RJD LEADER अली अशरफ फातमी ने खोले अपनी दावेदारी के पत्ते, मधुबनी से लड़ेंगे चुनाव
फेसबुक वाल पर की घोषणा। 18 काे करेंगे नामांकन। मिथिलांचल में महागठबंधन की चुनावी संभावनाओं को लगा बड़ा झटका। पार्टी नेतृत्व के खिलाफ कार्यकर्ता सम्मेलन कर चुके हैं।
By Ajit KumarEdited By: Published: Thu, 11 Apr 2019 02:47 PM (IST)Updated: Thu, 11 Apr 2019 02:47 PM (IST)
दरभंगा, जेएनएन। पूर्व सांसद मंगनीलाल मंडल के राजद छोड़ने के बाद मिथिलांचल में महागठबंधन की चुनावी संभावनाओं को बड़ा झटका लगा है। पूर्व केंद्रीय मंत्री व राजद के वरीय नेता अली अशरफ फातमी ने गुरुवार को लोकसभा चुनाव में अपनी दावेदारी को लेकर पत्ते खोल दिए। वे 18 अप्रैल को मधुबनी संसदीय सीट के लिए अपना नामांकन पत्र दाखिल करेंगे। इसकी घोषणा उन्होंने अपने फेसबुक वाल पर की है। फातमी से जुड़े जिला राजद के प्रवक्ता राशिद जमाल ने बताया कि राजद आलाकमान ने उन्हें मधुबनी में काम करने का पहले ही निर्देश दिया था।
जब टिकट वितरण का समय आया तब अल्पसंख्यक समुदाय और उसके नेतृत्व को दरकिनार करते हुए आलाकमान ने अपने वचन से दगा किया। मधुबनी लोकसभा क्षेत्र के केवटी विधानसभा से फातमी के पुत्र डॉ. फराज फातमी अभी राजद विधायक हैं। इससे पहले पूर्व मंत्री फातमी दरभंगा में भी पार्टी नेतृत्व के खिलाफ दो बार कार्यकर्ताओं का सम्मेलन कर चुके हैं। बावजूद महागठबंधन ने मधुबनी लोकसभा अपने घटक दल विकासशील इंसान पार्टी को दे दिया। इस पार्टी ने भी राजद के ही नेता बद्री कुमार पूर्वे को मधुबनी लोकसभा सीट से प्रत्याशी बनाया है।
पूर्वे को फातमी का करीबी समझा जाता रहा है। फातमी चार चुनाव लाख मतों से अधिक अंतर से जीते। तीन चुनाव हजार के अंतर से हारे। मोदी लहर में भी मात्र 36 हजार वोटों से हारे। वह चुनाव क्यों हारे सभी जानते हैं, पार्टी के ही कुछ लोगों ने ही गद्दारी की थी। इस बार तीन चुनाव हारने वाले और पार्टी तोड़ने वालों को टिकट मिला। जबकि उनका टिकट काट दिया गया। इससे राजद कार्यकर्ताओं का एक बड़ा धड़ा नाराज चल रहा है।
जब टिकट वितरण का समय आया तब अल्पसंख्यक समुदाय और उसके नेतृत्व को दरकिनार करते हुए आलाकमान ने अपने वचन से दगा किया। मधुबनी लोकसभा क्षेत्र के केवटी विधानसभा से फातमी के पुत्र डॉ. फराज फातमी अभी राजद विधायक हैं। इससे पहले पूर्व मंत्री फातमी दरभंगा में भी पार्टी नेतृत्व के खिलाफ दो बार कार्यकर्ताओं का सम्मेलन कर चुके हैं। बावजूद महागठबंधन ने मधुबनी लोकसभा अपने घटक दल विकासशील इंसान पार्टी को दे दिया। इस पार्टी ने भी राजद के ही नेता बद्री कुमार पूर्वे को मधुबनी लोकसभा सीट से प्रत्याशी बनाया है।
पूर्वे को फातमी का करीबी समझा जाता रहा है। फातमी चार चुनाव लाख मतों से अधिक अंतर से जीते। तीन चुनाव हजार के अंतर से हारे। मोदी लहर में भी मात्र 36 हजार वोटों से हारे। वह चुनाव क्यों हारे सभी जानते हैं, पार्टी के ही कुछ लोगों ने ही गद्दारी की थी। इस बार तीन चुनाव हारने वाले और पार्टी तोड़ने वालों को टिकट मिला। जबकि उनका टिकट काट दिया गया। इससे राजद कार्यकर्ताओं का एक बड़ा धड़ा नाराज चल रहा है।
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