लोकसभा चुनाव में छलक उठा कांग्रेस का जिन्ना और यासिन मलिक के प्रति प्रेम
मोहम्मद अली जिन्ना और यासीन मलिक के प्रति प्रेम कांग्रेस की संस्कृति का हिस्सा है यह एक समुदाय के प्रति तुष्टिकरण का भी नतीजा है।
नई दिल्ली, जेएनएन। लोकसभा चुनाव 2019 में तीन चरण के चुनाव हो चुके हैं। ऐसे में कांग्रेस और उसके अध्यक्ष राहुल गांधी स्वयं को, अपने पूर्वजों को, अपनी पार्टी को और अपने परिवार को पक्का देशभक्त बताने से नहीं चूकते। लेकिन इस पार्टी के कई नेता चुनाव प्रचार में ऐसे बयान दे रहे हैं, जिससे न केवल उन नेताओं की देशभक्ति पर संदेह उठ रहा है, अपितु स्वयं कांग्रेस और राहुल गांधी को भी मुश्किल में डाल रहे हैं। भाजपा का कहना है कि मोहम्मद अली जिन्ना और यासीन मलिक के प्रति प्रेम कांग्रेस की संस्कृति का हिस्सा है और यह एक समुदाय के प्रति तुष्टिकरण का भी नतीजा है। इसको लेकर पार्टी अध्यक्ष अमित शाह ने प्रहार भी किया है।
नए नवेले पार्टी में शामिल हुए फिल्म अभिनेता शत्रुघ्न सिन्हा ने देश के विभाजन के लिए जिम्मेदार मोहम्मद अली जिन्ना पर प्रशंसा के फूल बरसाए तो कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पीसी चाको ने भारत के अभिन्न अंग कश्मीर को भारत से अलग करने की आतंकी साजिश रचने वाले यासीन मलिक की पैरोकारी कर दी।
शत्रुघ्न सिन्हा पटना साहिब लोकसभा सीट से केन्द्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद के विरुद्ध चुनाव लड़ रहे हैं। हालांकि बाद में शत्रुघ्न सिन्हा ने कहा कि जीभ फिसलने के कारण उन्होंने जिन्ना का जिक्र किया, जबकि वह मौलाना आजाद का जिक्र करना चाहते थे।
भाजपा को छोड़ते ही शत्रुघ्न को याद आए जिन्ना
तीन दशक तक भाजपा में रहे शत्रुघ्न सिन्हा ने पार्टी बदलते ही देशप्रेमियों में मोहम्मद अली जिन्ना का नाम भी जोड़ दिया। वो जिन्ना, जिनका भारत के विभाजन और उसमें भारी संख्या में लोगों के मारे जाने के लिए उत्तरदायी थे। सिन्हा ने मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा के सौसर में एक चुनावी सभा के दौरान कहा कि देश की आजादी और तरक्की में जिन्ना का भी सबसे बड़ा योगदान है।
चुनावी सभा में शत्रुघ्न सिन्हा ने कहा कि 'यह कांग्रेस परिवार महात्मा गांधी से लेकर, सरदार वल्लभभाई पटेल से लेकर, मोहम्मद अली जिन्ना से लेकर, जवाहर लाल नेहरू से लेकर, स्वर्गीय इंदिरा गांधी से लेकर, राजीव गांधी से लेकर, राहुल गांधी से लेकर, नेताजी सुभाष चंद्र पार्टी बोस की पार्टी है, जिनका देश की तरक्की, देश की आजादी में सबसे बड़ा योगदान हुआ, इसलिए हम यहां आए।' आश्चर्य करने वाली बात यह है कि जब सिन्हा ने आजादी आंदोलन में राजीव, सोनिया, राहुल का नाम भी जोड़ दिया।
शायद सिन्हा प्रियंका गांधी वाड्रा का नाम भूल गए। कहा जाता है कि नया मुल्ला प्याज ज्यादा खाता है। ऐसे में शत्रुघ्न सिन्हा ऐसी बात कह कर पार्टी के प्रति विशेष रूप से गांधी परिवार के प्रति स्वामिभक्ति को साबित करना चाहते हैं। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने ओडिशा के मयूरभंज में आयोजित चुनावी सभा में शत्रुघ्न सिन्हा पर प्रहार करते हुए कहा कि जब तक वह भाजपा में थे तो राष्ट्रवाद की बातें करते थे, जैसे ही वह कांग्रेस में शामिल हुए तो वे मोहम्मद अली जिन्ना की प्रशंसा करने लगे।
पीसी चाको ने यासीन मलिक को बता रहे साहसी
जम्मू-कश्मीर के अलगाववादी नेता यासीन मलिक पर आतंकी संगठनों को वित्तीय सहायता पहुंचाने, हत्या और अपहरण का 30 साल पुराना केस चल रहा है। मलिक ने जम्मू-कश्मीर हाईकोर्ट (HC) मे याचिका दायर की कि इस मामले की सुनवाई श्रीनगर में हो, परंतु हाईकोर्ट ने झटका दिया और अब केस की सुनवाई दिल्ली में ही सीबीआई अदालत में होगी। चाको ने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार यासीन मलिक के साथ दुर्व्यवहार कर रही है।
चाको ने कहा कि यासीन मलिक साहसी हैं और नई दिल्ली उन्हें इस तरह से डरा नहीं सकती। चाको ने तो यासीन के सरेंडर नहीं करने को भी सही बताते हुए कहा कि अलगाववाद के नाम पर सरकार यासीन मलिक को बंदूक की नोक पर सरेंडर करने के लिए कैसे कह सकती है। हालाँकि चाको ने थोड़ी चतुराई दिखाई और कहा, ‘हम भी यासीन मलिक के विचारों और गतिविधियों का समर्थन नहीं करते, परंतु जिस साहस का परिचय उन्होंने दिया, उसकी सबको सराहना करनी चाहिए।’