डॉ. शकील अहमद ने मधुबनी से नामांकन के लिए स्वतंत्र उम्मीदवार के रूप में कटाया एनआर
मधुबनी लोस सीट से लडऩा चाहते हैं चुनाव। महागठबंधन की सीट शेयरिंग में वीआइपी के कोटे में है मधुबनी सीट। शकील ने फ्रेंडली कंटेस्ट करने के लिए कांग्रेस से टिकट की लगाई गुहार।
मधुबनी, जेएनएन। कांग्रेस के दिग्गज नेता सह पूर्व केन्द्रीय मंत्री डॉ.शकील अहमद ने मधुबनी लोकसभा क्षेत्र से चुनाव लडऩे के लिए 10 अप्रैल को स्वतंत्र उम्मीदवार के रूप में एनआर कटाया है। गौरतलब है कि यहां से महागठबंधन की वीआइपी के बद्री पूर्वे की उम्मीदवारी है। शकील अहमद ने अब यहां से कांग्रेस का टिकट लेकर फ्रेंडली कंटेस्ट करने देने की गुहार पार्टी से लगाई है।
कांग्रेस में अल्पसंख्यक नेता के रूप में डॉ. शकील अहमद का कद बड़ा है। हालांकि महागठबंधन की ओर से मधुबनी लोकसभा सीट विकासशील इंसान पार्टी (वीआइपी) के कोटे में आ गई है। जिस कारण महागठबंधन की ओर से वीआइपी ने मधुबनी लोकसभा क्षेत्र से अपने अधिकृत उम्मीदवार के रूप में बद्री प्रसाद पूर्वे का नाम घोषित कर दिया है।
बताया जा रहा है कि डॉ. शकील अहमद कांग्रेस नेतृत्व से लगातार संपर्क में है। चर्चा है कि अगर कांग्रेस डॉ. शकील अहमद को मधुबनी लोकसभा क्षेत्र से टिकट दे देती है, तो यहां महागठबंधन उम्मीदवार के साथ उनका दोस्ताना संघर्ष हो सकता है। डॉ.अहमद मधुबनी लोकसभा क्षेत्र से दो बार सांसद चुने जा चुके हैं।
अभी बीते दिनों ही उनसे जब कांग्रेस छोडऩे की संभावना पर सवाल किया गया था, तो उन्होंने स्पष्ट तौर पर कहा था कि वे ऐसा कोई कदम नहीं उठाने जा रहे जिससे पार्टी को बिहार में चुनाव में किसी तरह का नुकसान हो। वहीं ताजा घटनाक्रम पर बुधवार को पूछे जाने पर डॉ. शकील अहमद ने कहा कि झारखंड में भी कांग्रेस का गठबंधन राजद से है। झारखंड की चतरा सीट कांग्रेस के कोटे में है। लेकिन जिस तरह चतरा लोकसभा सीट कांग्रेस के कोटे में रहने पर भी राजद ने वहां अपने उम्मीदवार को उतार कर दोस्ताना संघर्ष की स्थिति बना दी है, उसी तरह उन्होंने भी पार्टी से अनुरोध किया है कि मधुबनी लोकसभा सीट से उन्हें फ्रेंडली कंटेस्ट के तहत चुनाव लडऩे का अवसर देते हुए सिंबल दिया जाए।
उन्होंने कहा कि उनके इस अनुरोध पर पार्टी विचार कर रही है। इसी के मद्देनजर फिलहाल उन्होंने एनआर कटा लिया है। उन्होंने आगे कहा कि यहां नामांकन की आखिरी तिथि 18 अप्रैल है और वे अब पार्टी के निर्णय का इंतजार कर रहे हैं।