जयाप्रदा के करीबी तो कभी विरोधी रहे हैं आजम खां, हो सकता है मुकाबला
फिल्म अभिनेत्री जयाप्रदा ने भाजपा की सदस्यता ग्रहण कर ली है। उनके रामपुर लोकसभा सीट से चुनाव लडऩे की संभावना है।
मुरादाबाद : फिल्म अभिनेत्री जयाप्रदा ने भाजपा की सदस्यता ग्रहण कर ली है। उनके रामपुर लोकसभा सीट से चुनाव लडऩे की संभावना है। फिलहाल अभी टिकट की घोषणा नहीं हुई है, लेकिन चर्चा होने से रामपुर की सियासत गरमा गई है। यदि उनको बीजेपी से टिकट मिला तो मुकाबला सीधे गठबंधन प्रत्याशी आजम खां से होगा। आजम कभी उनके करीबी तो कभी विरोधी के रूप में रहे हैं।
शुरू हो गईं थी चर्चाएं
दरअसल, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मुहिम चौकीदार में राज्यसभा सदस्य अमर सिंह भी जुड़ गए हैं। उन्होंने अपने टविटर अकाउंट पर नाम के आगे चौकीदार लगा लिया है। जयाप्रदा भी अमर सिंह की करीबी हैं। इस कारण लोगों ने यह चर्चा शुरू कर दी थी कि जयाप्रदा भी भाजपा ज्वाइन कर रही हैं। मंगलवार को यह चर्चा हकीकत में बदल गई।
आजम व अमर ने दमखम से लड़ाया था चुनाव
वह 2004 में लोकसभा चुनाव रामपुर से लड़ी थी, तब समाजवादी पार्टी के टिकट से मैदान में उतरी थीं। उस वक्त प्रदेश में सपा की सरकार थी और आजम खां नगर विकास मंत्री थे। आजम खां और अमर सिंह में तब मधुर संबंध थे, दोनों ने जयाप्रदा को पूरे दमखम से चुनाव लड़ाया था और वह जीत गईं थीं, लेकिन चुनाव के कुछ दिन बाद ही जयाप्रदा की आजम खां से दूरियां बढ़ती गईं। इसी कारण अमर सिंह और आजम खां में भी संबंध खराब होते चले गए। 2009 में हुए लोकसभा चुनाव में भी जयाप्रदा सपा के टिकट पर रामपुर से चुनाव लड़ीं, लेकिन तब आजम खां उनके साथ नहीं थे।
विरोध के बाद भी जीतीं थीं चुनाव
आजम खां उन्हें रामपुर से प्रत्याशी बनाए जाने का ही विरोध किया था, लेकिन मुलायम ङ्क्षसह ने उन्हें प्रत्याशी बना दिया था। इसके बाद आजम खां ने जयाप्रदा का विरोध जारी रखा। बावजूद इसके वह चुनाव जीत गई थीं, लेकिन बाद में अमर सिंह के साथ ही सपा से आउट हो गईं। 2014 में वह रामपुर से चुनाव नहीं लड़ीं, बल्कि रालोद के टिकट पर बिजनौर से चुनाव लड़ीं और हार गईं।