Lok Sabha Election 2019: महाराष्ट्र में 56 दलों का महागठबंधन करेगा भाजपा-शिवसेना का मुकाबला
राकांपा प्रदेशाध्यक्ष जयंत पाटिल का मानना है कि केंद्र सरकार के झूठे आश्वासनों के विरुद्ध जनता इस बार प्रगतिशील धर्मनिरपेक्ष गठबंधन को समर्थन देगी।
राज्य ब्यूरो, मुंबई। महाराष्ट्र में भाजपा-शिवसेना गठबंधन से मुकाबला करने के लिए 56 दलों ने महागठबंधन बनाया है। शनिवार को सभी दलों के नेताओं ने एक साथ प्रेस के सामने आकर भाजपा-शिवसेना को सत्ता से हटाने की प्रतिबद्धता जताई। दूसरी ओर कांग्रेस-राकांपा की ओर से विपक्षी एकता की घोषणा के समय महाराष्ट्र विधानसभा में विपक्ष के नेता राधाकृष्ण विखे पाटिल रहस्यमय तरीके से गायब रहे।
महाराष्ट्र की 48 लोकसभा सीटों पर भाजपा-शिवसेना गठबंधन का मुकाबला करने के लिए कांग्रेस-राकांपा के नेतृत्व में संयुक्त पुरोगामी महाआघाड़ी का गठन किया गया है, जिसमें 56 दल शामिल हैं। लेकिन लोकसभा चुनाव के लिए सीटों का बंटवारा पांच दलों में ही हो रहा है। इनमें कांग्रेस 24, राकांपा 20, स्वाभिमानी शेतकरी संगठन दो, बहुजन विकास आघाड़ी एक और युवा स्वाभिमान पक्ष एक सीट पर चुनाव लड़ेंगे।
कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण एवं राकांपा के प्रदेश अध्यक्ष जयंत पाटिल के नेतृत्व में इन सभी दलों के अलावा 51 अन्य छोटे-मोटे दलों के प्रतिनिधि प्रेस के सामने आए।
कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष अशोक चव्हाण ने कहा कि किसानों, मजदूरों, महिलाओं, दलितों, वंचितों और युवाओं को न्याय दिलाने के लिए इस महागठबंधन का गठन किया गया है। चव्हाण का कहना था कि भाजपा की अगुआई वाली सरकार ने कर्जमाफी के नाम पर किसानों को और आरक्षण के नाम पर मराठों, धनगरों और मुस्लिमों को छलने का काम किया है। आम जनता में इस सरकार के प्रति गहरा रोष है।
राकांपा प्रदेशाध्यक्ष जयंत पाटिल का मानना है कि केंद्र सरकार के झूठे आश्वासनों के विरुद्ध जनता इस बार इस प्रगतिशील धर्मनिरपेक्ष गठबंधन को समर्थन देगी।