Lok Sabha Election 2019: भाजपा का 'फूल' लेने में चूके धनबाद के मेयर गिरिडीह में तैयार करेंगे 'फल'
डैमेज कंट्रोल के लिए शेखर अग्रवाल को लगाया गया। उन्हें फटाफट गिरिडीह धनबाद और बोकारो जिले में जाकर भाजपा कार्यकर्ताओं की नाराजगी दूर करने की कोशिश शुरू कर दी है।
धनबाद, जेएनएन। धनबाद नगर निगम के मेयर चंद्रशेखर अग्रवाल ने अब गिरिडीह की राह पकड़ ली है। रोजाना। धनबाद लोकसभा क्षेत्र से भाजपा के उम्मीदवार पीएन सिंह से उन्हें मुक्ति मिल गई है। शीर्ष नेतृत्व ने उन्हें भाजपा का गिरिडीह लोकसभा प्रभारी बनाया है। उन्हें जल संसाधन मंत्री चंद्रप्रकाश चौधरी का खेवनहार बनने की जवाबदेही मिली है। इस नाते धनबाद की चुनावी सरगर्मी में भागीदारी निभाने की उन्हें अधिक फुर्सत नहीं है। लगातार गिरिडीह के सांसद रहे रवींद्र पांडेय ने बगावत कर दी है। इस पर चंद्रशेखर अग्र्रवाल बहुत फिक्र मंद नहीं। उन्होंने कहा कि गिरिडीह में फूल के सहारे फल जरूर उग जाएगा। भाजपा के सारे नेता और कार्यकर्ता अब दिलोजान से लग चुके हैं। समन्वय तगड़ा है।
दरअसल, धनबाद नगर निगम के मेयर चंद्रशेखर अग्रवाल धनबाद लोकसभा क्षेत्र से भाजपा के टिकट के प्रबल दावेदार थे। इसी बीच बदलते राजनीतिक घटनाक्रम में भाजपा के शीर्ष नेतृत्व ने गिरिडीह सीट आजसू पार्टी को दे दी। रवींद्र पांडेय भटक गए। भाजपा के शीर्ष नेतृत्व को एकबारगी लगा कि बात बिगड़ जाएगी। डैमेज कंट्रोल के लिए चंद्रशेखर अग्रवाल को लगाया गया। उन्हें फटाफट गिरिडीह, धनबाद और बोकारो जिले में जाकर भाजपा कार्यकर्ताओं की नाराजगी दूर करने की कोशिश शुरू कर दी है। कई जगहों पर आजसू और भाजपा में समन्वय बनाने में कामयाबी मिली है। कई हिस्से ऐसे हैं जहां के भाजपाई अभी भी घरों से बाहर नहीं निकले हैं। चंद्रशेखर का दावा है, चुनाव में थोड़ा बहुत होते रहता है। ऑल इज वेल।
न कभी टिकट की दावेदारी की है, न करुंगाः चंद्रशेखर अग्रवाल ने कहा कि धनबाद से लोकसभा या विधानसभा चुनाव का टिकट पाने के लिए उन्होंने न कभी दावेदारी की है, न करुंगा। भाजपा का शीर्ष नेतृत्व जब जो आदेश देगा, वो करेंगे। भाजपा कार्यकर्ताओं के लिए समर्पण रहा है, हमेशा रहेगा।