मेनका गांधी के 'एबीसीडी' बयान पर चुनाव आयोग सख्त, चेतावनी के बाद कहा- भविष्य में ना दोहराएं
मंत्री को लिखे पत्र में आयोग ने कहा है कि मौजूद सबूत और तथ्यों के आधार पर आयोग इन अभद्र बयानों की कड़ी निंदा करता हैं। उन्हें चेतावनी दी जाती है कि भविष्य में न दोहराएं।
नई दिल्ली (जागरण ब्यूरो)। उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर से भाजपा की प्रत्याशी और केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री मेनका गांधी को चुनाव आयोग ने उनकी सभाओं में मतदाताओं को 'एबीसीडी' में बांटने वाले बयान को लेकर कड़ी चेतावनी दी है। मंत्री को लिखे पत्र में आयोग ने कहा है कि मौजूद सबूत और तथ्यों के आधार पर आयोग इन अभद्र बयानों की कड़ी निंदा करता हैं। उन्हें चेतावनी दी जाती है कि वह भविष्य में इस तरह के कदाचार को न दोहराएं।
बता देंं कि मेनका ने 14 अप्रैल को सुल्तानपुर के सरकोड़ा गांव में मुस्लिम समुदाय के वोटरों को लेकर विवादित बयानबाजी की थी। इससे पहले चुनाव आयोग ने मेनका के बयान पर संज्ञान लिया था और उन्हें नोटिस भेजा था।
मेनका गांधी ने 14 अप्रैल को सुल्तानपुर में एक संबोधन के दौरान कहा था कि 'जिस गांव से 80 प्रतिशत वोट मिलेगा वो ए कैटेगरी में होगा, जिस गांव से 60 प्रतिशत वोट मिलेगा वो बी में होगा और जिस गांव से 50 प्रतिशत वोट मिलेगा वो सी में होगा। वहीं जिस गांव से 50 प्रतिशत से कम वोट मिलेगा उसका तो आप समझ गए होंगे।' उनका कहना था कि वह वोटिंग के हिसाब से ही काम करवाएंगी। सबसे पहले ए श्रेणी वाले गांवों में विकास कार्य कराया जाएगा।
केंद्रीय मंत्री ने मतदाताओं से धमकी भरे लहजे में कहा था कि मैं तो चुनाव जीत रहीं हूं, ऐसे में आप हमारा साथ दीजिए। जिसको लेकर विपक्षी पार्टियों ने उनके इस बयान की निंदा की थी। हालांकि मेनका गांधी ने अपने बयान पर सफाई देते हुए कहा है, मेरे अधूरे बयान पर चर्चा की जा रही है लेकिन यह पूरा नहीं है।
गौरतलब है कि इससे पहले भी मुस्लिमों को लेकर दिए गए बयान पर चुनाव आयोग ने मेनका गांधी पर कार्रवाई की थी। तब मेनका गांधी ने मुस्लिम मतदाताओं को धमकाते हुए कहा था कि अगर मुस्लिम समाज के लोग मुझे वोट नहीं देंगे, तो वह उनके पास काम करवाने के लिए भी ना आएं। इस बयान की काफी निंदा हुई थी और चुनाव आयोग ने मेनका गांधी पर 48 घंटे का बैन भी लगाया था।