Move to Jagran APP

Andaman and Nicobar Lok Sabha Election Result 2019: अण्डमान और निकोबार सीट से कांग्रेस को मिली जीत, बीजेपी के विशाल जॉली को 1407 वोटों से हराया

Andaman and Nicobar Lok Sabha Election Result 2019 अण्डमान और निकोबार द्वीप समूह लोकसभा सीट से कांग्रेस के उम्मीदवार कुलदीप राय शर्मा ने 95308 वोट पाकर जीत हासिल की।

By NiteshEdited By: Published: Mon, 20 May 2019 06:05 PM (IST)Updated: Fri, 24 May 2019 01:55 PM (IST)
Andaman and Nicobar Lok Sabha Election Result 2019: अण्डमान और निकोबार सीट से कांग्रेस को मिली जीत, बीजेपी के विशाल जॉली को 1407 वोटों से हराया
Andaman and Nicobar Lok Sabha Election Result 2019: अण्डमान और निकोबार सीट से कांग्रेस को मिली जीत, बीजेपी के विशाल जॉली को 1407 वोटों से हराया

नई दिल्ली, जेएनएन। Andaman and Nicobar Lok Sabha Election Result 2019: अण्डमान और निकोबार द्वीप समूह लोकसभा सीट से कांग्रेस के उम्मीदवार कुलदीप राय शर्मा ने बीजेपी के विशाल जॉली को 1407 वोटों से हराया। कुलदीप राय शर्मा ने 95308 वोट पाकर जीत हासिल की। बीजेपी प्रत्याशी विशाल जॉली 93901 वोट पाकर दुसरे स्थान पर रहे। और 'आप' के संजय मेशैक 2839 वोट पाकर तीसरे स्थान पर रहे। 

loksabha election banner

वर्ष 2014 में, अंडमान निकोबार द्वीप समूह राज्य में, अण्डमान और निकोबार द्वीपसमूह लोकसभा क्षेत्र से विष्णु पद राय का निर्वाचन हुआ। उन्हें 90969 वोट मिले। उनकी पार्टी बीजेपी है। उन्होंने कुलदीप राय शर्मा को 7812 वोटों से हराया। निकटतम प्रतिद्वंद्वी की पार्टी कांग्रेस थी। 2014 में कुल 70.67 प्रतिशत वोट पड़े।

अण्डमान और निकोबार द्वीप समूह यह क्षेत्र अकेला लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र है। यह संसदीय क्षेत्र पूरे केंद्र शासित प्रदेश को कवर करता है। 1967 तक इस क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करने वाला संसद सदस्य राष्ट्रपति द्वारा नियुक्ता होता था। बाद में उसका चुनाव मतदान से किया जाने लगा। बंगाल की खाड़ी और अंडमान से घिरा यह क्षेत्र लगभग 572 छोटे बड़े द्वीपों से मिलकर बना है। यहां की राजधानी पोर्ट ब्लेयर है। अंडमान सागर में इसकी सीमाएं थाईलैंड और म्यांमार देश से जुड़ती हैं। इस द्वीप समूह पर 17वीं सदी में मराठा शासकों का राज था। यह द्वीप नेताजी सुभाषचंद्र बोस की आज़ाद हिन्द फौज के अधीन भी रहा था। देश में पहली बार पोर्ट ब्लेयर में ही तिरंगा फहराया गया था। 1897 में बनी सेलुलर जेल यहीं पर है। आक्टोपस की तरह सात शाखाओं में फैली इस जेल में 694 कोठरियां हैं। इसे कालापानी की सजा के नाम से भी जाना जाता था। 

लोकसभा चुनाव और क्रिकेट से संबंधित अपडेट पाने के लिए डाउनलोड करें जागरण एप


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.