Lok Sabha Election 2019: भाजपा मध्य प्रदेश में 12 मौजूदा सांसदों का काट सकती है टिकट
मध्य प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी अप्रैल-मई 2019 के लोकसभा चुनाव में एंटी इंकम्बेंसी की वजह से 12 से ज्यादा मौजूदा सांसदों का टिकट काट सकती है।
नई दिल्ली (पीटीआइ)। मध्य प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी अप्रैल-मई 2019 के लोकसभा चुनाव में एंटी इंकम्बेंसी की वजह से 12 से ज्यादा मौजूदा सांसदों का टिकट काट सकती है। शुक्रवार को पार्टी के एक नेता ने इसकी जानकारी दी।
उन्होंने कहा कि एक सर्वे को नजरअंदाज करने की वजह से भाजपा को पिछले साल नवंबर में हुए विधानसभा चुनाव में 15 साल बाद हार का सामना करना पड़ा, इस सर्वे में सुझाव दिया गया था कि कम से कम 80 विधायकों का प्रदर्शन ठीक नहीं है और एंटी इंकम्बेंसी की वजह से इन्हें टिकट नहीं दिया जाना चाहिए।
2014 के लोकसभा चुनावों में, पार्टी ने मोदी लहर की वजह से राज्य की 29 लोकसभा सीटों में से 27 पर जीत दर्ज की थी। केवल मौजूदा मुख्यमंत्री कमलनाथ और ज्योतिरादित्य सिंधिया छिंदवाड़ा और गुना से अपनी सीट बचाने में कामयाब रहे थे। 2014 के लोकसभा चुनावों में, भाजपा ने 18 सांसदों के सीटों में बदलाव किया था।
भाजपा के एक नेता ने नाम न छापने की शर्त पर कहा, 'पार्टी की केंद्रीय चुनाव समिति एंटी इंकम्बेंसी की वजह से 12 से अधिक सांसदों का टिकट काट सकती है।'
उन्होंने कहा, 'हमने पहले ही नवंबर में हुए विधानसभा चुनावों में मौजूदा विधायकों और मंत्रियों को मैदान में उतारने की बड़ी कीमत चुकाई है। हमारे सर्वे में सुझाव दिया गया था कि कम से कम 80 सिटिंग विधायकों को टिकट नहीं दिया जाए।'
उन्होंने कहा, 'हमने इसे नजरअंदाज किया और 15 साल बाद कांग्रेस को कम आंकने की वजह से हमारे हाथ से सत्ता चली गई। शिवराज सिंह चौहान सरकार में तेरह मंत्री हार गए।' उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को दूसरे कार्यकाल में शपथ दिलाने के लिए पार्टी लोकसभा चुनाव के लिए पूरी तरह तैयार है।