राहुल गांधी के बयान पर बिफरे अखिलेश यादव, कहा- कांग्रेस देश की सबसे बड़ी धोखेबाज पार्टी
अखिलेश ने कहा कि हमारे नेताजी (मुलायम सिंह यादव) और मेरी पत्नी डिंपल के खिलाफ सीबीआइ का गलत इस्तेमाल कांग्रेस के ही लोगों ने किया।
लखनऊ, जेएनएन। पिछले विधानसभा चुनाव में जिस कांग्रेस के साथ समाजवादी पार्टी ने गलबहियां की थीं, उसी पर सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बड़ा हमला बोला। कांग्रेस को देश की सबसे बड़ी धोखेबाज पार्टी बताने के साथ उन्होंने यह भी कहा कि 'हमारे, नेताजी (मुलायम सिंह यादव) और मेरी पत्नी डिंपल के खिलाफ सीबीआइ का गलत इस्तेमाल कांग्रेस के ही लोगों ने किया।' कांग्रेस और भाजपा को उन्होंने एक ही डंडे से हांका, यह कहते हुए कि 'जो भाजपा है, वही कांग्रेस है। जो कांग्रेस है, वही भाजपा है।'
शुक्रवार को सपा मुख्यालय में मीडिया से मुखातिब अखिलेश कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के उस बयान को लेकर पूछे गए सवाल पर प्रतिक्रिया जता रहे थे, जिसमें उन्होंने कहा था कि सपा-बसपा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से डरते हैं क्योंकि उनके पास सीबीआइ और प्रवर्तन निदेशालय है। कांग्रेस पर आगबबूला अखिलेश ने राहुल का नाम लिए बगैर कहा कि 'फिर किस मुंह से हमसे बात करने आये थे।'
यह भी बोलने से नहीं चूके कि जिस व्यक्ति ने आय से अधिक संपत्ति के मामले में हमारे खिलाफ जनहित याचिका दायर की, वह कांग्रेस का आदमी है। उसे कांग्रेस के बड़े लोगों का संरक्षण प्राप्त है। वह कांग्रेस और भाजपा दोनों से ही मिला हुआ है। यदि ऐसा नहीं होता तो बीच चुनाव में हमारे खिलाफ रिव्यू पेटिशन का मामला क्यों आता। यह भी कहने से नहीं चूके कि वह व्यक्ति कांग्रेस प्रत्याशी के नामांकन में राजधानी भी आया था। फिर कहा कि 'हम अपने रास्ते पर चलेंगे, हमें किसी से डर नहीं लगता।'
मोदी पर पहले ही लगना चाहिए था प्रतिबंध
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के एक बयान को लेकर पूछे गए सवाल पर अखिलेश ने कहा कि उन पर फिर 72 घंटे का प्रतिबंध लगाया जाना चाहिए। फिर बोले कि वर्ष 2017 के विधानसभा चुनाव को जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी श्मशान और कब्रिस्तान की ओर से ले जा रहे थे, यदि उसी समय निर्वाचन आयोग ने उन पर यह प्रतिबंध लगा दिया होता तो आज इस सबकी नौबत नहीं आती।
गेस्टहाउस कांड को भुलाना राजनीतिक शिष्टाचार
बसपा प्रमुख मायावती द्वारा मैनपुरी की सभा में गेस्ट हाउस कांड का जिक्र करने को लेकर किये गए सवाल पर अखिलेश ने कहा कि 'मुझे खुशी है कि उस घटना को लेकर उन्हें जो नाराजगी थी, वह खत्म हो गई है। मैंने भी उनसे यह निवेदन किया था। यह राजनीति में शिष्टाचार का उदाहरण है।
योगी को दी चुनौती
अखिलेश ने कहा कि अखबारों में निवेश और रोजगार को लेकर बड़े-बड़े विज्ञापन देने वाली भाजपा के पास जनता को विकास के बारे में बताने के लिए कुछ भी नहीं है। उन्होंने योगी आदित्यनाथ को चुनौती दी कि वह अपनी जिंदगी में गोरखपुर में मेट्रो रेल बनवा कर दिखा दें।