लोकसभा चुनाव से पहले देश का मिजाज भांपने की कोशिश में जुटे कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी
एक कारोबारी के सुझाव पर राहुल ने उसी क्षण मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ को फोन कर उस पर चर्चा की। राहुल लोगों की समस्याओं का त्वरित समाधान निकालने को गंभीर हैं।
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव से पहले देश का मिजाज भांपने की कोशिश में जुटे कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने मंगलवार को छोटे और मझोले कारोबारियों से सीधा संवाद किया। 'अपनी बात राहुल के साथ' की इस पहल के तहत कांग्रेस अध्यक्ष सभी क्षेत्र के नुमाइंदों से सीधे रूबरू होकर उनकी चुनौतियों को समझ रहे। तो इसी बहाने सियासी मूड भी भांप रहे हैं।
छोटे और मझोले कारोबारियों से सीधा संवाद
छोटे कारोबारियों के साथ राहुल के संवाद में जीएसटी के कार्यान्वयन से उन्हें हो रही दिक्कतों का मसला सबसे ज्यादा ज्वलंत रहा। इनकी दुखती रग भांपते हुए राहुल ने सत्ता में आने पर जीएसटी की खामियों को दूर करने का वादा करने में भी देर नहीं लगाई। दोपहर के भोजन पर देश के अलग-अलग हिस्सों से आए कुछ छोटे व मझोले कारोबारियों से उनके मुद्दों पर राहुल गांधी ने खुलकर चर्चा की। इसीलिए साउथ इंडियन थाली के व्यंजनों से सजे टेबल पर स्वाद से ज्यादा कारोबार की चुनौतियों की चर्चा अधिक रही।
छोटे कारोबारियों से लंच चर्चा में जानी दिक्कतें, घोषणापत्र में समाधान का किया वादा
जीएसटी कार्यान्वयन की दिक्कतों के अलावा बुनियादी ढांचे की खस्ताहाली, कस्टम शुल्क क्रेडिट वापस लेने से लेकर सरकारी सबसिडी हासिल करने में अवरोधों जैसे मसले पर चर्चा की। 'अपनी बात राहुल के साथ' संवाद की इस दूसरी कड़ी में शामिल हुए कारोबारियों में सेनेटरी नैपकिन बनाने वाले आइआइटी ग्रेज्यूएट, कारगिल के होटल मालिक से लेकर मेघालय के भी उद्यमी शामिल थे। इसमें सभी का कहना था कि कारोबार की उनकी चुनौतियों को दूर किया जाता है तो बेशक व्यवसाय गति पकड़ेगा जिससे रोजगार के अवसर बढ़ेंगे। इनका कहना था कि छोटे-मझोले व्यवसाय की समस्याओं को तवज्जो नहीं दिए जाने की वजह से उनकी चुनौती कहीं ज्यादा बढ़ गई है।
राहुल गांधी ने इससे पूर्व देश भर के कुछ चुनिंदा छात्रों के साथ दिल्ली के एक रेस्तरां में डिनर पर चर्चा कर इस पहल की शुरूआत की थी। कारोबारियों के इस संवाद में शामिल हुई मुंबई की सुहानी मोहन ने कहा कि राहुल गांधी के साथ सीधे रूबरू होने की तो उन्होंने कल्पना भी नहीं की थी। उन्हें बताया गया था कि कांग्रेस के किसी वरिष्ठ नेता से संवाद होगा।
सस्ते सैनेटरी नैपकिन बनाने वाली सुहानी ने कहा कि लंच पर बड़े नेता के साथ खुलकर अपनी बात कहने का मौका मिलने से यह अहसास हुआ है कि नेता हमारी बात भी सुनना चाहते हैं। कारगिल से आए होटल कारोबारी खालिद गुलाम मोहम्मद ने भी कुछ ऐसी ही बात कही।
दिलचस्प यह भी रहा कि एक कारोबारी के सुझाव पर राहुल ने उसी क्षण मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ को फोन कर उस पर चर्चा की। खालिद ने कहा कि चर्चा से साफ था कि राहुल लोगों की समस्याओं का त्वरित समाधान निकालने को गंभीर हैं।