गठबंधन का गणित जमीन पर नहीं चलता: सत्यपाल सिंह
बीजेपी के लोकसभा प्रत्याशी सत्यपाल सिंह ने जागरण डॉट कॉम के साथ बातचीत में कहा कि 2019 के चुनाव में
नई दिल्ली (जेएनएन)। पश्चिमी यूपी के बागपत से बीजेपी के लोकसभा प्रत्याशी सत्यपाल सिंह ने जागरण डॉट कॉम के साथ बातचीत में कहा कि 2019 के चुनाव में जनता एक बार फिर बीजेपी को जिताएगी। गठबंधन का अंकगणित, जमीन पर नहीं चलता है। उन्हें पहले से ज्यादा वोट मिलेगा, लेकिन विकास चाहिए तो बीजेपी को वोट दें।
पार्टी की ओर से मौका दिए जाने के सवाल पर सतपाल सिंह ने कहा कि पार्टी ने जो मौका दिया, कुछ उस दिशा में काम कर पाया। बागपत से मेरठ तक नेशनल हाइवे, ईस्टर्न पेरिफेरल सहित इतने काम हुए हैं इस क्षेत्र में तो लोगों का लगता है कि सांसद ऐसा भी हो सकता है।
बालाकोट स्ट्राइक के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा, 'किसानों के सम्मेलन में था, वहां से आवाज आई कि एयरस्ट्राइक की बात करो। हर साल कितने हमले होते थे? कश्मीर और पंजाब छोड़ के, लश्कर वाले कश्मीर को गेटवे ऑफ इंडिया बोलते थे। देश मानता है कि जबसे मोदी सरकार आई है, आंतरिक सुरक्षा में सुधार आया है। लोग इस बारे में जानना चाहते हैं, जो लोग सवाल खड़े करते हैं, उन्हें लोग देशद्रोही कहते हैं। पब्लिक कह रही है।'
किसानों के मुद्दे पर सत्यपाल सिंह ने कहा कि 'यूपी में योगी सरकार बनने के बाद उन्होंने जितना किया, उतना किसी ने नहीं किया। पश्चिमी यूपी में गन्ने का भुगतान वास्तव में मुद्दा था। लेकिन पिछले 20 साल में यह पहला साल है कि 100 फीसद भुगतान हुआ है। जितने को-ऑपरेटिव मिल हैं, उन्होंने 100 फीसद भुगतान किया है। प्राइवेट ग्रुप्स ने भी यह काम किया है। मलकपुर मिल के यूके मोदी ने भुगतान किया है।'
विपक्षी पार्टियों पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि कुछ लोगों को भावनाओं के नाम पर बहकाते रहे हैं। यहां के युवा अब भावनाओं के साथ नहीं, भविष्य की तरफ देख रहे हैं। चौधरी चरण सिंह का जिक्र आने पर उन्होंने कहा कि उनसे (जयंत चौधरी से) पूछिए? वो अपने पिताजी के बारे में क्यों नहीं बात करते हैं। क्या पिछले 30 वर्षों में उनके पिताजी ने कुछ नहीं किया है? क्या कारण है इसका? हमारी पार्टी जाति की पॉलिटिक्स नहीं करती है, जो उन्हें सुशासन दे सके, लोग उस पार्टी को वोट देते हैं।
2019 के लोकसभा चुनाव की बात करते हुए उन्होंने कहा कि इस चुनाव में लोग सशक्त भारत चाहते हैं। ऐसा भारत जहां जातिवाद न हो, प्रधानमंत्री का यह संकल्प है कि 2022 का भारत एक नया भारत होगा। ये बात पब्लिक डोमेन में है, जाति की राजनीति करने वालों के लिए ये अस्तित्व का सवाल है।
सपा-बसपा के गठबंधन को 'ठगबंधन' करार देते हुए उन्होंने कहा कि यह एक दूसरे को गाली देते थे, अब दिल मिल जाएंगे क्या? क्या कार्यकर्ताओं के दिल मिल जाएंगे?
हो सकता है कि कुछ जगह उनकी गणित काम कर जाए, लेकिन हर जगह ऐसा नहीं होगा।
उन्होंने कहा, 'ये पहली बार हुआ कि बागपत को ऐसा सांसद मिला, जो किसानों के साथ खड़ा रहा, मैं उद्योगपतियों के खिलाफ नहीं हूं। लेकिन, मैं किसान का बेटा हूं। मैं पहले उनके साथ हूं।' मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर के कहा कि हमारे जितने बड़े प्रोजेक्ट हैं, 30 फीसद पूरे हो चुके हैं। अगले एक साल के अंदर हमारे 100 फीसद पूरे हो जाएंगे।