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Election 2019: भाजपा जम्मू-कश्मीर में पिछले इतिहास को दोहराना चाहती

जम्मू कश्मीर में पांच साल पहले तीन संसदीय सीट जीत इतिहास रचने वाली भाजपा उसे दोहराने के लिए जी तोड़ मेहनत कर रही है।

By Preeti jhaEdited By: Published: Mon, 01 Apr 2019 02:29 PM (IST)Updated: Mon, 01 Apr 2019 02:29 PM (IST)
Election 2019: भाजपा जम्मू-कश्मीर में पिछले इतिहास को दोहराना चाहती
Election 2019: भाजपा जम्मू-कश्मीर में पिछले इतिहास को दोहराना चाहती

राज्य ब्यूरो, जम्मू । जम्मू कश्मीर में पांच साल पहले तीन संसदीय सीट जीत इतिहास रचने वाली भाजपा उसे दोहराने के लिए जी तोड़ मेहनत कर रही है। समय कम है व काम ज्यादा है, ऐसे में पार्टी उम्मीदवारों को दिन में औसतन अठारह-अठारह घंटे प्रचार करना पड़ रहा है। ये हालात जम्मू-पुंछ, उधमपुर डोडा संसदीय क्षेत्र के हैं। इन संसदीय सीटों के साथ प्रदेश भाजपा लद्दाख संसदीय सीट पर भी अपना कब्जा बरकरार रखना चाहती है।

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जम्मू-पुंछ के उम्मीदवार जुगल किशोर शर्मा व ऊधमपुर डोडा के भाजपा उम्मीदवार डॉ. जितेन्द्र सिंह इस समय अपने अपने संसदीय क्षेत्रों में दिन में पंद्रह पंद्रह रैलियों को संबोधित कर रहे हैं। आने वाले दिनों में इन दोनों नेताओं की रोजाना चुनावी रैलियों की संख्या बढ़कर बीस तक पहुंच जाना लगभग तय है।

जम्मू-पुंछ के उम्मीदवार जुगल किशोर शर्मा के सामने मैदान में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता रमण भल्ला है। भाजपा ने अपने उम्मीदवार की घोषणा पहले कर दी थी। ऐसे में भल्ला के सामने प्रचार के लिए समय भी बड़ी चुनौती है। प्रचार को तेजी देने में कांग्रेस को पार्टी हाईकमान से भी कुछ खास समर्थन नहीं मिल रहा है।

अप्रैल माह आ गया है और अब तक जम्मू में कांग्रेस के किसी स्टार प्रचारक की एक भी बड़ी रैली नहीं हुई है। वहीं चुनाव से दस दिन पहले भाजपा ने अपने प्रचार को गति दे दी है।

जुगल के संसदीय क्षेत्र में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की दो रैलियों के साथ भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह की एक रैली हो चुकी है। जुगल किशोर शर्मा का कहना है कि लोग विकास के नाम पर वोट देंगे। मोदी सरकार ने विकास के साथ साथ लोगों के उत्थान में भी कोई कसर नहीं छोड़ी है।

वहीं दूसरी ओर जितेन्द्र सिंह के लिए अपने संसदीय क्षेत्र में युद्ध स्तर पर प्रचार करने के अलावा कोई विकल्प नहीं है। डॉ. जितेन्द्र सिंह के सामने कांग्रेस के उम्मीदवार विक्रमादित्य सिंह, डोगरा स्वाभिमान संगठन के चौधरी लाल सिंह व पैंथर्स पार्टी के हर्षदेव सिंह है। ये तीनों नेता संसदीय क्षेत्र में चुनाव को चुनौतीपूर्ण बना रहे हैं। ऐसे हालात में डॉ. जितेन्द्र सिंह प्रचार में पूरा जोर लगा रहे हैं। जितेन्द्र सिंह के इलाके में अभी तक पीएम की कोई रैली नहीं हुई है। उनकी इलाके में पहली बड़ी रैली 3 अप्रैल को राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह करेंगे। इसके बाद पीएम की भी रैली होगी।

डॉ. जितेन्द्र सिंह ने जागरण को बताया कि अब तक उनके सौ से ज्यादा बड़े चुनावी कार्यक्रम हो चुके हैं। हर रोज पंद्रह के करीब कार्यक्रम हो रहे हैं। इस दौरान व उधमपुर-डोडा के कई ऐसे गांवों में भी पहुंचे यहां तक उनसे पहले कोई भी सांसद नही पहुंचा था। सुबह से लेकर देर रात तक प्रचार हो रहा है। ऐसे हालात में नींद किसे आती है। उन्होंने कहा कि भाजपा जम्मू कश्मीर में पिछले इतिहास को दोहरायगी। पार्टी कार्यकर्ता जी जान से चुनाव प्रचार में लगे हुए हैं।

वहीं दूसरी ओर लद्दाख में उम्मीदवार घोषित होने के बाद वहां भी प्रचार तेज हो गया है। अभी लद्दाख में चुनाव होने में पूरा एक महीना है। ऐसे में संसदीय चुनाव के पहले दो चरण होने के बाद केंद्रीय मंत्रियों के साथ प्रदेश भाजपा के स्टार प्रचारक भी प्रचार करने के लिए लेह व कारगिल में डेरा डाल डालेंगे। लद्दाख में चुनाव छह मई को होना है। 


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