Bihar Lok Sabha Election 2019 : गया के मंझधार में दो-दो मांझी, किसे मिलेगा किनारा?
Bihar Lok Sabha Election 2019 Live Updates नक्सल प्रभावित गया जिले में दो-दो मांझी चुनाव मैदान में हैं। एनडीए से विजय मांझी और महागठबंधन से जीतनराम मांझी। किसकी होगी जीत जानिए।
पटना, जेएनएन। नक्सल प्रभावित बिहार में गया जिले में दो-दो मांझी के बीच कड़ा मुकाबला है। एनडीए की तरफ से जहां विजय मांझी यहां से चुनाव लड़ रहे हैं वहीं महागठबंधन की तरफ से पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी मैदान में उतरे हैं। यहां से किस मांझी की नैया पार लगेगी, मतदाताओं ने तय कर दिया है। अब केवल इसकी घोषणा शेष है।
गया में आज मतदान शुरू होने् के साथ ही केन बम मिलने की सूचना मिली, जिन्हें डिफ्यूज कर दिया गया। इसका चुनाव पर कोई खास असर नहीं पड़ा है। इलाके में शांतिपूर्ण तरीके से मतदान संपन्न हुआ।
गया का हमेशा से आध्यात्मिक और राजनीतिक महत्व रहा है। इस बार यहां से हम प्रमुख जीतन राम मांझी और जदयू से विजय कुमार मांझी चुनावी मैदान में हैं। इस सीट से दोनों के बीच कांटे की टक्कर है। इस सीट से मैदान में 13 उम्मीदवार हैं। गया सीट पर फिलहाल भाजपा के हरि मांझी का कब्जा है।
गया सीट पर रहा है मांझी का कब्जा
पिछले 20 साल से गया सीट पर मांझी का कब्जा रहा है। साल 1999 में भाजपा के रामजी मांझी, 2004 में राजद के राजेश कुमार मांझी और अब 2009 व 2014 में भाजपा के हरि मांझी यहां से सांसद हैं। इस बार कौन से मांझी की नैया यहां से पार लगेगी, देखना होगा।
2014 में भाजपा के हरि मांझी को 3,26,230 वोट मिले थे। जबकि, राजद के रामजी मांझी 2,10,726 और तत्कालीन जदयू नेता जीतन राम मांझी को 1,31,828 वोट मिले थे। 2009 में भाजपा के हरि मांझी को 2,46, 255, राजद के रामजी मांझी को 1,83,802 और कांग्रेस के संजीव प्रसाद टोनी को 54,581 वोट मिले थे।
गया लोकसभा सीट अनुसूचित जाति के लिए सुरक्षित सीट है। गया संसदीय सीट के तहत विधानसभा की 6 सीटें आती हैं- शेरघाटी, बाराचट्टी, बोधगया, गया टाउन, बेलागंज और वजीरगंज। इनमें से बाराचट्टी और बोधगया दोनों आरक्षित सीटें हैं। 2015 के बिहार विधानसभा चुनाव में इन 6 सीटों में से 3 सीटें राजद तो 1-1 सीट बीजेपी-जेडीयू और कांग्रेस के खाते में गईं थीं।