Election 2019: साड़ियों, टी-शर्टों पर पर चढ़ा सियासी रंग छाए मोदी, जमके जारी है बिक्री
Election 2019 बाजार में सियासी पार्टियों की लोगो लगी साड़ियां और नेताओं की तस्वीर लगे टी शर्टों की मांग इतनी है कि दुकानदार मांग के अनुरूप सप्लाई देने में असमर्थता व्यक्त कर रहे है
कोलकाता, प्रकाश पांडेय। विश्व के सबसे बड़े गणतंत्र भारत के महापर्व लोकसभा चुनाव में नए फैशन और कपड़ों का क्रेज अपने पूरे परवान पर है। बाजार में सियासी पार्टियों की लोगो लगी साड़ियां और नेताओं की तस्वीर लगे टी शर्टों की मांग इतनी है कि दुकानदार मांग के अनुरूप सप्लाई देने में असमर्थता व्यक्त कर रहे हैं।
महानगर कोलकाता स्थित बड़ा बाजार के पगहिया पट्टी में बिकती सियासी पार्टियों की साड़ियां वहां से गुजरने वाले लोगों के लिए मुख्य रूप से आकर्षण का केंद्र बनी हुई है। किसी साड़ी पर भाजपा का कमल तो किसी पर तृणमूल का घास-फूल छाप का लोगो प्रिंटेड है। इतना ही नहीं बाजार में माकपा के हंंसुआ, हथौड़ी, तारा और कांग्रेस का पंजा भी बिक रहा है।
साड़ी विक्रेता पारस गंभीर की मानें तो मांग के अनुरुप सप्लाई बेहद मुश्किल साबित हो रही है। उन्हें पहले इस बात की उम्मीद नहीं थी कि इस तरह से साड़ियों की मांग होगी, वरना वे ज्यादा माल स्टॉक में रखते। उनकी मानें तो ज्यादातर तृणमूल कांग्रेस और भाजपा की साड़ियां ही बिक रही है। यहां तक की स्थानीय नेताओं व राज्य के अन्य जिलों से भी ऑर्डर की भरमार है। आगे उन्होंने बताया कि ऐसा नहीं है कि पहली बार बाजार में सियासी साड़ियां दिख रही है।
इससे पहले भी पगहिया पट्टी में सियासी साड़ियां बिकती रही है। लेकिन इस बार इन साड़ियों की मांग आठ से दस गुना अधिक बढ़ गई है। चुनाव के इंतजार में बाजार एक अन्य दुकानदार संगीत कुमार ने बताया कि तृणमूल और भाजपा की टी शर्टें ही ज्यादा बिक रही है और 80 से सौ रुपये की कीमत पर आराम से बिना मोल भाव किए खरीददार खरीददारी कर रहे हैं। पहले झंडों की मांग होती थी। लेकिन इस बार झंडों से ज्यादा सियासी पार्टियों की
साड़ियों व नेताओं की तस्वीर लगी टी शर्टों की मांग बनी हुई है। हालांकि हमारे लिए खुशी की बात यह है कि बाजार में एक बार फिर से रौनक लौट आई है।
हम तो बेसब्री से चुनाव का इंतजार करते हैं। क्योंकि यह हमारे लिए कमाई का मौसम होता है। वहीं कमल राय ने बताया कि माकपा और कांग्रेस की साड़ियों की बिकवाली भाजपा और तृणमू ल कांग्रेस की तुलना में बहुत ही कम है। खैर, इस बार राज्य में चुनावी भिड़ंत भी तृणमूल और भाजपा के बीच ही है और इसलिए इन पार्टियों की साड़ियां व टी शर्टों की मांग दूसरे दलों की तुलना में अधिक बनी हुई है।
क्या है कीमत, कहां से आते हैं
इधर, साड़ियों की कीमत के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने बताया कि 160 रुपये की कीमत पर साड़ियां बिक रही है और अभी तक कुल चार हजार साड़ियां उन्होंने बेची है। इसके अलावा राहुल गांधी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की टी शर्ट और मोदी जैकेट भी धड़ल्ले से बिक रही है। इसके अतिरिक्त सभी पार्टियों के चुनाव चिन्ह वाले छाते और टोपी की भी काफी मांग है और ये सभी परिधान अहमदाबाद और मथुरा व दिल्ली से मंगाए जाते हैं।