Move to Jagran APP

Lok Sabha Election 2019 : कौशांबी से चायल के सफर में बदलते रहे 'हमसफर'

कौशांबी कभी कांग्रेस का गढ़ माना जाता था। हालांकि पिछले तीन दशक से सूखा पड़ा है। जब जिले का बंटवारा नहीं हुआ था तो कौशांबी चायल संसदीय क्षेत्र कहलाती थी।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Published: Thu, 21 Mar 2019 09:30 AM (IST)Updated: Fri, 22 Mar 2019 09:42 AM (IST)
Lok Sabha Election 2019 : कौशांबी से चायल के सफर में बदलते रहे 'हमसफर'
Lok Sabha Election 2019 : कौशांबी से चायल के सफर में बदलते रहे 'हमसफर'

प्रयागराज : जैन व बौद्ध मतावलंबियों के लिए आस्था के केंद्र कौशांबी संसदीय क्षेत्र ने सियासत के कई दौर देखे हैं। इसके सफर में सियासी हमसफर बदलते रहे। कभी यह कांग्र्रेस का गढ़ था, लेकिन इसमें दरारें लगीं। लहरों की, दलों की। गंगा-यमुना के बीच आबाद मौजूदा कौशांबी संसदीय पूर्व में चायल संसदीय क्षेत्र कहलाती थी। यहां भी आम चुनावों का सफरनामा कम रोचक नहीं है। परिसीमन से इसकी सीमाएं भी बदलीं और रहनुमा भी। आठ बार कांग्रेस जीती है तो दो बार भगवा ब्रिगेड। सपा को तीन बार कामयाबी मिली है।

loksabha election banner

आजादी के बाद पहला चुनाव इलाहाबाद संसदीय क्षेत्र का हिस्सा था

अंग्रेजी हुकूमत से आजादी के बाद वर्ष 1951-52 में पहली बार चुनाव हुआ तो जनपद का पूरा हिस्सा संसदीय क्षेत्र इलाहाबाद का हिस्सा था। कांग्रेस से प्रत्याशी थे मसुरियादीन, वही जीते। वर्ष 1957 में संसदीय सीट चायल का गठन हुआ। पांच विधानसभा क्षेत्र इस सीट में शामिल किए गए। यह थे शहर पश्चिमी, चायल, मंझनपुर, सिराथू व खागा शामिल हैं। शहर पश्चिमी अब फूलपुर का हिस्सा है और प्रतापगढ़ की कुंडा व बाबागंज विधानसभा क्षेत्र कौशांबी संसदीय क्षेत्र का। खैर, जनता के बीच पकड़ होने की वजह से मसुरियादीन फिर जीते। 1962 और 1967 में भी वही सांसद बने। मसुरिया दीन संविधान सभा के सदस्य भी थे। वर्ष 1971 में कांग्रेस ने छोटेलाल को प्रत्याशी बनाया। जनता ने उन्हें भी जिताया।

1976 तक कांग्रेस का कब्जा रहा

वर्ष 1976 तक कांग्रेस का कब्जा रहा। वर्ष 1977 में हुए चुनाव में कांग्रेस को हार का मुंह देखना पड़ा। भारतीय किसान दल (बीकेडी) प्रत्याशी रामनिहोर राकेश सांसद बने। वर्ष 1980 में वह कांग्रेस से मैदान में थे और अपने सौम्य और शालीनता आचरण के कारण फिर सांसद चुने गए। वर्ष 1984 में कांग्रेस प्रत्याशी डा. बिहारीलाल शैलेश को सफलता मिली। वर्ष 1989 में कांग्रेस ने एक बार फिर रामनिहोर राकेश पर दांव लगाया जो सफल रहा।

1991 के मध्यावधि चुनाव में जनता दल के शशि प्रकाश सांसद बने

वर्ष 1991 के मध्यावधि चुनाव में जनता दल के शशि प्रकाश सांसद बने। वर्ष 1996 में भारतीय जनता पार्टी के लिए डॉ. अमृतलाल भारती ने कमल खिलाया। वर्ष 1998 में समाजवादी पार्टी प्रत्याशी शैलेंद्र कुमार को जनता ने अपना सांसद चुना। वर्ष 1999 में हुए चुनाव में बीएसपी के सुरेश पासी सांसद बने। वर्ष 2004 और 2009 में  समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी शैलेंद्र कुमार को जनता ने पुन: मौका दिया। इस तरह वह शैलेंद्र कुमार तीन बार सांसद बने। वर्ष 2014 में हुए चुनाव में यह सीट भाजपा ने कब्जा ली।  विनोद सोनकर सांसद चुने गए। वर्ष 1989 के बाद कांग्रेस की लोकप्रियता कम होती गई। इस बार पार्टी को उम्मीद तो है, लेकिन होगा क्या, इसका पता 23 मई को ही चलेगा।

दो बार खिला कमल, तीन बार दौड़ी साइकिल 

संसदीय क्षेत्र चायल (अब कौशांबी) में तीन बार सपा व दो बार भारतीय जनता पार्टी को सफलता मिली। वर्ष 1996 में डॉक्टर अमृतलाल भारतीय भाजपा के प्रत्याशी थे और जीते।  वर्ष 1998 में सपा प्रत्याशी शैलेंद्र कुमार सांसद बने।

 1951 से 2014 तक के सांसद 

चुनाव वर्ष                   प्रतिनिधि                 राजनीतिक दल

1951                        मसूरिया दीन                कांग्रेस

1957                        मसूरिया दीन                कांग्रेस

1962                        मसूरिया दीन                कांग्रेस

1967                        मसूरिया दीन                कांग्रेस

1971                        छोटेलाल                     कांग्रेस

1977                        राम निहोर राकेश          बीकेडी

1980                        राम निहोर राकेश          कांग्रेस

1984                        बिहारी लाल शैलेश         कांग्रेस

1989                        रामनिहोर राकेश           कांग्रेस

1991                        शशि प्रकाश                 जनता

1996                        डॉ. अमृतलाल भारती     भाजपा

1998                        शैलेंद्र कुमार                 सपा

1999                        सुरेश पासी                   बसपा

2004                        शैलेंद्र कुमार                 सपा

2009                        शैलेंद्र कुमार                सपा

2014                        विनोद सोनकर             भाजपा


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.