LokSabha Elections 2019 : पूर्व सांसद भालचंद्र कांग्रेस में शामिल, संतकबीर नगर से टिकट की चर्चा
पूर्व सांसद भालचंद्र यादव ने अन्तत कांग्रेस का दामन थाम लिया। वह लखनऊ में कांग्रेस कमेटी के सचिव एवं उत्तरप्रदेश के प्रभारी सचिन नाईक के समक्ष पार्टी की सदस्यता ग्रहण की।
गोरखपुर, जेएनएन। पूर्व सांसद भालचंद्र यादव ने अन्तत: कांग्रेस का दामन थाम लिया। वह लखनऊ में कांग्रेस कमेटी के सचिव एवं उत्तरप्रदेश के प्रभारी सचिन नाईक के समक्ष पार्टी की सदस्यता ग्रहण की। यह जानकारी कांग्रेस प्रवक्ता अंशु अवस्थी ने दी। उनके शामिल होने के बाद अब कयास लगाए जा रहे हैं कि यादव ही संतकबीर नगर से कांग्रेस के प्रत्याशी होंगे। संतकबीर नगर लोकसभा सीट से अभी तक कांग्रेस के परवेज खान, भाजपा के प्रवीण निषाद और महागठबंधन से बसपा उम्मीदवार भीष्मशंकर उर्फ कुशल तिवारी के बीच संग्राम की बात थी, पर अब स्थितियां बदल गईं हैं। यादव 1999 में सपा के टिकट पर संतकबीर नगर लोकसभा सीट से मैदान में उतरे, जीत हासिल की। फिर 2004 में बसपा से दिल्ली की राह पकडऩे में सफलता हासिल की।
हालांकि इसके बाद उनको जीत तो नहीं मिल सकी परंतु लगातार चुनावी मैदान में वह अपनी दमदार मौजूदगी दर्ज कराते रहे। भालचंद्र को शामिल कराने के दौरान पूर्व विधायक सतीश अजमानी, महासचिव व प्रवक्ता द्विजेंद्र राम त्रिपाठी, वीरेंद्र मदान, ओंकारनाथ सिंह व राजेंद्र बहादुर सिंह आदि मौजूद थे।
दिग्गजों की जुटान, उम्मीदें चढ़ीं परवान
लोकसभा के महासमर में महागठबंधन उम्मीदवार के नामांकन के अवसर पर खलीलाबाद के जूनियर हाई स्कूल परिसर में दिग्गजों की जुटान के साथ ही भारी भीड़ जमा करके सपा-बसपा और रालोद कार्यकर्ताओं ने अपनी ताकत का एहसास करवाया। गठबंधन में शामिल दलों के कार्यकर्ताओं की एकजुटता को लेकर यहां परिणाम को लेकर उम्मीदें परवान चढऩे लगी हैं।
यहां जनसभा के दौरान रालोद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष जयंत चौधरी ने जहां किसानों को सहेजने का कार्य किया तो वही बसपा के प्रदेश अध्यक्ष आरएस कुशवाहा ने चुनाव को भाजपा के जुमलेबाजी का जवाब देने का अवसर बताते हुए गठबंधन के कार्यकर्ताओं की एकजुटता को ही जीत का मंत्र बताया। सपा नेता और पूर्व मंत्री रामगाेविंद चौधरी ने संविधान पर संकट की बात कहते हुए दोनो दलों के कार्यकर्ताओं को किसी भ्रम से परे रहकर जीत दिलाने के लिए लगने का आह्वान किया। पूर्व विधानसभा अध्यक्ष माता प्रसाद पांडेय, पूर्व मंत्री बलराम यादव, लालमणि प्रसाद, राम प्रसाद चौधरी, राम भुआल निषाद, सदल प्रसाद, लक्षमीकांत उर्फ पप्पू निषाद, पूर्व दर्जा प्राप्त राज्यमंत्री विद्या सिंह भारती, विधान परिषद के पूर्व सभापति गणेश शंकर पांडेय, विधान परिषद सदस्य संतोष यादव उर्फ सनी आदि ने सुनिश्चित जीत का दावा करके कार्यकर्ताओं का उत्साह बढ़ाया। गठबंधन के शामिल दलों के कार्यकर्ताओं के उत्साह का आलम रहा कि पूरा परिसर सपा-बसपा और रालेाद के झंडों से पट रहा तो वहीं लोग उक्त दलों की टोपियां भी लगाकर नारेबाजी कर रहे थे। दिग्गजों की जुटान और कार्यकर्ताओं की बड़ी संख्या जमा होने से महागठबंधन उम्मीदवार की उम्मीदें परवान चढऩे लगी हैं।