Lok Sabha Election 2019: जम्मू-कश्मीर में लोकसभा के साथ हो सकते हैं विधानसभा चुनाव
Lok Sabha and Assembly Elections, जम्मू-कश्मीर में लोकसभा और विधानसभा चुनाव एकसाथ हो सकते हैं।
जम्मू, राज्य ब्यूरो। जम्मू-कश्मीर में लोकसभा और विधानसभा चुनाव एकसाथ हो सकते हैं, लेकिन केंद्र सरकार अंतिम फैसला लेने से पहले सभी दलों को विश्वास में लेना चाहती है। वहीं, प्रदेश भाजपा चाहती है कि दोनों चुनाव अलग-अलग होने चाहिए।
सूत्रों के अनुसार, मंगलवार को केंद्रीय गृह मंत्रालय ने राज्य में चुनाव कराने और मौजूदा सुरक्षा परिदृश्य पर चर्चा के लिए नई दिल्ली में एक बैठक बुलाई। गृह सचिव की अध्यक्षता में हुई बैठक में सेना, पुलिस व अन्य सुरक्षा एजेंसियों के अधिकारियों ने कहा कि अगर लोकसभा और विस चुनाव एकसाथ कराए जाते हैं, तो वह उसके लिए तैयार हैं।
यह बैठक चुनाव आयोग द्वारा केंद्रीय गृह मंत्रालय को कश्मीर की मौजूदा परिस्थितियों के मद्देनजर सुरक्षा व्यवस्था की स्थिति की जानकारी उपलब्ध कराने के आग्रह के बाद बुलाई गई थी। सूत्रों ने बताया कि प्रदेश भाजपा चाहती है कि जम्मू कश्मीर में संसदीय और विधानसभा चुनाव अलग-अलग कराए जाएं। प्रदेश भाजपा का मानना है कि चुनाव एकसाथ होने पर अमित शाह, नरेंद्र मोदी समेत कई स्टार प्रचारक जम्मू-कश्मीर में चुनाव प्रचार में पर्याप्त समय नहीं दे पाएंगे।
वहीं, कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने केंद्रीय गृह मंत्री के साथ एक चर्चा में कहा कि अगर दोनों चुनाव अलग-अलग होते हैं, तो उससे जम्मू-कश्मीर में संकट पैदा हो सकता है। उन्होंने तर्क दिया कि कश्मीर में आम मतदाता अक्सर लोकसभा चुनावों में ज्यादा रुचि नहीं लेता और अगर चुनाव अलग-अलग होंगे तो बहुत कम लोग वोट डालने निकलेंगे और इसका अच्छा संदेश नहीं जाएगा। अगर दोनों चुनाव एक साथ ही कराए जाते हैं तो मतदान फीसद 70 से 80 फीसद तक जा सकता है। प्रदेश भाजपा के विपरीत नेशनल कॉन्फ्रेंस और पीडीपी चाहते हैं कि रियासत में विधानसभा चुनाव राष्ट्रपति शासन के रहते ही होने चाहिए।