लोकसभा चुनावः सबकी नजर मतगणना पर, धनीपुुर मंडी में तैयारी में जुटा प्रशासन
धड़कनें बड़ी हुई हैं। नजर 23 मई पर हैं। यह दिन अब दूर नहीं है। कौन जीतेगा कौन हारेगा को लेकर कयास मतदान के बाद से ही लगाए जा रहे हैं।
अलीगढ़ (जेएनएन)। धड़कनें बड़ी हुई हैं। नजर 23 मई पर हैं। यह दिन अब दूर नहीं है। कौन जीतेगा, कौन हारेगा को लेकर कयास मतदान के बाद से ही लगाए जा रहे हैं। लोकसभा चुनाव का परिणाम आने पर स्पष्ट हो जाएगा। मतगणना के लिए जिला प्रशासन ने धनीपुर मंडी में तैयारियां शुरू कर दी हैं। 19 मई को सभी का डीएस कॉलेज के सभागार में प्रशिक्षण होगा।
आठ हॉल में होगी मतगणना
धनीपुर मंडी में हॉल तैयार करने का काम शुरू हो गया है। सहायक जिला निर्वाचन अधिकारी कौशल कुमार ने बताया कि कुल आठ हॉल तैयार होंगे। सात हॉल में विधानसभावार मतगणना होगी। एक आरओ हॉल होगा, जहां पर पोस्टल बैलेट व इलेक्ट्रोनिक पोस्टल बैलेट से मतों की गणना होगी।
हर टेबल पर एक माइक्रो आब्जर्वर
निर्वाचन आयोग के निर्देश पर हर हॉल में 14-14 टेबल लगाई जाएंगी। हर टेबल पर एक सुपरवाइजर, एक असिस्टेंट, एक चतुर्थश्रेणी कर्मचारी की नियुक्ति की गई है। यही नहीं, मतगणना पर नजर रखने के लिए एक माइक्रो आब्जर्वर (भारत सरकार) भी होगा। वहीं, तीन आब्जर्वर अलग से पूरी मतगणना पर नजर रखेंगे। मतगणना सुबह आठ बजे से शुरू हो जाएगा।
प्रत्याशियों के एजेंटों पर बंदिश
निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार हर प्रत्याशी को प्रत्येक टेबल पर एक एजेंट रखने की अनुमति दी है। निष्पक्ष व शांतिपूर्ण मतगणना के लिए कुछ बंदिशें भी लगाई हैं। सहायक जिला निर्वाचन अधिकारी के अनुसार सरकारी सुरक्षा प्राप्त किसी भी व्यक्ति को एजेंट नहीं बनाया जा सकेगा। वहीं, ब्लॉक प्रमुख, नगर निकायों के चेयरमैन, मेयर, जिला पंचायत अध्यक्ष, सांसद, विधायक, एमएलसी व विभिन्न निगम व बोर्ड के चेयरमैन आदि भी एजेंट नहीं बन सकेंगे। अलीगढ़ लोकसभा सीट की पांचों विधानसभा के लिए एजेंट बनाने की जिम्मेदारी एसडीएम कोल व हाथरस लोकसभा की छर्रा व इगलास विधानसभा के एजेंट एसीएम प्रथम बनाएंगी। प्रत्याशी को हर पंडाल व टेबल पर जाने की अनुमति होगी।
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