पहले चुनाव में एक लाख भी नहीं थी कॉमरेड राजकुमार यादव की संपत्ति, आज करोड़पति
वामपंथी नेता महेंद्र सिंह के सानिध्य में राजनीतिक सफर शुरू करनेवाले कोडरमा से माले प्रत्याशी राजकुमार यादव ने जिस तेजी से राजनीति में तरक्की की उस अनुरूप आर्थिक हैसियत भी बढ़ाई।
दिलीप सिन्हा, गिरिडीह: दिग्गज वामपंथी नेता महेंद्र प्रसाद सिंह के सानिध्य में राजनीतिक सफर शुरू करनेवाले कोडरमा से भाकपा माले प्रत्याशी राजकुमार यादव ने जिस तेजी से राजनीति में तरक्की की, उस अनुरूप आर्थिक हैसियत भी बढ़ाई। आज उनका परिवार करोड़पति है। हालांकि, उनके खिलाफ आपराधिक मामलों की संख्या घटी है।
राजकुमार ने पहला चुनाव 2004 में जेल में बंद रहकर कोडरमा लोकसभा क्षेत्र से लड़ा। 136554 वोट लाकर सबको चौंका दिया था। तब वे काफी युवा व आर्थिक रूप से कमजोर थे। तब उनकी चल-अचल संपत्ति एक लाख रुपये भी नहीं थी। उन पर आठ आपराधिक मामले भी विचाराधीन थे। 2019 में उनके खिलाफ चार आपराधिक मामले विचाराधीन हैं। राजनीति में कद बढ़ने के साथ उनकी आर्थिक स्थिति मजबूत होती गई। पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी समेत कई दिग्गजों को परास्त कर वे पांच साल पूर्व ही राजधनवार के विधायक बने। 2004 में उनके पास एक लाख की भी संपत्ति नहीं थी तो 2019 में वे करोड़पति बन गए हैं। उन्होंने चुनाव आयोग को जो शपथ पत्र दिया, उससे यही पता चलता है।
15 बरस पहले नहीं थी राजकुमार के पास बाइक भी: 2004 में उनके पास कोई बाइक भी नहीं थी। 2009 में वे एक पुरानी राजदूत के मालिक बने। 2019 में राजकुमार एक बोलेरो, स्कॉर्पियो, पोकलेन एवं सेफ्टी रायफल के मालिक बन गए हैं। राजकुमार एवं उनकी धर्मपत्नी ललिता देवी की संपत्ति मिलाकर करोड़ का आकड़ा पार कर गया है। ललिता देवी गावां प्रखंड की प्रमुख भी हैं। 2004 में राजकुमार की संपत्ति 98 हजार थी। तब उनके पास नकद बीस हजार रुपये, बिशनीटिकर गांव में खेती योग्य 28 हजार रुपये मूल्य की जमीन और 50 हजार रुपये मूल्य का पैतृक आवास था।
लोकसभा चुनाव 2009 में लड़ा तो उनके खिलाफ चल रहे मुकदमों की संख्या आठ से घटकर तीन हो गई थी। तब पौने दो लाख रुपये की चल-अचल संपत्ति के मालिक बन गए थे। राजदूत गाड़ी भी उन्होंने ले ली थी। नकद 20 हजार रुपये व बैंक में 25 हजार रुपये जमा थे। पत्नी के पास साठ हजार मूल्य का चार तोला सोना था। एक लाख रुपये का बीमा भी था। विसनीटिकर स्थित उनके गांव में 20 हजार रुपये का पैतृक आवास एवं 50 हजार रुपये की खेती योग्य जमीन थी।
2014 में ली बोलेरो व सेफ्टी राइफल: 2014 में राजकुमार यादव झारखंड के एकमात्र वामपंथी प्रत्याशी थे, जो भाजपा के निकटतम प्रतिद्वंद्वी थे। इस चुनाव में राजकुमार का वोट 266756 पहुंच गया। उसी अनुरूप कुल चल व अचल संपत्ति 24 लाख 74 हजार 467 रुपये हो गई। उन्होंने बोलेरो व सेफ्टी राइफल भी खरीदी। बोलेरो के लिए उन्होंने बैंक से पांच लाख 35 हजार 975 रुपये लोन लिया था।
2019 में हुए करोड़पति: शपथ पत्र के अनुसार राजकुमार यादव के पास कुल 43 लाख 23 हजार 451 रुपये की चल व अचल संपत्ति है। जमीन के अलावा एक बोलेरो व एक स्कॉर्पियो है। पत्नी के पास कुल 75 लाख 18 हजार 142 रुपये की संपत्ति है। इसमें 54.15 लाख रुपये की एक पोकलेन मशीन और 1.24 लाख रुपये का सोना शामिल है।
नकदी के मामले में भी यादव से आगे उनकी पत्नी हैं। यादव के पास 1 लाख 54 हजार 500 रुपये व पत्नी के पास 1 लाख 97 हजार 600 रुपये नकद हैं। यादव ने विधानसभा रांची से 2 लाख 30 हजार का ऋण लिया है, जबकि उनकी पत्नी ने बैंक ऑफ इंडिया की धनवार शाखा से 32 लाख 84 हजार का ऋण लिया है। यादव ने स्कॉर्पियो तथा उनकी पत्नी ने पोकलेन मशीन के लिए ऋण लिया है।
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