राजस्थान में 12 सीटों पर ‘गेम चेंजर’ हो सकते नए मतदाता, कांग्रेस व भाजपा नए मतदाताओं को लुभाने में जुटी
राजस्थान में लोकसभा की 12 सीटों के लिए नए मतदाता किंगमेक’ की भूमिका में हो सकते। ये नए मतदाता जिस तरफ भी जाएंगे उस पार्टी के प्रत्याशी की जीत लगभग तय होगी।
जयपुर, जागरण संवाददाता। राजस्थान में लोकसभा की 12 सीटों के लिए नए मतदाता ‘किंगमेकर’ की भूमिका में हो सकते है । ये नए मतदाता जिस तरफ भी जाएंगे, उस पार्टी के प्रत्याशी की जीत लगभग तय होगी। ऐसे में यदि पूरी ताकत से इन नए वोटरों को साधा जाए तो 25 में से 12 सीटों पर सियासी समीकरण बदल सकते है। राज्य में इस बार 55 लाख 83 हजार 375 नए मतदाता जुड़े है। इनमें 18 से 19 साल की उम्र के 12 लाख से ज्यादा मतदाता पहली बार वोटिंग करेंगे।
उधर राजनीतिक पार्टियां नए मतदाओं को लुभाने में जुट गई है। भाजपा ने नव मतदाता जोड़ो अभियान चलाया,वहीं कांग्रेस कार्यकर्ता नए मतदाताओं से व्यक्तिगत संपर्क कर रहे है।
सीटवार नए मतदाताओं की संख्या
राज्य की बांसवाड़ा, नागौर ,बाड़मेर ,करौली, धौलपुर, दौसा, अजमेर, टोंक-सवाई माधोपुर, श्रीगंगानगर, कोटा, भीलवाड़ा ,झुंझुनू और भरतपुर लोकसभा सीट में नए मतदात सबसे अधिक बढ़े है। इनमें से प्रत्येक सीट पर करीब ढाई लाख वोट बढ़े है।
नए मतदाताओं में पुरूषों के मुकाबले महिलाओं की संख्या अधिक है। इस बार प्रदेश में 12 लाख 71 हजार 241 नए मतदाता निर्णायक भूमिका में रहेंगे। जानकारी के अनुसार श्रीगंगानगर में 43136 नए मतदाता अपने मताधिकार का इस्तेमाल करेंगे। वहीं बीकानेर में 42865 नए मतदाता है तो वहीं 20 से 25 साल के 310796 मतदाता है।
चूरू में 57848 ,झुंझुनू में 50935, सीकर में 55472 पहली बार वोटिंग करेंगे जयपुर ग्रामीण में 49369, जयपुर शहर में 44604 ,अलवर में 47136, भरतपुर सीट पर 55970,करौली-धौलपुर में 52403 नए मतदाता मतदान करेंगे । इसी तरह दौसा में 44969,टोंक-सवाई माधोपुर में 50323,अजमेर में 43735,नागौर में 51635, पाली में 51589 और जोधपुर में 45157 नए मतदाता पहली बार मतदान करेंगे।