जयपुर ग्रामीण सीट- दो खिलाड़ी राज्यवर्धन राठौड़ और कृष्ण पूनिया के बीच मुकाबला, जातिगत समीकरण समझना है असली चुनौती
लोकसभा चुनाव 2019 7 चरणों में हो रहा है। चार चरण के मतदान पूरे हो गए हैं। 6 मई को पांचवे चरण का मतदान होगा।
नई दिल्ली, जेएनएन। लोकसभा चुनाव 2019, 7 चरणों में हो रहा है। चार चरण के मतदान पूरे हो गए हैं। 6 मई को पांचवे चरण का मतदान होगा। सोमवार को देश के 7 राज्यों के 51 संसदीय क्षेत्रों में वोट डाले जाएंगे। 12 मई और 19 मई को बाकी बचे दो चरणों की वोटिंग होगी। 23 मई नतीजे को घोषित किए जाएंगे। बात अगर राजस्थान की करें तो 6 मई को राज्य के 12 सीटों पर मतदान होगा। राजस्थान में लोकसभा की कुल 25 सीटें हैं। 2014 के चुनाव में सभी सीटें भाजपा ने जीती थी। सोमवार को पांचवे चरण में राजस्थान की 12 सीटों गंगानगर, बीकानेर, चूरू, झुन्झुनू, सीकर, जयपुर ग्रामीण, जयपुर, अलवर, भरतपुर, करौली-धौलपुर, दौसा, नागौर में वोट डाले जाएंगे। जयपुर ग्रामीण सीट हाई प्रोफाइल सीट है। इस सीट से खेल की दुनिया से सियासत में आए केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण राज्यमंत्री राज्यवर्द्धन सिंह राठौड़ भाजपा की ओर से चुनावी मैदान में हैं। उनके सामने कांग्रेस के टिकट पर पूर्व एथलीट और विधायक कृष्ण पूनिया मैदान में ताल ठोक रही हैं।
जयपुर ग्रामीण सीट का इतिहास
जयपुर ग्रामीण, राजस्थान के 25 लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र में से एक है। यह निर्वाचन क्षेत्र 2008 में अस्तित्व में आया। कोटपुतली, विराटनगर, शाहपुरा, फुलेरा, झोटवाड़ा, आमेर, जमवारामगढ़, बानसूर इसके आठ विधानसभा क्षेत्र हैं। 2009 में यहां पहली बार लोकसभा चुनाव हुआ था। जिसमें भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के लाल चंद कटारिया वियजी बने थे। 2014 के चुनाव में भी राज्यवर्द्धन सिंह राठौड़ इस सीट से चुनाव जीते थे। उन्होंने कांग्रेस के सी पी जोशी को हराया था। 2014 में राठौड़ को 632,930 वोट मिले थे, जबकि कांग्रेस के सी पी जोशी को 300,034 वोटों से संतोष करना पड़ा था।
जयपुर ग्रामीण सीट पर मतदाता
इस सीट पर कुल 1,700,307 मतदाता हैं। जिनमें से 793,449 महिला मतदाता हैं और 906,858 पुरुष मतदाता हैं।
राज्यवर्धन सिंह राठौर के बारे में
राज्यवर्धन सिंह राठौर एक भारतीय निशानेबाज हैं जिन्होंने 2004 ओलम्पिक में रजत पदक जीता था। वह पहले भारतीय है जिन्होंने स्वतंत्रता के बाद व्यक्तिगत तौर पर रजत पदक जीता। सेना और शूटिंग से उनकी सेवानिरवृति के बाद राठौड़ 2014 में भारतीय जनता पार्टी के लिए संसद के सदस्य बने। नवंबर 2014 में वह सूचना एंव प्रसारण राज्य मंत्री बने। 2017 में उन्हें युवा मामलों और खेल मंत्रालय के लिए स्वतंत्र प्रभार के साथ कैबिनेट मंत्री नियुक्त किया गया।
दो खिलाडियों के बीच रोचक मुकाबला
जयपुर ग्रामीण लोकसभा सीट पर इस बार दो खिलाड़ी आमने-सामने हैं। भाजपा के टिकट पर केंद्र राज्यमंत्री राज्यवर्द्धन सिंह राठौड़ फिर मैदान में है, वहीं कांग्रेस ने विधायक कृष्ण पूनिया को टिकट दिया है। राठौड़ और पूनिया दोनों ही अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी है। राठौड़ ने एथेंस ओलंपिक खेल में डबल ट्रैप शूटिंग में सिल्वर मेडल जीता था। वहीं पूनिया दिल्ली राष्ट्रमंडल खेलों में स्वर्ण पदक विजेता रही थी। वे तीन ओलंपिक में भाग ले चुकी है।
जयपुर ग्रामीण सीट का राजनीतिक एवं सामाजिक गणित
साल 2008 के परिसीमन में जयपुर और अलवर जिले के कुछ हिस्सों को मिलाकर जयपुर ग्रामीण लोकसभा सीट बनी थी। 2018 में हुए विधानसभा चुनाव में इस संसदीय क्षेत्र की 8 विधानसभा सीटों में से 5 सीटों पर कांग्रेस ने जीत दर्ज की, वहीं भाजपा ने 2 और 1 सीट पर निर्दलीय ने जीत हासिल की थी। इस क्षेत्र में जाट, ब्राह्मण और दलित समाज के मतदाताओं की संख्या अधिक है। हालांकि राजपूत,यादव और मीणा समाज भी चुनावी गणित को प्रभावित करने का दम रखते है। यहां ढाई से तीन लाख के लगभग जाट और डेढ़ से दो लाख के करीब गुर्जर है। पांच साल तक केंद्र में मंत्री रहने के दौरान राज्यवर्धन सिंह राठौड़ जयपुर ग्रामीण क्षेत्र में पूरी तरह से सक्रिय रहे। वे भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ ही आम लोगों के बीच लोकप्रिय माने जाते है।
सामाजिक कार्यक्रमों में हमेशा दिलचस्पी लेने वाले राठौड़ ने आम मतदाताओं के साथ सीधा संपर्क रखा है। वे 23 साल भारतीय सेना में तैनात रहे। इस दौरान वे जम्मू-कश्मीर में कई आतंकवाद विरोधी ऑपरेशन में भी शामिल रहे। सेना में रहते हुए राज्यवर्धन राठौड़ ने डबल ट्रैप शूटिंग में विभिन्न अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में भारत का प्रतिनिधित्व करते हुए 25 अंतरराष्ट्रीय मेडल जीते। 2004 के एथेंस ओलंपिक में उन्होने ने भारत को डबल ट्रैप शूटिंग में रजत पदक दिलाया।
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