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Loksabha Election 2019: देवभूमि में 'कमल' को खुराक दे रहा है साइबर दल

उत्तराखंड में कमल को खुराब साइबर दल दे रहा है। ये कहना बिल्कुल भी गलत नहीं होगा। ये टीम पार्टी की हर उपलब्धि को सोशल मीडिया में फ्लैश करने में देर नहीं करती।

By Raksha PanthariEdited By: Published: Sun, 31 Mar 2019 06:27 PM (IST)Updated: Sun, 31 Mar 2019 06:27 PM (IST)
Loksabha Election 2019: देवभूमि में 'कमल' को खुराक दे रहा है साइबर दल
Loksabha Election 2019: देवभूमि में 'कमल' को खुराक दे रहा है साइबर दल

देहरादून, केदार दत्त। कोई कंप्यूटर स्क्रीन पर नजर गड़ाए है तो कोई हेडफोन के जरिए राष्ट्रीय नेताओं के साथ ही विपक्षियों के भाषण को गंभीरता से सुन रहा है। कुछ युवाओं की नजर सामने लगे टीवी चैनलों पर टिकी हैं। फिर सभी अपने-अपने फीडबैक के हिसाब से मंथन करते हैं और विचार को कोर टीम के समक्ष रखते हैं। पार्टी की रीति-नीति के तहत सभी पहलुओं की गहन पड़ताल के बाद तैयार होने वाली सामग्री (संदेश, ऑडियो-वीडियो, कार्टून आदि) सोशल मीडिया पर फ्लैश कर दी जाती हैं। साथ ही यह सामग्री राज्य के 11235 बूथों में से प्रत्येक बूथ स्तर पर तैनात स्मार्ट फोन वाले पांच कार्यकर्ताओं तक पहुंचाने का क्रम सुबह से रात तक चलता है। 

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यह नजारा है देहरादून में बलवीर रोड पर प्रदेश भाजपा कार्यालय से कुछ ही फासले पर मौजूद एक फ्लैट का, जिसे पार्टी के सोशल मीडिया और आइटी प्रबंधन विभाग ने अपना अलग वार रूम बनाया है। बदली परिस्थितियों में चुनाव में सोशल मीडिया के जरिये अधिकाधिक लोगों तक पहुंचने की मुहिम को गति देने के उद्देश्य से यहां भी भाजपा ने यह रणनीति धरातल पर उतारी है, ताकि गांव से लेकर शहर तक उसकी बात पहुंच सके। इस वार रूम पर नजर दौड़ाएं तो वहां करीब 24 लोग बैठते हैं, जिनमें डेढ़ दर्जन आइटी प्रोफेशनल्स हैं। 

सभी सुबह से अपनी मुहिम में जुटते हैं और फिर तैयार होते हैं सोशल मीडिया पर जंग के हथियार। वार रूम में देशभर में पार्टी के राष्ट्रीय नेताओं के भ्रमण कार्यक्रमों के साथ ही उनके संबोधन को गौर से सुना जाता है। फिर इन्हें उत्तराखंड से कनेक्ट कर भाषणों के अंश सोशल मीडिया पर फ्लैश किए जाते हैं। साथ ही केंद्र और राज्य सरकारों की उपलब्धियां, चुनाव के दृष्टिगत आगामी कार्यक्रमों की जानकारी भी दी जा रही है। 

सबसे अहम हिस्सा है विपक्ष के नेताओं पर पैनी नजर। इसमें विपक्ष के राष्ट्रीय स्तर से लेकर प्रांतीय स्तर के नेताओं के साथ ही पांचों लोकसभा सीटों पर उसके प्रत्याशी शामिल हैं। विपक्ष के हमलों का जवाब देने के लिए पार्टी की रीति-नीति के अनुसार संदेश, वीडियो, ऑडियो तैयार कर इन्हें सोशल मीडिया पर अपलोड किया जाता है। यह सिलसिला बिना थके दिनभर चलता रहता है। 

सोशल मीडिया के संदेशों को जनता तक पहुंचाने का भी अलग मैकेनिज्म है। इसके तहत पार्टी ने राज्य के सभी 11235 पोलिंग बूथों में हर बूथ पर पांच ऐसे कार्यकर्ता तैयार किए हैं, जिनके पास स्मार्ट फोन हैं। सोशल मीडिया के लिए वार रूम में तैयार सामग्री इन तक नियमित रूप से पहुंचे यह सुनिश्चित किया जाता है। इस लिहाज से देखें तो रोजाना ही 56175 लोगों तक यह संदेश पहुंचते हैं और फिर उनके जरिये अन्य लोगों तक। यही नहीं, जिला, मंडल, विधानसभा व लोकसभा क्षेत्र स्तर पर नियुक्त सोशल मीडिया संयोजकों, सह संयोजकों तक संदेश पहुंचाए जा रहे हैं। यही नहीं, गांव से लेकर शहर तक सोशल मीडिया की मॉनीटरिंग भी यह साइबर दल कर रहा है। 

भाजपा का साइबर दल 

इकाई,                    संख्या 

वार रूम,                 24 

मंडल संयोजक,       228 

जिला संयोजक,      14 

विस संयोजक,        210 

लोस संयोजक व सह संयोजक,  10 

हर बूथ पर कार्यकर्ता,   05 

भाजपा के सोशल मीडिया व आइटी प्रबंधन विभाग के प्रभारी अजेंद्र अजय का कहना है कि  हमारी कोशिश यही है कि सोशल मीडिया पर सकारात्मक प्रचार अभियान चलाएं। केंद्र व राज्य की उपलब्धियां हम जनता तक पहुंचा रहे हैं तो विपक्ष की अनर्गल बयानबाजी का जवाब भी सोशल मीडिया के जरिए दे रहे हैं।  

चुनाव की विस्तृत जानकारी के लिए यहाँ क्लिक करें

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