Lok Sabha Elections 2019: जम्मू-कश्मीर में कांग्रेस से गठबंधन के लिए नेकां तैयार, उमर ने बताया ये फार्मूला
Omar Abdullah. जम्मू-कश्मीर में नेशनल कॉन्फ्रेंस के उपाध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने कहा कि हम लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस के साथ गठबंधन को तैयार हैं।
श्रीनगर, जेएनएन। जम्मू-कश्मीर में नेशनल कॉन्फ्रेंस (नेकां) के उपाध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने कहा कि हम लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस के साथ गठबंधन को तैयार हैं। बशर्तें कांग्रेस सीटों के तालमेल को लेकर हमारे फार्मूले को लेकर सहमत हो।
उमर अब्दुल्ला के मुताबिक, यह सच है कि लोकसभा चुनावों के लिए जम्मू-कश्मीर में हमें कांग्रेस से गठबंधन के लिए प्रस्ताव मिला था। लेकिन हमने उन्हें स्पष्ट रूप से कहा है कि घाटी (कश्मीर) की तीन सीटों पर केवल नेशनल कॉन्फ्रेंस के उम्मीदवार ही होंगे।
अगर कांग्रेस को यह फार्मूला सूट करता है, तो हम अन्य सीटों के बारे में बात कर सकते हैं। देखते हैं कि हमें क्या प्रतिक्रिया मिलती है।
कांग्रेस-नेकां गठबंधन बनने में दो सीट पर पेंच
राज्य की छह संसदीय सीटों पर नेशनल कॉन्फ्रेंस (नेकां) और कांग्रेस मिलकर चुनाव लड़ना चाहती हैं, लेकिन दो सीटों पर बने गतिरोध को लेकर गठजोड़ को अभी अंतिम रूप नहीं दिया है। हालात का जायजा लेने शनिवार को जम्मू पहुंचे राज्य में कांग्रेस चुनाव प्रचार समिति के अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री गुलाम नबी आजाद ने प्रदेश कांग्रेस के नेताओं के साथ इस मुद्दे पर तीन घंटे तक गहन चर्चा की। फिलहाल, फैसला कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी पर छोड़ दिया है। उधर, नेशनल कॉन्फ्रेंस ने जम्मू संभाग की दो सीट कांग्रेस को देने का मन बना रखा है। जबकि कांग्रेस चार सीट मांग रही है।
यह हैं संसदीय क्षेत्र
जम्मू संभाग में दो संसदीय सीट जम्मू-पुंछ और उधमपुर-डोडा हैं। कश्मीर में तीन संसदीय क्षेत्र बारामुला-कुपवाड़ा, श्रीनगर-बडगाम और अनंतनाग-पुलवामा हैं। लद्दाख प्रांत में एक ही सीट है जो जिला लेह और कारगिल पर आधारित है। पिछले संसदीय चुनावों में जम्मू संभाग की दो और लद्दाख प्रांत की सीट भाजपा ने जीती थी। घाटी की तीनों सीटों पर पीडीपी ने जीत दर्ज की थी। श्रीनगर-बडगाम पर पीडीपी के तत्कालीन सांसद तारिक हमीद करा के इस्तीफे के बाद हुए उपचुनाव में नेकां के अध्यक्ष डॉ. फारूक अब्दुल्ला चुनाव जीते थे। कांग्रेस और नेकां ने 2004 से 2014 तक राज्य में सभी संसदीय चुनाव आपसी गठजोड़ के आधार पर ही लड़े हैं।
नेकां तय कर चुकी नाम
गठबंधन की संभावना को पहला झटका नेकां ने उस समय दिया जब पार्टी ने कश्मीर की तीनों सीटों के प्रत्याशियों के नाम तय कर दिए। जम्मू संभाग में जम्मू-पुंछ सीट के लिए राज्य के पूर्व मुख्य सचिव बीआर कुंडल को नेकां ने उम्मीदवार घोषित कर दिया। नेकां ने सिर्फ दो सीटों ऊधमपुर-डोडा और लद्दाख के लिए प्रत्याशी घोषित नहीं किए। डॉ. फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि फिलहाल गठबंधन की बात नहीं है। इस पर चर्चा करेंगे।
नेकां महासचिव अली मोहम्मद सागर ने कहा कि हम सिर्फ जम्मू संभाग में ही दो सीटें कांग्रेस के लिए छोड़ सकते हैं। प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और प्रवक्ता जीएन मोंगा ने कहा कि इस समय भाजपा को हराना है मकसद है। इस बार हम नेकां की मर्जी से नहीं चल सकते। जम्मू की दोनों और कश्मीर की तीन में से दो सीट हमें चाहिए। आजाद का नेताओं से मंथन नेकां से गठजोड़ पर प्रदेश कांग्रेस में सहमति बनाने और चुनावी रणनीति तय करने के लिए पूर्व मुख्यमंत्री गुलाम नबी आजाद नई दिल्ली से यहां जम्मू पहुंचे। उन्होंने प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं के साथ करीब तीन घंटे की मैराथन बैठक की। नेताओं का कहना है कि नेकां की शतरें पर चलने के बजाय कांग्रेस को पक्ष मजबूती से उसके समक्ष रखना चाहिए।