Lok Sabha Election2019: पूर्व विधायक ने ठोकी ताल, बढ़ाया भाजपा का सिरदर्द
वर्ष 1989 में भोगांव से भाजपा की टिकट पर बने थे विधायक। जिलाध्यक्ष बोले पूर्व विधायक वर्तमान में नहीं हैं भाजपा के सदस्य।
आगरा, जेएनएन। मैनपुरी में भाजपा से पूर्व विधायक रहे शिवराज सिंह चौहान ने निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में नामांकन दाखिल कर भाजपा का सिरदर्द बढ़ा दिया। उन्होंने दावा किया कि वह भाजपाई हैं और कमजोर प्रत्याशी उतारने के कारण मैदान में वे उतर रहे हैं। हालांकि जिला संगठन उनके भाजपा सदस्य होने से इन्कार कर रहा है।
बेवर क्षेत्र निवासी शिवराज सिंह चौहान वर्ष 1989 में भाजपा की टिकट पर विधायक बने थे। इसके बाद उन्होंने वर्ष 1996 में जेल में निरुद्ध रहते हुए बसपा की टिकट पर विधान सभा का चुनाव लड़ा, हालांकि उस चुनाव में वह नजदीकी अंतर से हारे थे। इसके बाद बीते विधानसभा चुनाव में भाजपा के भोगांव विधानसभा क्षेत्र प्रत्याशी रामनरेश अग्निहोत्री के प्रचार में सक्रिय रहे थे। बीती एक अप्रैल को उन्होंने भाजपा के नाम से ही नामांकन पत्र खरीदा था। गुरुवार को जिस वक्त पूरी भाजपा के साथ प्रेम सिंह नामांकन दाखिल कर रहे थे। उसी दौरान शिवराज सिंह बाहर अपनी बारी का इंतजार कर रहे थे उन्होंने कहा कि वह निर्दलीय के रूप में चुनाव लड़ेंगे।
आमने - सामने
शिवराज सिंह चौहान पूर्व में भाजपा में रहे थे, परंतु बाद में अन्य दलों में चले गए। वर्तमान में वह पार्टी के सदस्य नहीं है। यदि हैं तो मुझे सदस्यता की रसीद प्रस्तुत करें।
आलोक गुप्ता, जिलाध्यक्ष भाजपा
जेल में रहते हुए बसपा से चुनाव लड़ा था। उसके बाद से भाजपा के लिए ही काम कर रहा हूं। यदि किसी दूसरे दल की एक रुपये की भी सदस्यता ली हो तो जिलाध्यक्ष मुझे दिखा दें।
शिवराज सिंह चौहान, पूर्व विधायक