अजब-गजब: 25000 के सिक्के लेकर पहुंचा प्रत्याशी, गिनने में अधिकारियों के छूटे पसीने
लोकसभा चुनाव के लिए बसपा प्रत्याशी नामांकन फॉर्म खरीदने के लिए 25000 के सिक्के लेकर पहुंच गया जिसे गिनने में अधिकारियों के पसीने छूटने लगे। प्रत्याशी ने कहा-यही मेरी जमानत है।
नालंदा, जेएनएन। नालन्दा लोकसभा क्षेत्र के बसपा प्रत्याशी शशि कुमार अपना नामांकन का पर्चा खरीदने बुधवार को समाहरणालय पहुंचे। नामांकन का फॉर्म खरीदने के बाद उन्होंने 25 हज़ार के सिक्के जमानत के रूप में जमा करवाये, ये देखकर अधिकारियों को आश्चर्य हुआ और इतने सिक्कों को गिनने में अधिकारियों के पसीने छूट गए।
लोकसभा चुनाव के लिए नामांकन का पर्चा खरीदने के दौरान बुधवार को उस समय कलेक्ट्रेट में अजीबोगरीब स्थिति उत्पन्न हो गई, जब बसपा प्रत्याशी शशि कुमार 25 हजार रुपए के सिक्के लेकर पहुंच गए। चार झोले में चार लोग सिक्कों को लेकर आए थे। इन सिक्कों को गिनने में नजारत के कर्मियों को करीब ढाई से तीन घंटे तक पसीने बहाने पड़े।
भारतीय मुद्रा के अपमान के आरोप के भय से कर्मियों ने न चाहते हुए भी सिक्के स्वीकार कर लिए। यह दिनभर समाहरणालय में चर्चा का विषय बना रहा।
सिक्का जमा करने के पीछे बसपा प्रत्याशी शशि ने तर्क दिया कि पूरे देश में सिक्के के पीछे अघोषित प्रतिबंध है। दुकानदार से लेकर बैंक तक भारतीय मुद्रा को लेने में आनाकानी करते हैं। यह सीधे तौर पर भारतीय मुद्रा का अपमान है। उन्होंने बताया कि आम आदमी के पास ढेर सारे सिक्के जमा हो गए हैं। उन्होंने लोगों से चंदा के रूप में सिक्के मांगे। अब लोगों से मिला चंदा ही चुनाव में मेरी जमानत है।