Lok Sabha Election 2019: महाराष्ट्र में भाजपा ने छह सांसदों का टिकट काटा
पिछले लोकसभा चुनाव में भाजपा-शिवसेना गठबंधन ने कुल 42 सीटों पर जीत दर्ज की थी। भाजपा ने इस बार शिवसेना को एक सीट अधिक दे दी है।
ओमप्रकाश तिवारी, मुंबई। महाराष्ट्र में भाजपा अपने छह सांसदों का टिकट काट चुकी है। शनिवार को पार्टी की ओर से जारी सूची में चार वर्तमान सांसदों के नाम नहीं हैं। महाराष्ट्र में लोकसभा की 48 सीटों में से पार्टी के हिस्से में आई 25 में से तीन पर उम्मीदवार के नाम की घोषणा नहीं की गई है। प्रत्याशियों में हुए बदलाव के बारे में भाजपा नेता पंकजा मुंडे ने कहा कि राज्य के नेताओं के साथ गहन परामर्श के बाद फैसला लिया गया है।
पिछले लोकसभा चुनाव में भाजपा-शिवसेना गठबंधन ने कुल 42 सीटों पर जीत दर्ज की थी। भाजपा ने इस बार शिवसेना को एक सीट अधिक दे दी है। शिवसेना के हिस्से में 23 सीटें आई हैं। भाजपा को अपने हिस्से की सीटों में से अपने कुछ सहयोगी दलों को भी संतुष्ट करना है।
महाराष्ट्र की अब तक जारी दो सूचियों में अहमदनगर के सांसद दिलीप गांधी, लातुर के सुनील गायकवाड़, जलगांव के एटी नाना पाटिल, दिंडोरी के हरिश्चंद्र पाटिल, पुणे के अनिल शिरोले और सोलापुर के शरद बंसोड़े के टिकट काटे जा चुके हैं। अभी माढा, पूर्वोत्तर मुंबई और भंडारा-गोंदिया के उम्मीदवारों के नाम घोषित नहीं हुए हैं। इनमें पूर्वोत्तर मुंबई सीट पर ही भाजपा का और शेष दो पर राकांपा का कब्जा है।
भाजपा ने अहमदनगर सीट से हाल ही में भाजपा में शामिल हुए सुजय विखे पाटिल को उम्मीदवार बनाया है। सुजय वरिष्ठ कांग्रेस नेता राधाकृष्ण विखे पाटिल के पुत्र हैं। पुणे संसदीय सीट पर मौजूदा सांसद अनिल शिरोले के बजाय फड़नवीस सरकार में तेजतर्रार मंत्री गिरीश बापट को उतारकर भाजपा आसपास की कई सीटों पर उसका लाभ लेना चाहती है। यह पूरा क्षेत्र मराठा छत्रप शरद पवार के पारिवारिक प्रभाव का माना जाता है। बारामती से पवार की पुत्री सुप्रिया सुले सांसद हैं, तो मावल सीट से इस बार अजीत पवार के पुत्र पार्थ चुनाव लड़ रहे हैं।
पार्टी ने लातूर में सुनील गायकवाड़ की जगह सुधार श्रृंगारे को, जलगांव में एटी नाना पाटिल की जगह स्मिता उदय वाघ को, सोलापुर से शरद बंसोड़े की जगह डॉ. जयसिद्धेश्वर स्वामी और दिंडोरी सुरक्षित सीट से पिछले चुनाव में हरिश्चंद्र पाटिल से ही भारी मतों से हार चुकीं डॉ.भारती पवार को टिकट दिया गया है। बारामती में पिछली बार सुप्रिया सुले को कड़ी टक्कर देने वाले राज्य के मंत्री महादेव जानकर के बजाय उन्हीं की पार्टी के एक विधायक राहुल कुल की पत्नी कंचन कुल को उतारा गया है।
असम में पांच सांसदों को नहीं उतारने का फैसला लिया
भाजपा ने असम में पांच सांसदों को इस बार के आम चुनाव में नहीं उतारने का फैसला लिया है। इसकी जगह पार्टी ने नए चेहरे उतारे हैं। जिन सांसदों को टिकट नहीं दिया गया है उनमें गुवाहाटी से सांसद बिजोया चक्रवर्ती, मानगाल्डाई के राम डेका और जोरहट के सांसद कामाख्या प्रसाद तासा के नाम शामिल हैं।