भाजपा ने राहुल के 'गरीबों को 72000 रुपये' के वादे को बताया चुनावी पैंतरा, इंदिरा गांधी की दिलाई याद
केंद्रीय कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने गांधी परिवार पर तंज कसते हुए कहा कि इंदिरा गांधी ने भी गरीबी हटाओ का नारा दिया था लेकिन ये एक चुनावी जुमला की साबित हुआ।
नई दिल्ली, एएनआइ। भारतीय जनता पार्टी ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के सत्ता में आने पर 20 फीसद सबसे गरीब परिवारों के खाते में 72 हजार रुपये तक प्रति साल भेजे जाने के एलान को लोगों को झूठा सपना दिखाने का चुनावी पैंतरा बताया है। केंद्रीय कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने गांधी परिवार पर तंज कसते हुए कहा कि इंदिरा गांधी ने भी 'गरीबी हटाओ' का नारा दिया था, लेकिन ये एक चुनावी जुमला की साबित हुआ।
राहुल गांधी की घोषणा पर प्रतिक्रिया देते हुए रविशंकर प्रसाद ने कहा, 'आज राहुल गांधी ने न्यूनतम आय गारंटी स्कीम का एलान किया है। लेकिन लोगों को याद होगा कि इंदिरा गांधी ने भी 1971 में गरीबी हटाओ का नारा दिया था। तब हमें लगा गरीबी हट गई, लेकिन कुछ भी नहीं हुआ। इसके बाद राजीव गांधी प्रधानमंत्री बने और वह कहते थे कि दिल्ली से 1 रुपये भेजा जाता है, तो सिर्फ 15 पैसे ही गरीब के पास पहुंचते हैं।'
रविशंकर ने कहा कि देखिए, अब ये झूठा सपना दिखाने का पैंतरा कांग्रेस पार्टी के काम नहीं आने वाला है, क्योंकि कांग्रेस के पास 55 साल से गरीब-विरोधी होने का रिकॉर्ड है।
गौरतलब है कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने आज एक बड़ा एलान किया। उन्होंने कहा कि अगर कांग्रेस सरकार सत्ता में आती है, तो देश के सबसे गरीब परिवारों को हर साल 72 हजार रुपये तक मिलेंगे। राहुल ने कहा कि देश के 5 करोड़ परिवार और करीब 25 करोड़ लोग इस फैसले से सीधे लाभार्थी होंगे। सभी हिसाब-किताब लगा लिया गया है और हम गरीबी को जड़ से मिटा देंगे। उन्होंने कहा कि पूरी दुनिया में ऐसी कोई योजना नहीं है। देश के 20 फीसद सबसे गरीब परिवारों के खाते में 72 हजार रुपये तक प्रति साल भेजे जाएंगे, ताकि देश में गरीबी-अमीरी की खाई को पाटा जा सके। उन्होंने कहा कि अगर पीएम नरेंद्र मोदी देश के सबसे अमीर लोगों का कर्ज माफ कर सकते हैं तो कांग्रेस पार्टी भी गरीब लोगों के खाते में पैसे डाल सकती है।