Lok Sabha Election : तृणमूल कांग्रेस के नेताओं में फैल रहे असंतोष से भाजपा को हो रहा फायदा
पश्चिम बंगाल में उम्मीदवारों की घोषणा के साथ ही तृणमूल कांग्रेस में उठ रहे विरोध के स्वर से भाजपा अपने को मजबूत स्थिति में करती जा रही है।
नई दिल्ली, जेएनएन। लोकसभा चुनाव के पहले पश्चिम बंगाल में मुश्किल दिखनेवाली भाजपा की इंट्री अब धीरे- धीरे यह राह अब आसान हो रही है। तृणमूल कांग्रेस के नेताओं में लगातार असंतोष बढ़ता ही जा रहा है। भाजपा ममता की पार्टी में लगातार सेंध लगा रही है। इसकी शुरुआत मुकुल राय ने की थी।
चुनाव से ऐन वक्त पहले मुकुल राय ने ममता का साथ छोड़ भाजपा का दामन थाम लिया था। हालांकि वह ममता के काफी करीबी होने के बाद भी उनसे दूरी बना ली। उन्हें तृणमूल में ममता बनर्जी के बाद दूसरा स्थान प्राप्त था। कुल मिला कर उम्मीदवारों की घोषणा के साथ ही तृणमूल कांग्रेस में उठ रहे विरोध के स्वर से भाजपा अपने को मजबूत स्थिति में करती जा रही है।
ताजा हालात यह है कि लोकसभा चुनाव के लिए तृणमूल कांग्रेस अपने 42 उम्मीदवारों की सूची की घोषणा की है इसके बाद टीएमसी शिविर में आक्रोश फैल गया। पार्टी ने अपने 10 सांसदों का टिकट काट दिया है। इसके साथ ही 18 नए चेहरों को मौका दिया गया है।
इन सीटों से खड़े होंगे नए उम्मीदवार
- कूचबिहार
- बारासात
- झारग्राम
- मेदिनीपुर
- बोलपुर
- बिशनुपुर
- कृष्णानगर
इन सीटों पर भाजपा करीब पांच साल से अपनी पैठ बनाने में जुटी है। काफी हद तक टीमसी के अंदरूनी कलह के कारण भाजपा को इसमें सफलता मिल रही है। तृणमूल पार्टी में कई साल से मेहनत कर रहे कार्यकर्ताओं और नेताओं को फिल्मी दुनिया से आए कलाकारों के कारण इग्नोर किया जा रहा। वहीं कांग्रेस और लेफ्ट पार्टी से भी लगातार कई लोग ज्वाइन कर रहे हैं।
बता दें कि बैरकपुर औद्योगिक नगरी इलाके के कद्दावर तृणमूल नेता व विधायक अर्जुन सिंह ने दिल्ली में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का दामन थाम लिया। अर्जुन सिंह भाटवारा से विधायक हैं। अर्जुन सिंह बैरकपुर लोकसभा सीट से भाजपा के प्रत्याशी होंगे। तृणमूल ने सांसद दिनेश त्रिवेदी को इस सीट से टिकट दिया है। यह क्षेत्र मुख्य रूप से हिंदी भाषी लोगों का वर्चस्व वाला है। इससे पहले सौमित्र खान और तृणमूल के निष्कासित सांसद अनुपम हाजरा ने भाजपा का दामन थामा था।
अर्जुन सिंह का प्रभाव सिर्फ उनके अपने विधानसभा ही नहीं आसपास के चार नगर पालिका समेत 7 से 8 विधानसभा क्षेत्रों में है पिछले 20 सालों से बैरकपुर बारासात समेत कई इलाकों में इनका प्रभाव और दबदबा है। इससे पहले पश्चिम बंगाल के बोलपुर संसदीय सीट से तृणमूल सांसद अनुपम हाजरा ने मंगलवार को भाजपा का दामन थाम लिया था।