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Loksabha Election 2019 : गुरु और चेले के अच्छे दिन जाने वाले हैं : मायावती

बसपा सुप्रीमो मायावती और सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव मंगलवार को पूर्वांचल की रैलियों के जरिए भाजपा और कांग्रेस पर हमलावर रहे।

By Umesh TiwariEdited By: Published: Tue, 07 May 2019 09:15 PM (IST)Updated: Wed, 08 May 2019 09:50 AM (IST)
Loksabha Election 2019 : गुरु और चेले के अच्छे दिन जाने वाले हैं : मायावती
Loksabha Election 2019 : गुरु और चेले के अच्छे दिन जाने वाले हैं : मायावती

जेएनएन, लखनऊ : बसपा सुप्रीमो मायावती और सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव मंगलवार को पूर्वांचल की रैलियों के जरिए भाजपा और कांग्रेस पर हमलावर रहे। मायावती ने कहा कि देश में ज्यादातर समय सत्ता पर काबिज रही। भाजपा ने भी सिर्फ जुमलेबाजी की और वादों को पूरा नहीं किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह का नाम लेकर कहा कि अब गुरु-चेले के अच्छे दिन जाने वाले हैं। अगले विधानसभा चुनाव में गठबंधन योगी को भी गोरखपुर के मठ वापस भेज देगा।

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अखिलेश ने गठबंधन को महामिलावटी कहने पर कहा कि जब दो दलों का मिलना मिलावट है तो 36 दलों के मिलन को कैसी मिलावट कहा जाएगा। संतकबीर नगर में सपा अध्यक्ष ने कहा कि चौकीदार के साथ ही ठोंकीदार को भी हटाना है। बसपा और सपा मुखिया ने जौनपुर के पूर्वांचल विश्वविद्यालय के समीप और भदोही में जिला मुख्यालय से सटे सरपतहा में सभा कर दोनों दलों के वोट को जरूरी तौर पर ट्रांसफर होने पर जोर दिया। सभा से जुड़ी तीन सीटों जौनपुर, मछलीशहर और भदोही में गठबंधन के तहत बसपा से श्याम सिंह यादव, टी राम और रंगनाथ मिश्र उम्मीदवार हैं।

कुछ पूंजीपतियों की हो रही चौकीदारी

जनसभाओं में मायावती ने कहा कि कुछ पूंजीपतियों को मालामाल करने और उन्हें बचाने के लिए चौकीदारी हो रही है। अखिलेश ने अपील की कि केंद्र की सत्ता के चौकीदार और यूपी के ठोकीदार की चौकी छीननी है।

पीएम कहीं और करें प्रचार

मायावती ने जौनपुर में नौ मई को प्रधानमंत्री की प्रस्तावित रैली का जिक्र करते हुए कहा कि गठबंधन की सभा में जुटी भीड़ यह बता रही है कि जीत सुनिश्चित है। ऐसे में प्रधानमंत्री यहां आकर अपना समय बर्बाद न करें, कहीं और जाकर प्रचार करें तो बेहतर होगा। हम प्योर और असली हैं।

चिंता न करें, फिर होगा बदलाव

प्रधानमंत्री ने पांच मई की अपनी भदोही की सभा में जिले का नाम मायावती द्वारा संत रविदास नगर किए जाने और बाद में अखिलेश द्वारा उसे बदलने का जिक्र किया था। इस बाबत मायावती ने अखिलेश का बखूबी बचाव किया। बोलीं, अखिलेश पहली बार सीएम बने थे, उनसे गलत फैसला हो गया। इस जिले के साथ बहुत से नामों के हुए बदलाव पुराने तौर पर बहाल किए जाएंगे। गठबंधन के सहयोगी रालोद के अध्यक्ष अजित सिंह को भी रैली में शामिल होना था, जो कि मौजूद नहीं थे। संतकबीर नगर में सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने धनघटा के बकौली बाग में गठबंधन प्रत्याशी भीष्मशंकर उर्फ कुशल तिवारी व बस्ती से प्रत्याशी रामप्रसाद चौधरी के पक्ष में जनसभा को संबोधित किया।

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