Lok Sabha Election 2019 : बड़ा भ्रष्टाचार का मुद्दा सुनने को नहीं मिला.. ELECTION TRAVEL
Lok Sabha Election 2019. हाटगम्हरिया जाने वाले मनोज कुमार कहने लगे- सरकार का काम सही रहा भ्रष्टाचार पर लगाम लगा। कोई बड़ा भ्रष्टाचार का मुद्दा सुनने को नहीं मिला।
चाईबासा-झींकपानी बस से मो.तकी । Lok Sabha Election 2019 आसमान से सूरज आग बरसा रहा है। दोपहर के 12:30 बज रहे हैं। चाईबासा से झींकपानी जाने वाली बस में ज्यादा भीड़ नहीं है। फिर भी गर्मी के कारण हर यात्री के माथे से पसीना टपक रहा। यात्री बस की खिड़की खोलकर ठंडी हवा तलाश रहे हैं। इसी बीच मैंने धीरे से चुनावी चर्चा छेड़ दी। सह यात्री को सुनाते हुए सवाल उछाला- इसबार चुनाव में किसका पलड़ा भारी रहेगा? हाटगम्हरिया जाने वाले मनोज कुमार कहने लगे- सरकार का काम सही रहा, भ्रष्टाचार पर लगाम लगा। एकबार भी कोई बड़ा भ्रष्टाचार का मुद्दा सुनने को नहीं मिला। इसबार फिर मोदी को ही वोट देंगे।
इतना सुनना था ही जैंतगढ़ निवासी महेश सिंह बोल पड़े- पांच साल में बदलाव तो देश में दिखा है, सड़क अच्छी हो गई है, गांव में बिजली पहुंच गई है..। काम तो किया है, लेकिन कुछ मनमानी भी कर दिया..। जनता पर बोझ बढ़ गया। दूसरी सीट पर बैठे जगन्नाथपुर निवासी देवानंद चातार बोलने लगे- भाजपा ने कहा था कि सरकार में आने के बाद तेल का दाम कम कर देंगे, लेकिन खूब दाम बढ़ा। गाड़ी का भाड़ा बढ़ गया। दाम घटा तो किराया कम नहीं हुआ। सरकार को अपने अफसरों से कहकर किराया कम कराना चाहिए था कि नहीं..? सरकार काहे चुप रही..?
इसी बीच जगन्नाथपुर की सीमा देवी से हमने पूछा- आपकी क्या राय है? उन्होंने कहा, महिलाओं के लिए सरकार ने उज्ज्वला से घर-घर सिलेंडर दिया है। महिलाओं की परेशानी कम हुई है, और क्या चाहिए। हां थोड़ा दाम लगता है। घर में अब बिजली भी रहने लगी है। बातचीत के दौरान मंटू कुमार बताने लगे कि घोषणा पत्र भाजपा और कांग्रेस घोषित कर चुकी है। कांग्रेस ने गरीब परिवार को सालाना 72000 रुपये और बीस लाख सरकारी नौकरी देने का वादा किया है। लेकिन भाजपा ने घोषणा को दोहरा दिया है। पांच साल पूर्ण बहुमत रहने के बाद भी किसी को रोजगार नहीं मिला। लेकिन मोदी जी शासन अच्छा चलाए। जगन्नाथपुर की कुमुदिनी सिंह ने कहा कि हमको सरकार से क्या लेना देना। वोट के समय सब वोट लेने आते हैं और फिर दर्शन ही नहीं देते। पांच साल पहले भी भाजपा को वोट दिया था। उसके बाद से कोई आया ही नहीं। हम लोग गांव में रहते हैं। बिजली और पानी की परेशानी बहुत है। चापाकल से पानी लाकर हम लोग घर का काम चलाते हैं।