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Lok Sabha Election 2019: पीएम मोदी ने नहीं किया आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन, चुनाव आयोग ने दी क्लीन चिट

चुनाव आयोग ने पीएम मोदी पर आचार संहिता उल्लंघन के आरोप को गलत बताया। आयोग ने कहापीएम ने कोई उल्लंघन नहीं किया।

By Krishna Bihari SinghEdited By: Published: Tue, 30 Apr 2019 12:57 PM (IST)Updated: Wed, 01 May 2019 12:19 AM (IST)
Lok Sabha Election 2019: पीएम मोदी ने नहीं किया आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन, चुनाव आयोग ने दी क्लीन चिट
Lok Sabha Election 2019: पीएम मोदी ने नहीं किया आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन, चुनाव आयोग ने दी क्लीन चिट

जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। चुनाव आयोग ने चुनाव आचार संहिता के उल्लंघन के मामले में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को मंगलवार को क्लीन चिट दे दी। महाराष्ट्र के वर्धा में पीएम मोदी ने एक अप्रैल को भाषण दिया था।

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इस भाषण में उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के केरल के वायनाड से चुनाव लड़ने को लेकर बयान दिया था और 'संकेत' किया था कि कांग्रेस नेता वहां इसलिए जा रहे हैं कि वहां अल्पसंख्यक मतदाता ज्यादा हैं। प्रधानमंत्री के इस भाषण को लेकर चुनाव आयोग में शिकायत दर्ज कराई गई थी। चुनाव आयोग के प्रवक्ता ने कहा, 'इस मामले की विस्तार से जांच की और पाया गया कि पीएम मोदी के भाषण में ऐसा कुछ नहीं था जिससे चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन होता है।'

सुप्रीम कोर्ट ने आयोग से मांगा जवाब
कांग्रेस ने प्रधानमंत्री के वर्धा समेत कुछ अन्य भाषणों को लेकर सुप्रीम कोर्ट में याचिका भी दायर की है। कांग्रेस सांसद सुष्मिता देव की तरफ से दायर याचिका पर मंगलवार को सुनवाई हुई और सुप्रीम कोर्ट ने चुनाव आयोग को नोटिस जारी कर जवाब भी मांगा। आयोग ने वर्धा में में क्लीन चिट तो दे दी है, लेकिन सर्वोच्च अदालत में उसे अभी यह जवाब दाखिल करना है। इस मामले में अब गुरुवार को सुनवाई होगी।

कांग्रेस सांसद की याचिका में प्रधानमंत्री मोदी और भाजपा अध्यक्ष शाह पर सेना के नाम का दुरुपयोग का भी आरोप लगाया गया है। याचिका में कहा गया है कि इन दोनों नेताओं ने कथित रूप से राजनीतिक प्रचार में सैन्य बलों के नाम का उपयोग करके आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन किया है और आयोग इनके खिलाफ आरोपों को नहीं सुन रहा है। चुनाव आयोग की चुप्पी अप्रत्यक्ष रूप से चुनावी आचार संहिता के उल्लंघन का समर्थन करती है।

याचिका में प्रधानमंत्री के नौ अप्रैल के भाषण का जिक्र किया गया है, जिसमें उन्होंने पहली बार वोट डालने वाले मतदाताओं से बालाकोट एयर स्ट्राइक में शामिल सैनिकों और पुलवामा में मारे गए जवानों के नाम पर वोट देने की अपील की थी। 21 अप्रैल को गुजरात के पाटन और राजस्थान के वाड़मेर में दिए गए प्रधानमंत्री के भाषणों का भी याचिका में उल्लेख किया गया है। प्रधानमंत्री पर एयर स्ट्राइक और वायु सेना के पायलट के पाकिस्तान में पकड़े जाने भारत के परमाणु हथियार को लेकर बयान देने का आरोप लगाया है। जबकि, भाजपा अध्यक्ष शाह पर घृणा फैलाने वाले द्वेषपूर्ण भाषण देने की शिकायत की गई है।

राहुल के खिलाफ भी है शिकायत
इसके अलावा आयोग कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के मध्य प्रदेश के जबलपुर में उनके भाषण के दौरान अमित शाह को हत्यारा कहे जाने के शिकायत पर भी सुनवाई कर रहा है। राहुल ने कहा था, हत्या के अभियुक्त भाजपा अध्यक्ष अमित शाह, वाह क्या शान है। 


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