Lok Sabha Election 2019: पहले बाबूलाल मरांडी, अब हेमंत सोरेन को जान से मारने की धमकी
Lok Sabha Election 2019. झारखंड मुक्ति मोर्चा के कार्यकारी अध्यक्ष को लोकसभा चुनावों से ठीक पहले जान से मारने की धमकी दी गई है। उन्हें चुनाव तक राज्य से बाहर रहने को कहा गया है।
रांची, राज्य ब्यूरो। Lok Sabha Election 2019 - झामुमो के कार्यकारी अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को धमकी भरा पत्र मिला है। इस पत्र में हेमंत को जान से मारने की धमकी दी गई है। इस चिट्ठी में कहा गया है कि 23 अप्रैल से 19 मई तक आप झारखंड में न रहें। 48 घंटे में पार्टी के प्रत्याशियों को बैठा दें, साथ ही उन्हें झारखंड से बाहर रखें।
हेमंत सोरेन को भी गिरिडीह से उसी शख्स अविनाश कुमार सिन्हा का धमकी भरा पत्र मिला है जिसने कुछ दिनों पहले झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी को पत्र भेजकर धमकी दी थी। इसमें कहा गया था कि 48 घंटे के अंदर झारखंड छोड़ दें। बाबूलाल को भेजी गई चिट्ठी में 23 मई तक उन्हें राज्य से बाहर रहने का फरमान दिया गया था।
रविवार को यह चिट्ठी हेमंत सोरेन के हरमू हाउसिंग कॉलोनी स्थित आवास के पते पर आई। इससे झामुमो में हड़कंप मच गया। आनन-फानन में झामुमो महासचिव विनोद पांडेय ने प्रेस वार्ता कर इसकी जानकारी दी। उन्होंने बताया कि पत्र में धमकी दी गई है कि अगर झारखंड नहीं छोड़ा तो कोडरमा जिला कांग्र्रेस के अध्यक्ष शंकर यादव की तरह गाड़ी के साथ उड़ा दिया जाएगा।
झामुमो महासचिव ने दावा किया कि भाजपा और माओवादियों में मिलीभगत है। पत्र में दो प्रमुख नेताओं के नाम का हवाला देते हुए कहा गया है कि इनसे माओवादियों का समझौता हुआ है कि झारखंड की सभी 14 सीटों पर जीत दर्ज कराना है। ऐसे में हेमंत सोरेन प्रत्याशियों के साथ झारखंड छोड़ दें।
राज्य सरकार और पुलिस गंभीर नहीं
झामुमो महासचिव विनोद पांडेय ने आरोप लगाया है कि राज्य सरकार और पुलिस वरीय नेताओं की सुरक्षा के प्रति गंभीर नहीं है। ऐसा लगता है कि ऐसे तत्वों को सरकार का संरक्षण मिल रहा है। सरकार धमकी देने वाले शख्स को गिरफ्तार करे। पत्र भेजने वाले व्यक्ति के खिलाफ एफआइआर दर्ज कराया गया है। धमकी संबंधी पत्र की सूचना रांची के वरीय पुलिस अधीक्षक को दी गई है।
जेड प्लस सुरक्षा है हेमंत सोरेन की
पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को जेड प्लस श्रेणी की सुरक्षा मिली हुई है। उनके भ्रमण के दौरान पुलिस वाहन को एस्कार्ट करती है। इसके अलावा आवास पर भी हाउस गार्ड तैनात हैं। यही सुरक्षा घेरा पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी का भी है। सुरक्षा की हमेशा समीक्षा भी की जाती है।