Lok Sabha Elections 2019: भाजपा में आधा दर्जन उम्रदराज भी दावेदार
लोकसभा चुनाव में उम्रदराज नेता पार्टी के लिए मुश्किलें खड़ी करेंगे। इंदौर से लगातार आठ बार की सांसद और लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन नौंवी बार भी चुनाव लड़ने के मूड में हैं।
नई दुनिया, भोपाल। सुमित्रा महाजन और बाबूलाल गौर सहित भाजपा से करीब आधा दर्जन उम्रदराज नेता अलग-अलग सीटों पर अपनी उम्मीदवारी के लिए दावा ठोंक रहे हैं। हालांकि पार्टी ने इनकी उम्मीदवारी को लेकर स्थिति साफ नहीं की है। यहां चार चरणों में चुनाव होना है। इन नेताओं की मंशा पूरी होगी या नहीं, यह तो वक्त ही बताएगा, लेकिन तय है कि विधानसभा चुनाव की तरह लोकसभा चुनाव में भी उम्रदराज नेता पार्टी के लिए मुश्किलें खड़ी करेंगे।
इंदौर से लगातार आठ बार की सांसद और लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन नौंवी बार भी चुनाव लड़ने के मूड में हैं। वह कह चुकी हैं कि इंदौर की चाबी अभी मैं ही संभालूंगी। इंदौर भाजपा में सुमित्रा महाजन और कैलाश विजयवर्गीय के बीच अनबन जगजाहिर है। माना जा रहा है कि बेटे आकाश विजयवर्गीय को विधानसभा में भेजने के बाद वे खुद इंदौर से लोकसभा चुनाव लड़ना चाहते हैं। हालांकि पिछले लोकसभा चुनाव के वक्त 75 साल की सुमित्रा ताई ने संकेत दिए थे कि 2014 का चुनाव उनका आखिरी चुनाव होगा।
अपने बयानों से पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल गौर ने पार्टी की मुश्किलें बढ़ाने में कोई कसर नहीं छोड़ी है। विधानसभा में अपनी बहू कृष्णा गौर को टिकट देने से संतुष्ट हुए बाबूलाल गौर अब पहली बार लोकसभा चुनाव लड़ना चाहते हैं। 88 साल के गौर कह चुके हैं कि कांग्रेस ने उन्हें भोपाल से लोकसभा चुनाव लड़ने का ऑफर दिया है। इससे अटकलें लगाई जा रही थीं कि गौर कांग्रेस में शामिल होंगे। हालांकि पार्टी के मनाने के बाद उन्होंने इस विषय पर बोलना तो बंद कर दिया, लेकिन पार्टी पर टिकट के लिए वे दबाव बना रहे हैं।
विधानसभा चुनाव में टिकट कटने से नाराज कुसुम महदेले अब खजुराहो लोकसभा चुनाव से टिकट मांग रही हैं। 75 साल की महदेले ने पार्टी से कहा है कि उन्हें दमोह या खजुराहो से लोकसभा का टिकट दिया जाए। विधानसभा चुनाव हारे पूर्व वित्त मंत्री 71 वर्षीय जयंत मलैया भी दमोह लोकसभा सीट से दावेदारी कर रहे हैं। हालांकि पार्टी ने यह तय नहीं किया है कि हारे हुए पूर्व मंत्रियों को टिकट दिया जाएगा या नहीं। दमोह के मौजूदा सांसद प्रहलाद पटेल होशंगाबाद से लड़ना चाहते हैं।
इतना ही नहीं विधानसभा चुनाव हारने के बाद पूर्व मंत्री अंतर सिंह आर्य (60) खरगोन से दावेदारी कर रहे हैं। सागर से सांसद 74 साल के लक्ष्मीनारायण यादव फिर यहां से चुनाव लड़ना चाहते हैं। इसके अलावा मंदसौर से 72 साल के रघुनंदन शर्मा भी लोकसभा चुनाव लड़ने के इच्छुक हैं। बता दें कि मध्यप्रदेश में टोटल 29 लोकसभा सीट हैं। यहां 4 चरणों में चुनाव होने हैं।