटका देने वाले हैं। हालांकि, किसी को अंदाजा नहीं था कि ये झटका किसी की जान ले लेगा। कांग्रेस की उम्मीद से ज्यादा खराब हालत देख उसके एक जिलाध्यक्ष को मतगणना स्तर पर ही हार्ट अटैक आ गया। इससे उनकी मौत हो गई है।
कांग्रेस जिलाध्य की मौत की ये घटना मध्य प्रदेश के सीहोर के एक मतगणना केंद्र की है। बताया जा रहा है कि सीहोर जिला कांग्रेस के अध्यक्ष रतन सिंह ठाकुर एक मतदान केंद्र पर वोटों की गिनती के दौरान मौजूद थे। वह यहां पर पार्टी को मिलने वाले वोटों की गिनती देखने पहुंचे थे। जब उन्होंने यहां का परिणाम देखा तो वह बेहोश होकर कुर्सियों पर गिर पड़े। उनके साथ मौजूद लोगों ने उन्हें उठाया और तुरंत अस्पताल लेकर पहुंचे। अस्पताल में डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
लोकसभा चुनाव के अभी तक के रुझान वास्तव में विपक्षी पार्टियों को डराने वाले हैं। रुझानों में भाजपा 300 का आंकड़ा पार करते हुए प्रचंड बहुमत की तरफ बढ़ती दिख रही है। मध्य प्रदेश में कांग्रेस का हाल इतना बुरा है कि उसके बड़े-बड़े दिग्गज हारते नजर आ रहे हैं। इसमें दिग्गविजय सिंह, ज्योतिरादित्य सिंधिया, नकुलनाथ जैसे नेता शामिल हैं।
2014 के लोकसभा चुनावों में भी भाजपा ने मध्य प्रदेश में कांग्रेस को कड़ी टक्कर देते हुए 29 में से 27 सीटों पर कब्जा जमा लिया था। कांग्रेस को केवल दो सीटों से संतोष करना पड़ा था। पिछली बार भाजपा गुना और छिंदवाड़ा सीट भी कांग्रेस से छीनती नजर आ रही है। वो भी तब, जबकि कांग्रेस राज्य में सत्ता में है और उसने यहां पर किसानों की कर्जमाफी को भुनाने का पूरा प्रयास किया।
लोकसभा चुनाव और क्रिकेट से संबंधित अपडेट पाने के लिए डाउनलोड करें जागरण एप