प्रीतम के नामांकन में हरीश गुट ने बनाई दूरी, गुटबाजी से नेताओं का इनकार
टिहरी संसदीय क्षेत्र में वोटर और राजनीति करने वाले कई कांग्रेसी प्रीतम सिंह के नामांकन को छोड़ नैनीताल में पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत के नामांकन में शामिल हुए।
देहरादून, जेएनएन। टिहरी संसदीय क्षेत्र में वोटर और राजनीति करने वाले कई कांग्रेसी प्रीतम सिंह के नामांकन को छोड़ नैनीताल में पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत के नामांकन में शामिल हुए। इससे कांग्रेस के अंदर चल रही गुटबाजी फिर खुलकर सामने आने लगी है। हालांकि, गुटबाजी के सवाल पर बड़े नेता इनकार करते रहे।
प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह के टिहरी लोकसभा सीट से नामांकन में गुटबाजी साफ झलकी। प्रदेश अध्यक्ष होने के नाते कांग्रेस भवन में दिनरात डटे रहने वाले संगठन के पदाधिकारी भी नामांकन से दूर रहे। यही नहीं, नैनीताल गए कांग्रेसी नेता टिहरी संसदीय क्षेत्र में वोटर और यहीं राजनीति करते हैं। ऐसे में नैनीताल जाने के पीछे सिर्फ गुटबाजी नजर आती है।
प्रीतम को बधाई देने पहुंचे किशोर
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष किशोर उपाध्याय ने कांग्रेस भवन में प्रीतम सिंह को बधाई दी। इस दौरान किशोर मंच पर खड़े तो रहे, लेकिन उनके चेहरे के भाव कुछ अलग ही बयां कर रहे थे।
उल्लेखनीय है कि टिहरी सीट पर किशोर उपाध्याय भी टिकट के प्रबल दावेदार थे। मगर, एनमौके पर पार्टी ने उनका टिकट काट प्रदेश अध्यक्ष पर भरोसा जताया। प्रीतम के नामांकन के दौरान किशोर कार्यकर्ताओं के अनुरोध पर कांग्रेस भवन पहुंचे। यहां मंच पर प्रीतम को बधाई भी दी।
मगर, पूरे कार्यक्रम के दौरान किशोर गंभीर मुद्रा खड़े रहे। यही नहीं नामांकन रैली का रथ रवाना हुआ तो किशोर ने पैर में दर्द बताते हुए रथ पर सवार होने से मना कर दिया।
किशोर उपाध्याय ने कहा कि पार्टी जिसे भी प्रत्याशी बनाएगी, हम स्वागत करेंगे। प्रीतम सिंह को बधाई दी है। मेरी टिहरी या फिर प्रदेश में जहां भी जरूरत होगी, मैं साथ खड़ा हूं। पार्टी के लिए जो काम बताया जाएगा, मैं करूंगा।
स्टार्ट नहीं हुआ डबल इंजन
कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने कहा कि भाजपा का डबल इंजन दो साल से स्टार्ट नहीं हुआ है। राज्य में बदलाव की बयार दिख रही है। भाजपा ने जो सपने दिखाए हैं, वह साकार नहीं हुए हैं। भाजपा को करारी शिकस्त देने के लिए पार्टी के सभी पदाधिकारी और कार्यकर्ता एकजुट हैं।
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