Move to Jagran APP

Lok Sabha Election 2019: गुजरात की 26 लोकसभा सीटों में से दस सीटें ऐसी हैं, जिन पर सबकी नजरें हैं टिकी

Lok Sabha Election 2019 लोकसभा चुनाव के एक्जिट पोल व तमाम भविष्यवाणियों के बावजूद गुजरात की 26 में से 10 सीटें ऐसी हैं जिन पर सबकी नजरें टिकी हैं।

By Preeti jhaEdited By: Published: Tue, 21 May 2019 10:44 AM (IST)Updated: Tue, 21 May 2019 10:44 AM (IST)
Lok Sabha Election 2019: गुजरात की 26 लोकसभा सीटों में से दस सीटें ऐसी हैं, जिन पर सबकी नजरें हैं टिकी
Lok Sabha Election 2019: गुजरात की 26 लोकसभा सीटों में से दस सीटें ऐसी हैं, जिन पर सबकी नजरें हैं टिकी

अहमदाबाद, शत्रुघ्न शर्मा । लोकसभा चुनाव के एक्जिट पोल व तमाम भविष्यवाणियों के बावजूद गुजरात की 26 में से 10 सीटें ऐसी हैं जिन पर सबकी नजरें टिकी हैं। गांधीनगर अमित शाह की दावेदारी से गांधीनगर सीट अपने आप में खास है, वहीं तीन सीट पर तीन पूर्व मुख्यमंत्रियों की साख भी दांव पर है।

loksabha election banner

गुजरात की सभी 26 लोकसभा सीटों पर पिछले चुनाव में भाजपा ने कब्जा जमाया था। भाजपा ने नरेंद्र मोदी के रूप में किसी गुजराती को प्रधानमंत्री बनाने के नाम पर जोरदार भावनात्ममक अभियान भी चलाया था। इस चुनाव में भाजपा ने एक बार फिर मोदी सरकार के नारे को जोर शोर से उछाला, लेकिन कुछ स्थानीय मुद्दों व राजनीतिक घटनाक्रमों के चलते भाजपा के साथ कुछ कमजोर कड़ियां भी जुड़ती गईं। यही कारण था कि भाजपा ने दस मौजूदा सांसदों को घर बिठा दिया। इनमें गृह राज्यमंत्री हरिभाई चौधरी, अभिनेता परेश रावल, दिग्गज पाटीदार नेता विट्ठल रादडिया, वरिष्ठ नेता प्रभातसिंह चौहाण भी शामिल हैं।

चूंकि भाजपा ने गांधीनगर सीट पर लालकृष्ण आडवाणी के स्थान पर पार्टी अध्यक्ष अमित शाह को मैदान में उतारा, ताकि राष्ट्रीय राजनीति में रहने वाला कोई नेता गुजरात से चुनाव मैदान में रहे। प्रधानमंत्री मोदी इस बार केवल एक ही सीट वाराणसी से चुनाव लड़े। शाह के चुनाव जीतने पर राज्यसभा के लिए उपचुनाव कराना पड़ेगा। उधर अमेठी से स्मृति ईरानी के चुनाव परिणाम से भी राज्य के कई नेताओं को उम्मीत है। शाह व ईरानी की जीत दो नेताओं के लिए राज्यसभा का दरवाजा खोल सकती है।

गुजरात की 26 लोकसभा सीटों में से दस सीट ऐसी हैं, जिन पर सबकी नजरें टिकी हैं। गांधीनगर के बाद अमरेली पर भी सबका ध्यान है। बता दें गांधीनगर से भाजपा अध्यक्ष पहली बार अपना संसदीय भाग्य आजमा रहे हैं। यहां से नेता विपक्ष परेश धनाणी मैदान में हैं। धनाणी अगर चुनाव जीतते हैं तो उनके स्थान पर नए नेता का चुनाव करना होगा, जिससे प्रदेश कांग्रेस में बड़ी राजनीतिक उठापटक भी हो सकती है। संभावना है कि प्रदेश अध्यक्ष अमित चावडा को कांग्रेस नेता विपक्ष के नेता की जिम्मेदारी सौंपकर अध्यक्ष पद किसी वरिष्ठ नेता को सौंप दे, लेकिन अंतिम फैसला अहमद पटेल करेंगे।

पाटण, बनासकांठा, साबरकांठा, खेडा, मेहसाणा, पंचमहाल, छोटा उदेपुर व आणंद में भाजपा ने सांसदों के टिकट काटे हैं इसलिए इन पर खास नजर रहेगी। कांग्रेस के टिकट पर आणंद से पूर्व केंद्रीय मंत्री भरतसिंह सोलंकी, पूर्व मुख्यमंत्री माधवसिंह सोलंकी के पुत्र मैदान में हैं। बारडोली से पूर्व सीएम अमरसिंह चौधरी के पुत्र पूर्व केंद्रीय मंत्री तुषार चौधरी तथा खेडा से पूर्व विधायक विमल शाह चुनाव लड़ रहे हैं। पूर्व मुख्यमंत्री शंकरसिंह वाघेला ने शाह के समर्थन में प्रचार भी किया था। इन तीन सीटों पर राज्य के तीन पूर्व मुख्यमंत्रियों की साख सीधे तौर पर दांव पर लगी है।

गुजरात भाजपा प्रवक्ता भरत पंड्या - गुजरात की सभी 26 लोकसभा सीट भाजपा के खाते में जा रही लोकसभा चुनाव के परिणाम के बाद खुलकर सामने आ जाएगा। नेता विपक्ष को चुनाव लड़ाकर खुद पार्टी ने इस पद के लिए विधायकों में होड़ लगा दी है, इससे कांग्रेस में आंतरिक खींचतान ही बढ़ेगी।  

लोकसभा चुनाव और क्रिकेट से संबंधित अपडेट पाने के लिए डाउनलोड करें जागरण एप


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.