लोकसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस को राफेल से जुड़े विज्ञापन दिखाने की इजाजत नहीं
राफेल से जुड़े दस्तावेजों को मामला कोर्ट में विचाराधीन है। कांग्रेस राफेल को चुनावी मुद्दा बनाते हुए राफेल के विज्ञापन अखबार और टीवी में दिखाना चाहता है जिसे अब मना कर दिया गया है
भोपाल। लोकसभा चुनाव में भाजपा को घेरने के लिए कांग्रेस की ओर से बनाए गए राफेल लड़ाकू विमान से जुड़े विज्ञापनों को मीडिया प्रमाणीकरण एवं निगरानी समिति (एमसीएमसी) ने दिखाने की इजाजत नहीं दी है। कमेटी ने यह फैसला राफेल का मामला अदालत में विचाराधीन होने के मद्देनजर लिया है। अब मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी इस मामले में मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी की अध्यक्षता वाली समिति के सामने अपील करेगी।
सूत्रों के मुताबिक, प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने लोकसभा चुनाव के लिए बनाई रणनीति के तहत राफेल लड़ाकू विमानों को लेकर चार विज्ञापन तैयार किए थे। इनका प्रसारण टेलीविजन और सोशल मीडिया में किया जाना प्रस्तावित था। विज्ञापन दिखाने की अनुमति के लिए कांग्रेस ने एमसीएमसी से प्रमाणीकरण कराने का आवेदन दिया था। समिति ने इन सभी विज्ञापनों को जारी करने की अनुमति देने से इन्कार कर दिया गया है।
वहीं, कर्जमाफी योजना सहित एक अन्य मुद्दे पर आधारित विज्ञापन को हरी झंडी दे दी। प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता और चुनाव कार्यो के प्रभारी जेपी धनोपिया का कहना है कि पार्टी अपील करेगी। वहीं, इस मुद्दे पर प्रदेश कांग्रेस शुक्रवार को कुछ राजफाश भी कर सकती है। बताया जा रहा है कि कांग्रेस ने इन विज्ञापनों के जरिये भाजपा और केंद्र सरकार को घेरने की रणनीति बनाई है।