राजद में खींचतान: अली अशरफ फातमी ने लालू को दी 3 अप्रैल तक की मोहलत
दरभंगा के अलावा मधुबनी से भी तैयार है उनका नामांकन पत्र पार्टी ने अपने निर्णय पर पुनर्विचार नहीं किया तो वरिष्ठ नेताओं के साथ विमर्श के बाद तय करेंगे रणनीति।
दरभंगा [जेएनएन]। टिकट को लेकर राजद में खींचतान शुरू हो गई है। राजद कोटे से दरभंगा सीट के लिए अब्दुलबारी सिद्दीकी की उम्मीदवारी सामने आते ही वहां के पूर्व राजद सांसद मो अली अशरफ फातमी का धैर्य जवाब देने लगा है। उन्होंने अपने समर्थकों के साथ राजद से अलग होने के संकेत दिए हैं। यहां तक कि उन्होंने राजद के आलाकमान लालू प्रसाद यादव को भी पार्टी छोड़ने की चेतावनी तक दे डाली।
पूर्व केंद्रीय मंत्री मो. अली अशरफ फातमी ने राजद के आलाकमान को 3 अप्रैल तक की डेडलाइन दी है। लोकसभा टिकट से वंचित होने के बाद शुक्रवार को अपने आवास पर आयोजित संवाददाता सम्मेलन में उन्होंने कहा कि दरभंगा के अलावा मधुबनी से भी उनका नामांकन पत्र तैयार है। पार्टी ने यदि 3 अप्रैल तक अपने निर्णय पर पुनर्विचार नहीं किया, तो वह वरिष्ठ नेताओं के साथ अपना पत्ता खोलेंगे। इसका असर राजद की दरभंगा के साथ मधुबनी सीट पर तो पड़ेगा ही, साथ ही पूरे बिहार के मुसलमानों पर भी होगा। इसका खामियाजा महागठबंधन को भुगतना होगा।
उन्होंने अप्रत्यक्ष रूप से दरभंगा से राजद के घोषित उम्मीदवार पर सिद्दीकी पर निशाना साधते हुए कहा कि टिकट तो पार्टी सुप्रीमो लालू प्रसाद की सहमति से ही वितरित किया गया है, लेकिन उनके पास कुछ नेताओं ने गलत जानकारी पहुंचाई। इसके कारण उनके जैसे वरिष्ठ मुसलमान नेता को टिकट से वंचित किया गया। इसके पीछे गहरी साजिश है।
दरभंगा के अलावा मधुबनी के राजद कार्यकर्ता इस साजिश को समझ रहे हैं। इस साजिश की बखिया उधेडऩे के लिए कार्यकर्ता उनसे मिल रहे हैं। अपनी सलाह दे रहे हैं। मैं अभी नौजवान नहीं हूं, लेकिन जवान तो जरूर हूं। 15 साल अभी और राजनीति करनी है। एक-एक कार्यकर्ता से मैं पहले भी मिलता रहा हूं और अब भी मिल रहा हूं। उनकी राय ले रहा हूं।
फातमी ने कहा कि सभी की एक बड़ी मीटिंग 3 अप्रैल को राज मैदान में आयोजित की जाएगी और उनकी सलाह पर अंतिम निर्णय लिया जाएगा। मौके पर राजद जिला उपाध्यक्ष राजेंद्र प्रसाद यादव, रामबाबू यादव, रामलखन पासवान, अरुण पासवान, प्रवक्ता राशिद जमाल सहित दर्जनों कार्यकर्ता उपस्थित थे।